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नए ज़माने का भला सामरी

नए ज़माने का भला सामरी

नए ज़माने का भला सामरी

मेक्सिको में सजग होइए! लेखक द्वारा

हममें से बहुतों ने बाइबल की वह कहानी सुनी होगी जिसमें एक आदमी ने पड़ोसी जैसा प्यार दिखाया और इसी वजह से उसे अकसर भला सामरी कहा जाता है। (लूका 10:29-37) कहानी में यीशु मसीह ने बताया कि उस सामरी ने मुसीबत में पड़े एक राहगीर को प्यार दिखाने के लिए उम्मीद से बढ़कर मदद की। क्या इस भले सामरी के जैसे लोग दुनिया में आज भी मौजूद हैं? ज़रा मेक्सिको में हुए इस वाकये पर गौर कीजिए।

बेतूएल और उसका परिवार एक सफर से लौट रहा था और उनका घर कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर था। अचानक उन्होंने राजमार्ग पर मोटर-गाड़ी की एक भयानक दुर्घटना देखी। वे तुरंत मदद करने के लिए रुके। दुर्घटना में एक ड्राइवर, डॉक्टर था। उस डॉक्टर ने बेतूएल और उसके परिवार से गुज़ारिश की कि वे उसकी गर्भवती पत्नी और दो छोटी बच्चियों को इलाज के लिए किसी नज़दीकी अस्पताल ले जाएँ। उन्होंने वैसा ही किया। इसके बाद बेतूएल फिर से दुर्घटना स्थल पर पहुँचा, यह देखने के लिए कि वह और किस तरीके से मदद कर सकता है।

बेतूएल कहता है: “राजमार्ग पर गश्‍त लगानेवाली फैड्रल पुलिस आ पहुँची थी। इस दुर्घटना में एक व्यक्‍ति की मौत हो गयी थी इसलिए जाँच-पड़ताल के लिए उन्होंने डॉक्टर को हिरासत में ले लिया। मुझे देखकर डॉक्टर ने पूछा कि मैं क्यों इस तरह उसकी मदद कर रहा हूँ, तो मैंने उसे समझाया, हम यहोवा के साक्षी हैं और हमने बाइबल से सीखा है कि हमें अपने पड़ोसियों से प्यार करना चाहिए। फिर मैंने उससे कहा कि आप अपनी पत्नी और बच्चों की फिक्र मत कीजिए, हम उनका पूरा ख्याल रखेंगे। वह इतने एहसान से भर गया कि उसकी आँखें डबाडबा गयीं और उसने अपनी कीमती चीज़ें अमानत के तौर पर मुझे सौंप दीं।”

बेतूएल और उसका परिवार, डॉक्टर के परिवार को अपने घर ले गया और कई दिनों तक उन्होंने उनकी देख-रेख की। बेतूएल ने सही मौका देखते हुए उनके साथ बाइबल अध्ययन भी शुरू किया। डॉक्टर जब हिरासत से छूटकर आया तो उसने अपना एहसान ज़ाहिर किया और यहोवा के साक्षियों की बहुत तारीफ की। उसने बेतूएल से वादा किया कि वह अपने शहर लौटने पर बाइबल अध्ययन जारी रखेगा। उसने यह भी कहा कि अगर उसकी पत्नी को लड़का हुआ तो वह उसका नाम ज़रूर बेतूएल रखेगा। बेतूएल आगे कहता है: “दो साल बाद, हमें दोबारा उनसे मिलने का मौका मिला। और हैरानी की बात है कि वे सचमुच बाइबल अध्ययन कर रहे हैं और उन्होंने अपने मुन्‍ने का नाम बेतूएल ही रखा!” (g04 8/8)

[पेज 29 पर तसवीर]

बेतूएल