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यहोवा ने हमें चुनाव करने की आज़ादी दी है

यहोवा ने हमें चुनाव करने की आज़ादी दी है

परमेश्‍वर के करीब आइए

यहोवा ने हमें चुनाव करने की आज़ादी दी है

2 राजा 18:1-7

माता-पिताओं से उम्मीद की जाती है कि वे अपने बच्चों के आगे अच्छी मिसाल रखें। अच्छी परवरिश करनेवाले माँ-बाप अपने बच्चों को अच्छे गुण पैदा करने में और ज़िंदगी में सही चुनाव करने में मदद देते हैं। पर अफसोस कई माता-पिता अपने बच्चों के आगे बुरी मिसाल रखते हैं। लेकिन क्या इसका मतलब है कि ऐसे बच्चे कभी अपनी ज़िंदगी में कामयाब नहीं हो सकते? नहीं, ऐसी बात नहीं है। बाइबल एक ऐसी सच्चाई बयान करती है, जिससे हमें दिलासा मिलता है। यह बताती है कि यहोवा परमेश्‍वर ने इंसान को सही-गलत में चुनाव करने की आज़ादी दी है, जो वाकई एक तोहफा है। आइए इस सिलसिले में हिजकिय्याह के उदाहरण पर गौर करें, जिसका ब्यौरा 2 राजा 18:1-7 में दर्ज़ है।

हिजकिय्याह “यहूदा के राजा आहाज का पुत्र” था। (आयत 1) राजा आहाज अपनी प्रजा को यहोवा की शुद्ध उपासना से दूर ले गया। यह दुष्ट राजा बाल देवता की उपासना करता था, जिसमें इंसानों की बलि चढ़ाने का रिवाज़ था। उसने हिजकिय्याह के भाई यानी अपने ही एक या उससे ज़्यादा बेटों को आग में होम किया। आहाज ने यहोवा के भवन के दरवाज़े बंद करवा दिए और “यरूशलेम के सब कोनों में वेदियां बनाईं।” इस तरह, उसने “यहोवा को रिस दिलाई।” (2 इतिहास 28:3, 24, 25) इससे साफ पता चलता है कि हिजकिय्याह का पिता बहुत ही बुरा था। लेकिन क्या वह भी अपने पिता की तरह बन गया और उसके जैसे बुरे काम करने लगा?

अपने पिता की मौत के बाद जब हिजकिय्याह राजा बना, तो उसने जल्द ही यह दिखाया कि वह अपने पिता के बुरे उदाहरण पर नहीं चलेगा। उसने “वही किया जो यहोवा की दृष्टि में उचित है।” (आयत 3, NHT) उसने यहोवा पर भरोसा रखा और “यहूदा के सब राजाओं में कोई उसके बराबर न हुआ।” (आयत 5) अपनी हुकूमत के पहले साल में ही, उसने सच्ची उपासना स्थापित करने की मुहिम छेड़ी। उसने ऊँचे स्थानों को हटाया, जहाँ झूठे देवताओं की उपासना की जाती थी। उसने यहोवा के भवन के दरवाज़े फिर से खोल दिए और शुद्ध उपासना शुरू करवायी। (आयत 4; 2 इतिहास 29:1-3, 27-31) हिजकिय्याह “यहोवा से लिपटा रहा . . . और यहोवा उसके संग रहा।”—आयत 6, 7.

किस बात ने हिजकिय्याह की मदद की ताकि वह अपने पिता की बुरी मिसाल पर न चले? क्या उसकी माँ अबी ने उस पर एक अच्छी छाप छोड़ी, जिसके बारे में बाइबल बहुत कम जानकारी देती है? या यशायाह नबी की बढ़िया मिसाल का जवान हिजकिय्याह पर अच्छा असर हुआ, जिसने हिजकिय्याह के जन्म से पहले ही नबी का काम शुरू कर दिया था? * बाइबल इस बारे में कुछ नहीं बताती। जो भी हो पर एक बात पक्की है कि हिजकिय्याह ने एक ऐसी ज़िंदगी जीने का चुनाव किया, जो उसके पिता से बिलकुल उलट थी।

हिजकिय्याह का उदाहरण उन लोगों की हिम्मत बढ़ा सकता है, जिनके माँ-बाप ने उनके आगे एक बुरी मिसाल रखी और जिनका बचपन मुश्‍किलों में गुज़रा है। हम बीते कल को बदल नहीं सकते, न ही उन दर्द-भरे अनुभवों को भुला सकते हैं। लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि हम ज़िंदगी में हार गए हैं। आज हम ऐसे चुनाव कर सकते हैं, जिससे हमारा आनेवाला कल खुशहाल हो सकता है। हिजकिय्याह की तरह, हम भी सच्चे परमेश्‍वर यहोवा से प्यार करने और उसकी उपासना करने का चुनाव कर सकते हैं। ऐसा चुनाव करने से हम आज एक संतोष-भरी ज़िंदगी जी पाएँगे और हमें परमेश्‍वर की नयी दुनिया में हमेशा की ज़िंदगी मिलेगी। (2 पतरस 3:13; प्रकाशितवाक्य 21:3, 4) प्यार करनेवाले यहोवा परमेश्‍वर का हमें कितना एहसानमंद होना चाहिए, जिसने हमें सबसे कीमती तोहफे से नवाज़ा है, और वह है कि हम सही-गलत का चुनाव खुद कर सकते हैं! (w10-E 09/01)

[फुटनोट]

^ यशायाह ने करीब ई. पू. 778 से लेकर ई. पू. 732 तक भविष्यवाणी की थी। और हिजकिय्याह ने ई. पू. 745 में राज करना शुरू किया, जब वह 25 साल का था।