गीत 13
मसीह, हमारा आदर्श
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1. बेटा किया कुरबान
कि पाएँ जीवन-दान,
इतना किया प्यार यहोवा ने हमसे!
याह के जैसा ही प्यार
यीशु ने भी किया,
जन्मा धरती पे हमारे लिए।
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2. यीशु आदर्श बना
मानके हुकुम याह का;
हर काम पिता का करता था खुशी से।
कहा, ‘याह का वचन
है रोटी से ना कम,
ताकत, बुद्-धि और समझ भी मिले।’
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3. याह की करें स्तुति,
यीशु के जैसे ही;
नक्शे-कदम पे उसके हम चलेंगे।
गर हम मानें उसको
आदर्श हमारा तो
याह की मंज़ूरी मिलेगी हमें।
(यूह. 8:29; इफि. 5:2; फिलि. 2:5-7 भी देखें।)