कर तू यकीन
1. करते दुआ तुम, करते प्रचार भी
रहते वफादार, हर हाल में।
और चाहे दिखें ना हमें मुश्किलें
जाने यहोवा तेरे दिल का हाल।
(प्री-कोरस)
तो जब तुम हो खड़े अदालत में,
तब तुम ना हो तनहा।
हम भी हैं खड़े तुम्हारे संग,
याह भी जानता।
(कोरस)
मुझको है यकीन, ना मौत, ना जान, ना सरकारें
कर पाएँगी दूर याह से।
मुझको है यकीन, ना ताकतें, ना कोई भी
कर पाएगा दूर याह से।
तो कर तू यकीन, तू है याह का प्यारा।
2. रहे वफादार, ना डगमगाए
किया भरोसा याह पर तुमने।
जब रोकें प्रचार काम बैरी अपने
कर तू यकीन, है याह संग तेरे।
(प्री-कोरस)
तो जब तुम हो खड़े अदालत में,
तब तुम ना हो तनहा।
हम भी हैं खड़े तुम्हारे संग,
याह भी जानता।
(कोरस)
मुझको है यकीन, ना मौत, ना जान, ना सरकारें
कर पाएँगी दूर याह से।
मुझको है यकीन, ना ताकतें, ना कोई भी
कर पाएगा दूर याह से।
तो कर तू यकीन, तू है याह का प्यारा।
प्यारा है तू।
(खास पंक्तियाँ)
लिखा है ये, वो सताएँगे याह के लिए, है प्यार जिन्हें
पर वो करें जो भी, तुम उन सब से हो जीत रहे,
हो मज़बूत खड़े।
(कोरस)
तो है ये यकीन, ना मौत, ना जान, ना सरकारें
कर पाएँगी दूर याह से।
मुझको है यकीन, ना ताकतें, ना कोई भी
कर पाएगा दूर याह से।
मुझको है यकीन, ना मौत, ना जान, ना सरकारें
कर पाएँगी दूर याह से।
मुझको है यकीन, ना ताकतें, ना कोई भी
कर पाएगा दूर याह से।
तो कर तू यकीन, तू है याह का प्यारा।