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कहानी 26

परमेश्‍वर का वफादार सेवक, अय्यूब

परमेश्‍वर का वफादार सेवक, अय्यूब

यहाँ इस बीमार आदमी को देखिए। उफ, उसकी हालत कितनी बुरी है! जानते हैं, यह आदमी कौन है? यह अय्यूब है और जो औरत खड़ी है, वह उसकी पत्नी है। पता है, वह अय्यूब से क्या कह रही है? वह कह रही है: ‘परमेश्‍वर को बुरा-भला कह और मर जा।’ लेकिन उसने ऐसा क्यों कहा? और अय्यूब इतना बीमार क्यों है? चलिए देखते हैं।

अय्यूब ऊज़ देश का रहनेवाला था, जो कनान के पास ही था। मिस्र में याकूब और यूसुफ के मर जाने के बाद, पूरी धरती पर सिर्फ वही ऐसा आदमी था, जो यहोवा का वफादार सेवक था। वह यहोवा की हर आज्ञा मानता था। इसलिए यहोवा, अय्यूब से बहुत प्यार करता था। मगर कोई और था, जो अय्यूब से नफरत करता था। जानते हैं कौन?

परमेश्‍वर का दुश्‍मन, शैतान। उसी ने आदम और हव्वा को परमेश्‍वर की आज्ञा तोड़ने के लिए बहकाया था। इसलिए उसे लगा कि वह बाकी सब लोगों से भी परमेश्‍वर की आज्ञा तुड़वा सकता है। मगर क्या वह ऐसा कर पाया? जी नहीं। हम पिछली कई कहानियों में परमेश्‍वर की बात माननेवाले बहुत-से लोगों के बारे में पढ़ चुके हैं। क्या आपको उनमें से कुछ के नाम याद है?

यहोवा शैतान को बताना चाहता था कि वह सभी लोगों को बुरा नहीं बना सकता। इसलिए उसने शैतान से कहा: ‘अय्यूब को देखो। वह मेरी हर बात मानता है।’

शैतान ने कहा: ‘हाँ, लेकिन सिर्फ इसलिए, क्योंकि आपने उसे बहुत-सी अच्छी-अच्छी चीज़ें दी हैं। अगर आप ये सब उससे ले लें, तो देखना वह आपको ज़रूर बुरा-भला कहेगा।’

तब यहोवा ने कहा: ‘अगर ऐसी बात है, तो उसका सबकुछ छीनकर देख लो। जाओ, तुम अय्यूब का जितना भी बुरा करना चाहते हो, कर लो। बस एक बात का ध्यान रखना, उसकी जान न लेना। फिर देखते हैं, वह मुझे बुरा-भला कहता है कि नहीं।’

इसके बाद जानते हैं शैतान ने क्या किया? सबसे पहले, उसने कुछ लोगों के ज़रिए अय्यूब के ऊँटों और गाय-बैलों की चोरी करवा दी और उसकी भेड़ें मार डालीं। उसके बाद वह एक भयानक तूफान लाया, जिसमें अय्यूब के 10 बेटे-बेटियाँ मर गए। आखिर में वह अय्यूब पर एक बहुत बड़ी बीमारी ले आया। इस तरह, बेचारे अय्यूब पर एक-के-बाद-एक कई मुसीबतें आयीं। इन सबसे परेशान होकर उसकी पत्नी ने उससे कहा: ‘परमेश्‍वर को बुरा-भला कह और मर जा।’ मगर अय्यूब ने ऐसा नहीं किया। अय्यूब के तीन दोस्त भी उसके पास आए। लेकिन वे अय्यूब के सच्चे दोस्त नहीं थे। उन्होंने उससे कहा, ‘तुमने ज़रूर बुरे-बुरे काम किए होंगे, इसीलिए तुम पर इतनी तकलीफें आयी हैं।’ इन सब बातों के बावजूद अय्यूब के मुँह से एक भी गलत बात नहीं निकली।

यह देखकर यहोवा बहुत खुश हुआ। उसने बाद में अय्यूब को ढेर सारी आशीषें दीं, जैसे कि आप नीचे की तसवीर में देख सकते हैं। परमेश्‍वर ने अय्यूब को ठीक कर दिया। अय्यूब के 10 सुंदर-सुंदर बच्चे हुए। उसके पास पहले से भी दुगने गाय-बैल, ऊँट और भेड़ें हो गयीं।

क्या आप भी अय्यूब की तरह सच्चे और वफादार इंसान बनेंगे? अगर हाँ, तो परमेश्‍वर आपको भी आशीष देगा। और जब यह पूरी धरती, अदन बगीचे की तरह ही खूबसूरत हो जाएगी, तब आप वहाँ हमेशा-हमेशा के लिए जी सकेंगे।