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मसीही

मसीही

यीशु के चेले कैसे मसीही कहलाए जाने लगे?

सच्चे मसीहियों की पहचान क्या है?

सच्चे मसीही किस आधार पर बचाए जाएँगे?

सच्चे मसीही यीशु को अपना राजा क्यों मानते हैं?

सच्चे मसीही दुनिया के मामलों में क्यों नहीं पड़ते?

सच्चे मसीही सरकार की आज्ञा क्यों मानते हैं?

रोम 13:1, 6, 7; तीत 3:1; 1पत 2:13, 14

  • इससे जुड़े किस्से:

    • मत 22:15-22​—यीशु ने समझाया कि उसके चेले क्यों कर देते हैं

    • प्रेष 4:19, 20; 5:27-29​—यीशु के चेलों ने दिखाया कि ऐसे कुछ मामले हैं, जब मसीही सरकार की आज्ञा नहीं मानेंगे

मसीही किस मायने में सैनिक हैं?

मसीही जो सिखाते हैं उन्हें क्यों उसके मुताबिक चलना भी चाहिए?

मत 5:16; तीत 2:6-8; 1पत 2:12

ये भी देखें: इफ 4:17, 19-24; याकू 3:13

  • इससे जुड़े किस्से:

    • प्रेष 9:1, 2; 19:9, 23​—मसीही जिस तरह उपासना करते हैं, उसे “प्रभु की राह” कहा गया है। यह दिखाता है कि मसीहियों को यीशु के नक्शे-कदम पर चलना चाहिए

सच्चे मसीहियों को क्यों परमेश्‍वर यहोवा के बारे में गवाही या साक्षी देनी चाहिए?

सच्चे मसीहियों को क्यों यीशु मसीह के बारे में भी गवाही देनी चाहिए?

सभी सच्चे मसीहियों को क्यों खुशखबरी सुनानी चाहिए?

ज़ुल्म और विरोध के बारे में मसीहियों की क्या सोच होनी चाहिए?

ये देखें: “ज़ुल्म

क्या सभी सच्चे मसीही स्वर्ग जाएँगे?

ज़्यादातर सच्चे मसीहियों को हमेशा की ज़िंदगी कहाँ मिलेगी?

क्या यीशु को माननेवाले हर समूह या चर्च में थोड़े-बहुत सच्चे मसीही हैं?

क्या ईसाई कहलानेवाले सभी लोग सच में यीशु के चेले हैं?

मत 7:21-23; रोम 16:17, 18; 2कुर 11:13-15; 2पत 2:1

  • इससे जुड़े किस्से:

    • मत 13:24-30, 36-43​—यीशु ने एक मिसाल देकर समझाया कि बहुत-से नकली मसीही भी होंगे

    • 2कुर 11:24-26​—पौलुस ने बताया कि उस पर कई मुश्‍किलें आयीं, जैसे उसे “झूठे भाइयों” का सामना करना पड़ा

    • 1यूह 2:18, 19​—प्रेषित यूहन्‍ना ने बताया कि बहुत-से भाई-बहन ‘मसीह के विरोधी’ बन गए हैं और उन्होंने सच्चाई छोड़ दी है