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बाइबल अध्ययन चलाते वक्‍त

पाठ 10

जी-जान लगा दीजिए

जी-जान लगा दीजिए

सिद्धांत:  “हमने तुम्हें न सिर्फ परमेश्‍वर की खुशखबरी सुनायी बल्कि तुम्हारे लिए अपनी जान तक देने को तैयार थे, क्योंकि तुम हमारे प्यारे हो गए थे।”​—1 थिस्स. 2:8.

यीशु ने क्या किया?

1. वीडियो देखिए या यूहन्‍ना 3:1, 2 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों के बारे में सोचिए:

  1.   क. नीकुदेमुस यीशु से मिलने रात को क्यों आया होगा?​—यूहन्‍ना 12:42, 43 देखिए।

  2.  ख. यीशु भी रात को उससे मिलने के लिए तैयार था। इससे कैसे पता चलता है कि दूसरों को सिखाने के लिए उसने जी-जान लगा दी?

यीशु से हम क्या सीखते हैं?

2. अगर हमें लोगों से प्यार होगा तो हम उन्हें सिखाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे, जी-जान लगा देंगे।

यीशु की तरह हमें क्या करना है?

3. देखिए विद्यार्थी कब और कहाँ अध्ययन करना चाहता है। उससे पूछिए, वह हफ्ते में किस दिन और कितने बजे अध्ययन करना चाहेगा? वह कहाँ अध्ययन करना पसंद करेगा? अपने काम की जगह पर, अपने घर पर या किसी दूसरी जगह? पूरी कोशिश कीजिए कि आप विद्यार्थी की पसंद को ध्यान में रखकर वक्‍त और जगह तय करें।

4. हर हफ्ते अध्ययन कीजिए। अगर आपको लगता है कि आप किसी दिन अध्ययन नहीं करा पाएँगे, तो सोचिए:

  1.   क. ‘क्या मैं हफ्ते के किसी और दिन अध्ययन करा सकता हूँ?’

  2.  ख. ‘क्या मैं फोन या वीडियो कॉल पर अध्ययन करा सकता हूँ?’

  3.  ग. ‘क्या मैं किसी और भाई या बहन को अध्ययन चलाने के लिए कह सकता हूँ?’

5. सही नज़रिया रखने के लिए प्रार्थना कीजिए। हो सकता है कि आपका विद्यार्थी कभी-कभी अध्ययन न करे या उसे बाइबल की कोई बात मानना मुश्‍किल लगे। ऐसे में यहोवा से मदद माँगिए ताकि आप उसे जी-जान से सिखाते रहें। (फिलि. 2:13) प्रार्थना कीजिए कि आप अपने विद्यार्थी की खामियों के बजाय अच्छाइयों पर ध्यान दे पाएँ।