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पोर्नोग्राफी “पोर्नोग्राफी—नुकसानदेह है या नहीं?” (अक्टूबर-दिसंबर 2003) के श्रंखला लेखों के लिए आपका शुक्रिया। इनमें दी गयी साफ और सीधी सलाह की मुझे ज़रूरत थी। मसीही बनने से पहले मैं लंबे अरसे से पोर्नोग्राफी देखता आया था। इन लेखों ने मुझे और भी अच्छी तरह समझने में मदद दी कि पोर्नोग्राफी कितना नुकसान पहुँचाती है और इसकी बुरी लत से छूटने के लिए कौन-से ठोस कदम उठाने ज़रूरी हैं।

ई. पी., अमरीका (g04 3/22)

दो साल पहले मेरा तलाक हो गया। पोर्नोग्राफी ने ही मेरी 22 साल की खुशहाल शादी-शुदा ज़िंदगी में आग लगा दी। इसने मुझसे एक अच्छा पति और मेरे बच्चों से प्यार करनेवाला एक पिता छीन लिया। मेरे पति स्वभाव से कोमल और दूसरों की परवाह करनेवाले इंसान थे मगर इस घिनौनी लत में पड़कर वे बिलकुल बदल गए। वे बात-बात पर गुस्सा करने, हमसे झूठ बोलने और जानवरों जैसा सलूक करने लगे। मुझे लगता था कि सिर्फ मैं ही पोर्नोग्राफी के बुरे अंजामों की शिकार हूँ। मगर इन लेखों को पढ़ने के बाद मुझे एहसास हुआ कि इसने कइयों की ज़िंदगी में कहर ढाया है। इन बढ़िया लेखों के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

एल. टी., अमरीका (g04 3/22)

बाइबल का अध्ययन करने से पहले, मुझमें दस से भी ज़्यादा सालों से पोर्नोग्राफी देखने की लत थी। पोर्नोग्राफी की तरफदारी करनेवाले चाहे जो कहें, मगर सच तो यह है कि इसमें खतरे ही खतरे हैं। यहोवा का साक्षी बनने से पहले मैं लगभग हर तरह की ड्रग्स का नशा करता था। मगर सबसे ज़्यादा संघर्ष मुझे पोर्नोग्राफी की लत छोड़ने के लिए करना पड़ा। आपसे गुज़ारिश है कि आप आगे भी इस तरह के लेख छापते रहें।

जे. ए., अमरीका (g04 3/22)

डायबिटीज़ “डायबिटीज़ के साथ जीना” (जनवरी-मार्च 2004) इन श्रृंखला लेखों के लिए मैं आपका तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूँ। पिछले 12 सालों से मुझे टाइप 1 डायबिटीज़ है और इसके लिए मुझे लगातार इन्सुलिन के इंजेक्शन लेने पड़ते हैं। मेरी पत्नी हर कदम पर मेरा साथ देती है। हम दोनों इस बीमारी के बारे में ज़्यादा-से-ज़्यादा जानने की कोशिश करते हैं और साथ-साथ डॉक्टर से मिलने जाते हैं। फिलहाल मैं पहले से ज़्यादा खुश रहने की कोशिश करता हूँ। एक सफरी ओवरसियर होने के नाते मैंने गौर किया है कि मसीही भाई-बहनों को इस बात का पहले से ज़्यादा एहसास होने लगा है कि उन्हें बीमार लोगों के साथ प्यार और धीरज से पेश आना चाहिए ताकि वे ज़िंदगी के मुश्‍किल हालात का सामना कर सकें। भाई-बहनों का यह रवैया मुझे कलीसियाओं की सेवा करते रहने में मदद देता है। ये श्रृंखला लेख मुझे ऐन वक्‍त पर मिले। एक बार फिर आपका बहुत-बहुत शुक्रिया।

डब्ल्यू. बी., पोलैंड (g04 3/8)

मैं 28 सालों से डायबिटीज़ की मरीज़ हूँ। मेरे घर के दूसरे दस सदस्यों को भी यही बीमारी है। मैंने पाया कि आपके लेखों में इस बीमारी से जुड़े सभी पहलुओं के बारे में पूरी जानकारी दी गयी है, जो मैंने आज तक किसी और लेख में नहीं पढ़ी। हमें इन लेखों में अपने सिरजनहार के प्यार की झलक मिलती है, जो दुनियावी किताबों में नहीं मिलती। मैं अपने परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहती थी, इसलिए मैंने कभी दूसरों को यह एहसास दिलाने की कोशिश नहीं की कि मैं बीमार हूँ। मुझे हमेशा दूसरों की देखभाल करने में खुशी मिलती है। मगर इन लेखों ने मुझे यह बात समझायी कि मुझे अपना भी ख्याल रखना चाहिए ताकि मैं दूसरों की देखभाल अच्छी तरह कर सकूँ।

एल. पी., फ्रांस (g04 3/8)

युवा लोग पूछते हैं मैं 16 साल की हूँ और हाई स्कूल में यह मेरा पहला साल है। यहाँ मैं ऐसी चुनौतियों और दबावों का सामना कर रही हूँ जिनका मैंने पहले कभी नहीं किया था। अब मुझे सचमुच पता चल रहा है कि हमउम्र साथियों का दबाव क्या होता है। “युवा लोग पूछते हैं,” इन लेखों के ज़रिए मैं बाइबल पढ़ने और उसका अध्ययन करने की अहमियत समझ पायी हूँ। हम किशोरों के लिए आप जो परवाह दिखाते हैं, उसकी मैं दिल से कदर करती हूँ। कई बार मुझे लगता है कि आपने खास मेरी समस्याओं को ध्यान में रखकर लेख लिखे हैं!

एस. आर., अमरीका (g04 1/22)