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पाठ 22

खुशखबरी सुनाने के लिए आप क्या कर सकते हैं?

खुशखबरी सुनाने के लिए आप क्या कर सकते हैं?

जैसे-जैसे आप बाइबल से सच्चाइयाँ सीख रहे हैं, आप शायद सोचें कि ये बातें तो सबको बतानी चाहिए। ऐसा सोचना बिलकुल सही है। लेकिन शायद आप दूसरों को ये बातें बताने से घबराएँ। आप कैसे अपनी घबराहट दूर कर सकते हैं और खुशी-खुशी लोगों को बाइबल की बातें बता सकते हैं? आइए जानें।

1. आप अपने जान-पहचानवालों को बाइबल से सीखी बातें कैसे बता सकते हैं?

यीशु के शिष्यों ने कहा, “हम उन बातों के बारे में बोलना नहीं छोड़ सकते जो हमने देखी और सुनी हैं।” (प्रेषितों 4:20) उन्होंने यीशु से जो बातें सीखी थीं, वे उन्हें इतनी अच्छी लगी कि वे ज़्यादा-से-ज़्यादा लोगों को इस बारे में बताना चाहते थे। क्या आप भी ऐसा ही महसूस करते हैं? अगर हाँ, तो अपने परिवारवालों और दोस्तों को खुशखबरी बताने के मौके ढूँढ़िए। लेकिन ऐसा करते वक्‍त उनसे प्यार और आदर से बात कीजिए।​—कुलुस्सियों 4:6 पढ़िए।

बातचीत शुरू करने के कुछ तरीके

  • अपने परिवार में किसी से बात करते वक्‍त आप कह सकते हैं, “इस हफ्ते मैंने एक दिलचस्प बात सीखी है।” और फिर आप उसे बाइबल की वह बात बता सकते हैं।

  • अगर आपका कोई दोस्त बीमार है या बहुत ज़्यादा परेशान है, तो उसे बाइबल का कोई वचन बताइए जिससे उसे हिम्मत मिले।

  • अगर काम की जगह पर कोई आपका हाल-चाल पूछे, तो मौका देखकर उसे बताइए कि आपने बाइबल अध्ययन में या मंडली की सभा में क्या सीखा।

  • अपने दोस्तों को jw.org वेबसाइट दिखाइए।

  • जब आपका बाइबल अध्ययन होता है, तो दूसरों को भी बैठने के लिए कहिए। या उन्हें दिखाइए कि वे कैसे jw.org पर जाकर बाइबल अध्ययन की गुज़ारिश कर सकते हैं।

2. मंडली के साथ मिलकर प्रचार करना क्यों एक बढ़िया लक्ष्य है?

क्या यीशु के शिष्यों ने सिर्फ अपने जान-पहचानवालों को ही खुशखबरी सुनायी थी? जी नहीं। बाइबल में लिखा है कि यीशु ‘जिस-जिस शहर में गया वहाँ उसने अपने शिष्यों को दो-दो की जोड़ियों में प्रचार करने भेजा।’ (लूका 10:1) इस इंतज़ाम से यीशु के शिष्य और भी ज़्यादा लोगों को खुशखबरी सुना पाए। इतना ही नहीं, साथ मिलकर प्रचार करने से उन्हें खुशी भी मिली। (लूका 10:17) आपके बारे में क्या? क्या आप मंडली के साथ मिलकर प्रचार करना चाहेंगे? क्यों न ऐसा करने का लक्ष्य रखें?

और जानिए

आइए जानें कि आप अपनी घबराहट कैसे दूर कर सकते हैं और वह खुशी कैसे पा सकते हैं जो खुशखबरी सुनाने से मिलती है।

3. यहोवा आपके साथ रहेगा

कुछ लोग प्रचार करना चाहते हैं, पर यह सोचकर घबराते हैं कि लोग उनके बारे में क्या सोचेंगे या उनके साथ कैसे पेश आएँगे।

  • आप जो सीख रहे हैं, क्या इस बारे में दूसरों को बताने से आप घबराते हैं? आपको ऐसा क्यों लगता है?

वीडियो देखिए फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:

  • उन जवान भाई-बहनों ने अपना डर दूर करने के लिए क्या किया?

यशायाह 41:10 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:

  • अगर आपको प्रचार करने से डर लगे, तो प्रार्थना करने से कैसे मदद मिल सकती है?

क्या आप जानते हैं?

कई साक्षियों को शुरू-शुरू में लगता था कि वे कभी दूसरों को प्रचार नहीं कर पाएँगे। सरगे का उदाहरण लीजिए। वह खुद को दूसरों से बहुत कम समझता था, इसलिए वह लोगों से बात करने से डरता था। फिर वह बाइबल अध्ययन करने लगा। वह कहता है, “मुझे डर तो लगता था, फिर भी मैं दूसरों को बताने लगा कि मैं बाइबल से क्या सीख रहा हूँ। मैं यह देखकर हैरान रह गया कि जितना ज़्यादा मैं दूसरों को बताने लगा, मेरा डर दूर होता गया। और मैं खुद के बारे में अच्छा महसूस करने लगा। यही नहीं, बाइबल की बातों पर मेरा विश्‍वास और बढ़ गया।”

4. आदर से पेश आइए

खुशखबरी सुनाते वक्‍त सिर्फ इस बात पर ध्यान मत दीजिए कि आप क्या कहेंगे बल्कि इस बात पर भी ध्यान दीजिए कि आप कैसे कहेंगे। दूसरा तीमुथियुस 2:24 और 1 पतरस 3:15 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:

  • दूसरों को बाइबल के बारे में बताते वक्‍त, आप कैसे इन वचनों में दी सलाह मान सकते हैं?

  • हो सकता है, आपके कुछ दोस्त या परिवारवाले आपकी बात से सहमत न हों। ऐसे में आप क्या कर सकते हैं? और आपको क्या नहीं करना चाहिए?

  • क्या करना ज़्यादा अच्छा रहेगा, लोगों को सीधे-सीधे बताना कि उन्हें क्या मानना चाहिए या फिर प्यार से उनके साथ तर्क करना? आप ऐसा क्यों सोचते हैं?

5. खुशखबरी सुनाने से खुशी मिलती है

यहोवा ने यीशु को खुशखबरी सुनाने का काम दिया था। यीशु इस काम के बारे में क्या सोचता था? यूहन्‍ना 4:34 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:

  • अच्छा खाना खाने से हम ज़िंदा रह पाते हैं और हमें खुशी भी मिलती है। यीशु ने क्यों कहा कि परमेश्‍वर की मरज़ी पूरी करना जैसे, खुशखबरी सुनाना खाने की तरह है?

  • आपको क्या लगता है, खुशखबरी सुनाने से कौन-सी खुशियाँ मिलती हैं?

सुझाव

  • हफ्ते के बीच होनेवाली सभा में बताया जाता है कि लोगों से बातचीत कैसे शुरू करें। ध्यान दीजिए कि आप इससे क्या सीख सकते हैं।

  • आप हफ्ते के बीच होनेवाली सभा में विद्यार्थी भाग पेश करने के बारे में सोच सकते हैं। विद्यार्थी भाग पेश करने से आपकी हिम्मत बढ़ेगी और आप अच्छी तरह दूसरों को खुशखबरी सुना सकेंगे।

  • “कुछ लोग कहते हैं” और “शायद कोई पूछे” भाग में ऐसी बातें या सवाल दिए गए हैं जो आम तौर पर लोग पूछते हैं। सोचिए कि आप उन बातों का कैसे जवाब दे सकते हैं।

शायद कोई पूछे: “और सब कैसा चल रहा है?”

  • आप कैसे इस मौके का फायदा उठाकर उसे बता सकते हैं कि आपने बाइबल से क्या सीखा है?

अब तक हमने सीखा

खुशखबरी सुनाने से खुशी मिलती है। और किसी से बातचीत शुरू करना इतना भी मुश्‍किल नहीं है।

आप क्या कहेंगे?

  • दूसरों को खुशखबरी सुनाना क्यों ज़रूरी है?

  • खुशखबरी सुनाते वक्‍त आप आदर के साथ कैसे बात कर सकते हैं?

  • अगर प्रचार करने से आपको घबराहट होती है, तो आप क्या कर सकते हैं?

लक्ष्य

ये भी देखें

आइए देखें कि हम किस तरह jw.org संपर्क कार्ड के ज़रिए चार आसान तरीकों से गवाही दे सकते हैं।

JW.ORG संपर्क कार्ड का प्रदर्शन   (1:43)

आइए जानें कि किन चार बातों की मदद से आप खुशखबरी सुना पाएँगे।

“क्या आप प्रचारक बनने के लिए तैयार हैं?” (प्रहरीदुर्ग,  सितंबर 2020)

बाइबल की एक कहानी पर ध्यान दीजिए। इससे हमें खुशखबरी सुनाने की हिम्मत मिलेगी फिर चाहे हम उम्र में छोटे क्यों न हों।

यहोवा आपको हिम्मत देगा  (11:59)

जानिए कि आप अपने परिवार के उन लोगों को बाइबल के बारे में किस तरह बता सकते हैं जो यहोवा को नहीं मानते।

“अविश्‍वासी रिश्‍तेदारों के दिल तक पहुँचना” (प्रहरीदुर्ग,  15 मार्च, 2014)