गीत 108
यहोवा का अटल प्यार
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1. प्यार अटल, है याह का,
वो करे हमारी परवाह।
सो किया इकलौता कुरबाँ,
आशा पाएँ जिससे इंसाँ।
याह, तेरी कृपा से मिले,
जीवन अब सदा का हमें।
(कोरस)
सच्-चा-ई की प्यास जिन्हें,
आके जीवन जल पी लें,
याह देता दिल खोलके ये!
प्यार उसका ना मिटे!
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2. प्यार अटल, है याह का,
काम उसके रोज़ करते बयाँ।
याह ने सारे वादे अपने,
कर दिए हैं वक्त पे पूरे।
लो, शुरू हुआ स्वर्ग में राज,
बेटे को बनाया सरताज।
(कोरस)
सच्-चा-ई की प्यास जिन्हें,
आके जीवन जल पी लें,
याह देता दिल खोलके ये!
प्यार उसका ना मिटे!
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3. प्यार अटल, है याह का,
हम बनें उसके ही जैसा।
प्यार से दें मदद दीनों को,
राह यहोवा की समझें वो।
याह से हम करें प्यार सदा,
हिम्-मत से करें काम उसका।
(कोरस)
सच्-चा-ई की प्यास जिन्हें,
आके जीवन जल पी लें,
याह देता दिल खोलके ये!
प्यार उसका ना मिटे!