गीत 131
“जिसे परमेश्वर ने एक बंधन में बाँधा”
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1. आशीष यहोवा की
तुम दोनों पे रहे;
तीन धागों का ये रिश्ता
रखना सँभाल इसे!
(कोरस 1)
पति करे ये वादा,
“करूँगा प्यार सदा!”
जो बंधन याह ने बाँधा,
अब कोई तोड़े ना!
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2. है दोनों की दुआ,
वादे निभा सकें;
सफर नया है इनका,
मदद याह दे इन्हें।
(कोरस 2)
पत्नी करे ये वादा,
“करूँगी प्यार सदा!”
जो बंधन याह ने बाँधा,
अब कोई तोड़े ना!
(उत्प. 2:24; सभो. 4:12; इफि. 5:22-33 भी देखें।)