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बच्चों को ज़िम्मेदार इंसान बनाना

जब माँ-बाप अपने फूल-से बच्चे को बाँहों में लेकर निहारते हैं, तो वे इस बारे में सोचना तक नहीं चाहते कि एक दिन उनके जिगर का टुकड़ा जवान हो जाएगा और अपनी एक अलग दुनिया बसा लेगा। लेकिन यह एक सच्चाई है, जिसे नकारा नहीं जा सकता। बाइबल भी कहती है कि ‘एक पुरुष अपने माता पिता को छोड़ देगा।’ (उत्पत्ति 2:24) यही बात एक जवान लड़की पर भी लागू होती है।

बच्चा जब बड़ा होकर घर से दूर चला जाता है, तो एक तरफ जहाँ माँ-बाप को खुशी होती है, वहीं दूसरी तरफ उन्हें गम भी होता है। कई माता-पिता चिंता करने लगते हैं। वे खुद से पूछते हैं, ‘क्या मैंने अपने बच्चे की परवरिश ठीक से की? क्या वह एक जगह टिककर नौकरी कर पाएगा? क्या वह अपना घर सँभाल पाएगा? अपनी कमाई के हिसाब से खर्च चला पाएगा?’ सबसे बढ़कर, ‘हमने अपने बच्चे को जो संस्कार दिए हैं, क्या वह उनके मुताबिक जीएगा?’—नीतिवचन 22:6; 2 तीमुथियुस 3:15.

सजग होइए! के इस खास अंक में बताया गया है कि बाइबल की सलाहें किस तरह माता-पिताओं को अपने बच्चे के पैदा होने से लेकर बड़े होने तक उसकी अच्छी परवरिश करने में मदद दे सकती हैं। (g11-E 10)