इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

अतिरिक्‍त लेख

हस्तमैथुन की घिनौनी आदत पर जीत हासिल कीजिए

हस्तमैथुन की घिनौनी आदत पर जीत हासिल कीजिए

हस्तमैथुन (या, मास्टरबेशन) एक ऐसी गंदी आदत है जिससे परमेश्‍वर नाराज़ होता है, और इस आदत का शिकार सिर्फ अपनी इच्छाएँ पूरी करने के बारे में सोचता है और यह आदत इंसान की सोच को भ्रष्ट कर देती है। * इतना ही नहीं, हस्तमैथुन करनेवाले दूसरों को अपनी हवस पूरी करने का महज़ खिलौना समझने लगते हैं। उनके लिए सेक्स दो लोगों के बीच प्यार का इज़हार न रहकर बस एक ऐसी आदत बनकर रह जाती है जो थोड़ी देर का मज़ा देती है और जिससे लैंगिक उत्तेजना से चैन मिलता है। मगर चैन का यह एहसास कुछ ही वक्‍त के लिए होता है। असल में, हस्तमैथुन “नाजायज़ यौन-संबंध, अशुद्धता, बेकाबू होकर वासनाएँ पूरी” करने की लालसा मिटाता नहीं, बल्कि इसे जगाता है।—कुलुस्सियों 3:5.

प्रेषित पौलुस ने लिखा, “प्यारे भाइयो, . . . आओ हम तन और मन की हर गंदगी को दूर करके खुद को शुद्ध करें और परमेश्‍वर का डर मानते हुए पूरी हद तक पवित्रता हासिल करें।” (2 कुरिंथियों 7:1) अगर आपके लिए इन शब्दों को मानना एक संघर्ष से कम नहीं, तो हिम्मत मत हारिए। यहोवा हमारी मदद करने और हमें “माफ करने को तत्पर रहता है।” (भजन 86:5; लूका 11:9-13) बेशक, आपको धिक्कारनेवाला दिल और कई बार नाकाम होने पर भी इस आदत को छोड़ने की आपकी कोशिशें इस बात का इशारा हैं कि आप अच्छा नज़रिया रखते हैं। यह बात भी हमेशा याद रखिए कि “परमेश्‍वर हमारे दिलों से बड़ा है और सबकुछ जानता है।” (1 यूहन्‍ना 3:20) परमेश्‍वर सिर्फ हमारे पाप नहीं देखता, बल्कि वह हमारी पूरी शख्सियत को देखता है। हमारे बारे में वह सबकुछ जानता है, इसलिए जब हम उसके सामने गिड़गिड़ाकर दया की भीख माँगते हैं तो वह हमारी बिनती को बड़ी हमदर्दी के साथ सुनता है। इसलिए जैसे एक बच्चा मुसीबत आने पर अपने पिता के पास भागता है, वैसे ही नम्रता के साथ, सच्चे दिल से परमेश्‍वर से प्रार्थना करना मत छोड़िए। यहोवा आपको साफ ज़मीर होने का एहसास देगा। (भजन 51:1-12, 17; यशायाह 1:18) बेशक, अपनी प्रार्थनाओं के मुताबिक काम करने के लिए आपको कुछ ज़रूरी कदम उठाने होंगे। मिसाल के लिए, आप जी-तोड़ कोशिश करेंगे कि आप हर किस्म की अश्‍लीलता (पोर्नोग्राफी) से दूर रहें और गलत किस्म के लोगों से भी कोई नाता न रखें। *

अगर आप हस्तमैथुन की बुरी आदत छोड़ने में नाकाम हो रहे हैं और यह समस्या बनी रहती है तो इसके बारे में अपनी माँ या पिता से बात कीजिए या फिर मंडली में परमेश्‍वर की सेवा में किसी तजुरबेकार भाई या बहन से बात कीजिए जो आपकी फिक्र करनेवाले दोस्त की तरह है। *नीतिवचन 1:8, 9; 1 थिस्सलुनीकियों 5:14; तीतुस 2:3-5.

^ पैरा. 1 हस्तमैथुन जननांगों को सहलाना या रगड़ना है, जिससे आमतौर पर संभोग का चरमसुख हासिल होता है।

^ पैरा. 1 घर के कंप्यूटर के इस्तेमाल पर निगरानी रखने के लिए कुछ परिवारों ने एहतियात के तौर पर इसे ऐसी जगह रखा है जहाँ परिवार का हर सदस्य इसे देख सकता है। इसके अलावा, कुछ परिवार ऐसे कंप्यूटर प्रोग्राम खरीदते हैं जो गलत किस्म की जानकारी को छानकर निकाल देते हैं। फिर भी ध्यान रखिए कि ऐसा कोई भी कंप्यूटर प्रोग्राम नहीं है जो सौ-फीसदी भरोसे के लायक हो।

^ पैरा. 1 हस्तमैथुन की आदत पर काबू कैसे पाएँ, इस बारे में सुझावों के लिए युवाओं के प्रश्‍न—व्यावहारिक उत्तर किताब के भाग 1 में पेज 205-11 पर लेख हस्तमैथुन—मैं इस आवेग से कैसे लड़ूँ? में दी गयी जानकारी देखें।