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कहानी 102

यीशु ज़िंदा हो गया!

यीशु ज़िंदा हो गया!

यहाँ पर यह जो स्त्री और दो आदमी दिखायी दे रहे हैं, क्या आप जानते हैं वे कौन हैं? स्त्री का नाम मरियम मगदलीनी है। वह यीशु के चेलों में से एक थी। और जो आदमी सफेद कपड़े पहने हुए हैं, वे स्वर्गदूत हैं। मरियम चट्टान में खोदी गयी एक गुफा के अंदर झाँक रही है। इसी में यीशु की लाश रखी गयी थी। इस गुफा को कब्र कहा जाता था। लेकिन यीशु की लाश यहाँ से गायब थी! उसे कौन ले गया होगा? चलिए पता करते हैं।

यीशु के मरने के बाद, याजकों ने पिलातुस से कहा: ‘जब यीशु ज़िंदा था, तो उसने कहा था कि वह मरने के बाद तीसरे दिन जी उठेगा। इसलिए ऐसा कीजिए कि उसकी कब्र पर पहरा लगा दीजिए। इससे यीशु के चेले उसकी लाश चुरा नहीं पाएँगे। और ना ही यह कह पाएँगे कि यीशु ज़िंदा हो गया है।’ इस पर पिलातुस ने याजकों को कब्र पर कुछ सैनिक भेजने के लिए कहा।

जब यीशु को मरे तीन दिन हो गए, तो सुबह तड़के यहोवा का एक स्वर्गदूत आया। उसने यीशु की कब्र पर लगा पत्थर हटा दिया। यह देखकर वहाँ खड़े सैनिकों की घिग्घी बँध गयी। फिर जब सैनिकों ने कब्र के अंदर देखा, तो यीशु की लाश गायब थी! यह बात कुछ सैनिकों ने शहर में जाकर याजकों को बतायी। जानते हैं इस पर उन बुरे याजकों ने क्या किया? उन्होंने सैनिकों को पैसा दिया और झूठ बोलने के लिए कहा। उन्होंने सैनिकों से कहा: ‘तुम कहना कि रात को जब हम सो रहे थे, तो यीशु के चेले आए और उसकी लाश चुरा ले गए।’

इस बीच कुछ स्त्रियाँ, जो यीशु के चेलों में से थीं, कब्र पर पहुँची। मगर यीशु की लाश वहाँ न पाकर वे हैरान रह गयीं। अचानक उन्हें उजले कपड़ों में दो स्वर्गदूत दिखायी दिए। स्वर्गदूतों ने उन स्त्रियों से कहा: ‘तुम यहाँ क्यों यीशु को ढूँढ़ रही हो? उसे तो ज़िंदा कर दिया गया है। जाओ, जल्दी जाकर यह बात उसके चेलों को बताओ।’ इसके बाद, वे स्त्रियाँ ऐसे भागीं कि बस पूछो मत! लेकिन रास्ते में उन्हें एक आदमी ने रोक लिया। मालूम है किसने? यीशु ने! उसने भी उनसे कहा: ‘जाओ, जाकर मेरे चेलों को सबकुछ बताओ।’

जब उन स्त्रियों ने जाकर चेलों को बताया कि यीशु ज़िंदा है और उन्होंने उसे देखा है, तो चेलों को यकीन ही नहीं हुआ। इसलिए सच्चाई का पता लगाने के लिए पतरस और यूहन्‍ना तुरंत कब्र की तरफ दौड़े। लेकिन कब्र तो खाली थी! पतरस और यूहन्‍ना के जाने के बाद भी मरियम मगदलीनी रुकी रही। तभी वह कब्र के अंदर झाँकने लगी और उसे दो स्वर्गदूत दिखायी दिए।

पता है यीशु की लाश का क्या हुआ था? परमेश्‍वर ने उसे गायब कर दिया था। उसने जब यीशु को ज़िंदा किया, तो उसने यीशु को वही पुराना शरीर नहीं दिया। इसके बजाय, यहोवा ने उसे एक नया शरीर दिया। ठीक वैसा ही, जैसा स्वर्ग में रहनेवाले स्वर्गदूतों का होता है। लेकिन यीशु अपने चेलों को यकीन दिलाना चाहता था कि वह ज़िंदा है। इसलिए उसने इंसान का शरीर धारण किया, ताकि वे उसे देख सकें। इस बारे में हम आगे और सीखेंगे।