गीत ३३
आपला भार यहोवावर टाक
१. हा-क मा-झी ऐ-क दे-वा,
का-न दे बा-पा या-हा!
धा-व घे मा-झ्या सा-हा-य्या,
दे म-ला तू आ-स-रा.
(कोरस)
टा-क तू या-हा-वर भा-र,
ए-क-टा तु-ला ना तो सो-डेल.
सा-व-रे तो न-म्र दा-सां,
पी-डि-तां-चा आ-स-रा.
२. घे-र-ते जि-वा बे-चै-नी,
वे-ढ-ते म-ना भी-ती,
जा-ऊ वा-टे झे-पा-वु-नी,
आ-का-शी प-क्ष्या-प-री.
(कोरस)
टा-क तू या-हा-वर भा-र,
ए-क-टा तु-ला ना तो सो-डेल.
सा-व-रे तो न-म्र दा-सां,
पी-डि-तां-चा आ-स-रा.
३. नि-र्द-यी ते दु-ष्ट वै-री,
घे-ऊ पा-ह-ती प्रा-णा.
या-हा मा-झा ता-र-णा-रा,
वा-च-वे-ल तो म-ला.
(कोरस)
टा-क तू या-हा-वर भा-र,
ए-क-टा तु-ला ना तो सो-डेल.
सा-व-रे तो न-म्र दा-सां,
पी-डि-तां-चा आ-स-रा.
(स्तो. २२:५; ३१:१-२४ ही वचनंसुद्धा पाहा.)