गीत 120
यीशु जैसे कोमल बनें
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1. सब लोगों से ज़्यादा महान था मसीह,
बड़ा ना समझा उसने खुद को कभी।
याह ने सौंप दिया उसको भारी ज़िम्मा,
रहा दीन और कोमल, दिल से की सेवा।
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2. थके-हारे लोगों से यीशु कहे,
‘बोझ तेरा उठाऊँगा, पास आ मेरे।’
जब दीन रखते राज को जीवन में पहले,
यीशु देता ताज़गी मेहरबाँ बनके।
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3. ‘हैं भाई हम सब,’ कहा था यीशु ने,
तो खुद को दूसरों से बड़ा ना समझें।
यहोवा अनमोल माने दीन लोगों को;
है वादा धरती के वारिस होंगे वो।
(नीति. 3:34; मत्ती 5:5; 23:8; रोमि. 12:16 भी देखें।)