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पाठ 36

किन्हें ज़िंदा किया जाएगा और वे कहाँ रहेंगे?

किन्हें ज़िंदा किया जाएगा और वे कहाँ रहेंगे?

पिछले दो पाठों में हमने कितने लोगों के बारे में पढ़ा जिनका पुनरुत्थान किया गया यानी जिन्हें मरने के बाद दोबारा ज़िंदा किया गया?— पाँच लोगों के बारे में। उनमें कितने बच्चे थे?— तीन। और चौथा एक जवान लड़का था। इससे क्या पता चलता है?—

इससे पता चलता है कि परमेश्वर बच्चों और जवानों से प्यार करता है। लेकिन वह दूसरे लोगों को भी ज़िंदा करेगा। क्या वह सिर्फ उन लोगों को ज़िंदा करेगा जो अच्छे काम करते थे?— शायद हम ऐसा सोचते हों। मगर बहुत-से लोगों को यहोवा परमेश्वर और उसके बेटे के बारे में सच्चाई सीखने का कभी मौका नहीं मिला। उन्होंने बुरे काम किए, क्योंकि उन्हें ऐसा ही सिखाया गया था। क्या आपको लगता है कि यहोवा ऐसे लोगों को दोबारा ज़िंदा करेगा?—

बाइबल कहती है: “अच्छे और बुरे, दोनों तरह के लोग मरे हुओं में से जी उठेंगे।” (प्रेषितों 24:15) ऐसा क्यों है कि जिन्होंने बुरे काम किए उन्हें भी ज़िंदा किया जाएगा?— वह इसलिए क्योंकि उन्हें यहोवा के बारे में सीखने का कभी मौका ही नहीं मिला। उन्हें पता ही नहीं था कि यहोवा इंसानों से क्या चाहता है।

परमेश्वर क्यों ऐसे कुछ लोगों को ज़िंदा करेगा जिन्होंने गलत काम किए?

आपके हिसाब से मरे हुओं को कब ज़िंदा किया जाएगा?— ज़रा याद कीजिए कि लाज़र की मौत पर यीशु ने उसकी बहन मारथा से क्या वादा किया था। उसने कहा था: “तेरा भाई जी उठेगा।” यह सुनकर मारथा बोली: “मैं जानती हूँ कि वह आखिरी दिन मरे हुओं में से जी उठेगा।” (यूहन्ना 11:23, 24) जब मारथा ने कहा कि लाज़र “आखिरी दिन” जी उठेगा, तो उसके कहने का क्या मतलब था?—

यीशु इस आदमी को जिस फिरदौस के बारे में बता रहा है, वह कहाँ होगा?

मारथा ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि उसने यीशु के इस वादे के बारे में सुना था: ‘जो स्मारक कब्रों में हैं वे बाहर निकल आएँगे।’ (यूहन्ना 5:28, 29) इसलिए “आखिरी दिन” वह दिन होगा जब उन लोगों को दोबारा ज़िंदा किया जाएगा जो परमेश्वर की याद में हैं। यह दिन 24 घंटे का नहीं है। यह एक हज़ार साल का होगा। बाइबल कहती है कि उस दिन ‘परमेश्वर लोगों का न्याय करेगा।’ इनमें वे लोग भी शामिल होंगे जिन्हें दोबारा ज़िंदा किया जाएगा।—प्रेषितों 17:31; 2 पतरस 3:8.

ज़रा सोचिए, वह दिन कितना सुहाना होगा! उस हज़ार साल के दौरान लाखों लोगों को ज़िंदा किया जाएगा। यीशु ने बताया कि मरे हुओं को फिरदौस में ज़िंदा किया जाएगा। आओ देखें कि फिरदौस कहाँ होगा और वहाँ क्या-क्या होगा।

जब यीशु सूली पर लटका था, तो अपनी मौत से करीब तीन घंटे पहले उसने अपने बराबर में सूली पर लटके एक आदमी से फिरदौस के बारे में बात की। उस आदमी को इसलिए सज़ा-ए-मौत दी गयी थी क्योंकि उसने जुर्म किया था। लेकिन जब इस अपराधी ने यीशु को देखा और सुना कि लोग उसके बारे में क्या कह रहे हैं, तो वह यीशु पर विश्वास करने लगा। इसलिए उस अपराधी ने कहा: “यीशु, जब तू अपने राज में आए, तो मुझे याद करना।” यीशु ने उससे कहा: “मैं आज तुझसे सच कहता हूँ, तू मेरे साथ फिरदौस में होगा।”—लूका 23:42, 43.

जब हम फिरदौस के बारे में पढ़ते हैं, तो हमारे मन में कौन-सी तसवीर उभरकर आनी चाहिए?

यीशु के कहने का मतलब क्या था? फिरदौस कहाँ है?— ज़रा इस बारे में सोचो। शुरूआत में फिरदौस कहाँ था?— याद करो कि परमेश्वर ने पहले पुरुष आदम और उसकी पत्नी को इसी धरती पर फिरदौस में रखा था। उस जगह को अदन का बाग कहा जाता था। उस बाग में सारे जानवर खुलेआम घूमते थे, मगर उनसे किसी को डर नहीं लगता था। वहाँ बहुत-सारे पेड़ भी थे जिन पर मीठे-रसीले फल लगते थे, साथ ही वहाँ एक बड़ी-सी नदी बहती थी। वह बहुत ही सुंदर जगह थी!—उत्पत्ति 2:8-10.

इसलिए जब हम पढ़ते हैं कि वह अपराधी फिरदौस में होगा तो हमारे मन में वह तसवीर उभर आनी चाहिए जब इस धरती को खूबसूरत बना दिया जाएगा। क्या आनेवाले फिरदौस में उस अपराधी के साथ यीशु भी धरती पर होगा?— जी नहीं। क्या आप जानते हो कि वह वहाँ क्यों नहीं होगा?—

वह इसलिए क्योंकि यीशु राजा बनकर स्वर्ग से धरती पर राज करेगा। तो जब यीशु ने कहा कि वह उस आदमी के साथ फिरदौस में होगा तो उसका मतलब था कि यीशु उसे दोबारा ज़िंदा करेगा और उसकी ज़रूरतें पूरी करेगा। लेकिन यीशु एक अपराधी को फिरदौस में क्यों लाएगा?— चलो इस बारे में जानने की कोशिश करते हैं।

अच्छा बताओ, यीशु से बात करने से पहले क्या वह अपराधी परमेश्वर के मकसद के बारे में जानता था?— नहीं, उसे कुछ नहीं मालूम था। उसने बुरे-बुरे काम इसलिए किए क्योंकि वह परमेश्वर के बारे में सच्चाई नहीं जानता था। जब उसे फिरदौस में ज़िंदा किया जाएगा तो उसे परमेश्वर के मकसदों के बारे में सिखाया जाएगा। फिर उसे यह साबित करने का मौका मिलेगा कि वह सचमुच परमेश्वर से प्यार करता है और उसकी मरज़ी पूरी करना चाहता है या नहीं।

जितने लोगों को ज़िंदा किया जाएगा क्या वे सभी इस धरती पर जीएँगे?— नहीं, सभी नहीं। क्या आप इसकी वजह जानते हो?— क्योंकि जिन लोगों को ज़िंदा किया जाएगा, उनमें से कुछ यीशु के साथ स्वर्ग में रहेंगे। वे यीशु के साथ मिलकर फिरदौस बनी धरती पर राज करेंगे। यह हम इतने यकीन से कैसे कह सकते हैं? चलो देखते हैं।

अपनी मौत से पहले की रात यीशु ने अपने प्रेषितों से कहा: ‘स्वर्ग में मेरे पिता के घर में रहने की बहुत-सी जगह है। मैं तुम्हारे लिए जगह तैयार करने जा रहा हूँ।’ फिर यीशु ने उनसे वादा किया: “मैं दोबारा आ रहा हूँ और तुम्हें अपने घर ले जाऊँगा ताकि जहाँ मैं हूँ वहीं तुम भी रह सको।”—यूहन्ना 14:2, 3.

जब यीशु का पुनरुत्थान किया गया, यानी उसे दोबारा ज़िंदा किया गया, तो वह कहाँ गया?— वह वापस स्वर्ग अपने पिता के पास चला गया। (यूहन्ना 17:4, 5) इसलिए यीशु ने अपने प्रेषितों और दूसरे चेलों से वादा किया कि जब वह उन्हें ज़िंदा करेगा तो वे उसके साथ स्वर्ग में रहेंगे। वे वहाँ यीशु के साथ क्या करेंगे?— बाइबल कहती है कि यीशु के जो चेले ‘पहले पुनरुत्थान’ में ज़िंदा होंगे वे स्वर्ग में रहेंगे और ‘राजा बनकर हज़ार साल तक उसके साथ धरती पर राज करेंगे।’—प्रकाशितवाक्य 5:10; 20:6; 2 तीमुथियुस 2:12.

‘पहले पुनरुत्थान’ में उन लोगों को ज़िंदा किया जाएगा जो यीशु के साथ राज करेंगे। क्या आपको उनकी गिनती मालूम है?— यीशु ने अपने चेलों से कहा: “हे छोटे झुंड, मत डर, क्योंकि तुम्हारे पिता ने तुम्हें राज देना मंज़ूर किया है।” (लूका 12:32) यह ‘छोटा झुंड’ वह है, जो यीशु के साथ राज करेगा और इसकी गिनती तय है। बाइबल बताती है इस छोटे झुंड को धरती से चुना गया है और इसकी गिनती “एक लाख चवालीस हज़ार” है।—प्रकाशितवाक्य 14:1, 3.

जिन्हें दोबारा ज़िंदा किया जाएगा, वे कहाँ रहेंगे और क्या करेंगे?

इस धरती पर बने फिरदौस में कितने लोग रहेंगे?— बाइबल इस बारे में कुछ नहीं बताती। लेकिन जब आदम और हव्वा अदन के बाग में थे तब परमेश्वर ने उनसे कहा था कि संतान पैदा करो और अच्छे लोगों से इस धरती को भर दो। यह सच है कि उन्होंने ऐसा नहीं किया। लेकिन यहोवा अपना मकसद ज़रूर पूरा करेगा और यह धरती अच्छे लोगों से भर जाएगी।—उत्पत्ति 1:28; यशायाह 45:18; 55:11.

ज़रा सोचो, फिरदौस में कितना मज़ा आएगा! पूरी धरती एक बगीचे की तरह सुंदर बन जाएगी। चारों तरफ पंछियों की चहचहाहट सुनायी देगी, जानवरों की उछल-कूद होगी। सुंदर-सुंदर पेड़ों और रंग-बिरंगे फूलों से यह धरती खिल उठेगी। फिर न कोई बीमारी से तड़पेगा और न लोगों पर मौत का साया होगा। सब लोग एक-दूसरे के दोस्त होंगे। अगर हम फिरदौस में हमेशा के लिए जीना चाहते हैं तो हमें अभी से तैयारी करनी होगी।

धरती के लिए परमेश्वर का क्या मकसद है, इस बारे में और जानने के लिए नीतिवचन 2:21, 22; सभोपदेशक 1:4; यशायाह 2:4; 11:6-9; 35:5, 6 और 65:21-24 पढ़िए।