2002 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची
2002 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची
जिस अंक में लेख प्रकाशित किया गया है, उसकी तारीख
जीवनियाँ
अपने बच्चों के दिलों में यहोवा के लिए प्यार का बीज बोना (डब्ल्यू. मात्ज़ॆन), 5/1
जहाँ हम मिशनरी बनकर गए वहीं बस गए (डी. वॉलड्रन), 12/1
त्याग की भावना से सेवा करना (डी. रेन्डॆल), 3/1
दीर्घायु और अपनी ज़िंदगी से संतुष्ट (एम. स्मिथ), 8/1
परमेश्वर की भक्ति करने की आशीषें (डब्ल्यू. आइहिनोरीआ), 6/1
“मैं कुछ भी नहीं बदलना चाहूँगी!” (जी. ऎलन), 9/1
“यहोवा ने “असीम सामर्थ” दी है (एच. मार्क्स), 1/1
यहोवा ने हमें धीरज धरना सिखाया (ए. आपोस्टोलीडीस), 2/1
युद्ध के बाद होनेवाली बढ़ोतरी में हिस्सा लेने के लिए एहसानमंद (एफ. हॉफमान), 10/1
संसार भर में भाइयों की बिरादरी से हौसला पाना (टी. कान्गाले), 7/1
हमने मैदान नहीं छोड़ा (एच. ब्रूडर), 11/1
पाठकों के प्रश्न
अंतिम परीक्षा के वक्त बहुत बड़ी संख्या में लोग गुमराह होंगे? (प्रका 20:8), 12/1
आत्म-हत्या करनेवाले की अंत्येष्टि? 6/15
‘ऐसी मुठभेड़ कि तुम्हारा लोहू बहा हो’ का मतलब (इब्रा 12:4), 2/15
किन हालात में मसीही स्त्री को सिर ढकना चाहिए? 7/15
चर्च में आयोजित अंत्येष्टि या शादी में हाज़िर होना? 5/15
छोटी-मोटी रकम की बाज़ी लगाना गलत है? 11/1
धार्मिक समूह से राजगृह पाना? 10/15
परमेश्वर से मानी मन्नतों को हर हाल में पूरा करना? 11/15
“बड़ी भीड़” जिस आंगन में सेवा करती है (प्रका 7:15), 5/1
बहुत ही कमज़ोर या अपंग लोगों का भी पानी में पूरी तरह डुबोया जाना? 6/1
मरियम की असिद्धता का यीशु पर कोई असर? 3/15
सिर्फ माता या पिता यहोवा की/का साक्षी हो, तो बच्चों को शिक्षा कैसे दें, 8/15
यहोवा न्याय को दया से नरम करता है? 3/1
यिशै के कितने बेटे थे (1शमू 16:10, 11; 1इति 2:13-15), 9/15
“यीशु के नाम से,” यह कहे बिना परमेश्वर से प्रार्थना करना, 4/15
रिश्तेदारों के बीच शादी, 2/1
लूसीफर (यशा 14:12, किंग जेम्स वर्शन), 9/15
हाबिल जानता था कि जानवरों की बलि चढ़ायी जानी चाहिए? 8/1
बाइबल
आधुनिक यूनानी में अनुवाद करने के लिए संघर्ष, 11/15
सेप्टुआजेंट, 9/15
हॆन्री VIII और बाइबल, 1/1
मसीही जीवन और गुण
अकेलापन, 3/15
‘अपना प्रशिक्षण कर,’ 10/1
अपने हाथों को मज़बूत करो, 12/1
आंधी से छिपने का स्थान, 2/15
“उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है” (देश-भक्ति के समारोह), 9/15
एक-दूसरे के साथ इकट्ठा होना, 11/15
ऐसी ज़िंदगी जीना जिससे यहोवा खुश हो? 11/15
कड़ी मेहनत पर यहोवा की आशीष कब होती है? 8/1
खराई, 8/15
खराई, सीधे लोगों की अगुवाई करती है (नीति 11), 5/15
जलन, 10/15
‘दिल खोलकर एक दूसरे को क्षमा करो,’ 9/1
धार्मिकता बोओ, करुणा की कटनी काटो (नीति 11), 7/15
‘परमेश्वर के झुंड की रखवाली कर,’ 11/15
परमेश्वर सभी जातियों को बुलावा देता है, 4/1
परिवार में प्यार, 12/15
प्राचीनो—दूसरों को ट्रेनिंग दीजिए, 1/1
भेद, 6/15
माफी माँगना, 11/1
यहोवा के मार्गों पर चलना, 7/1
‘वचन का प्रचार करने’ से विश्राम मिलता है, 1/15
विदेश में बच्चों की परवरिश, 10/15
शाबाशी, 11/1
सिखाने का अच्छा असर? 7/1
सोचने-समझने की काबिलीयत, 8/15
स्वच्छता, 2/1
हमदर्दी, 4/15
हमें परीक्षाओं को किस नज़र से देखना चाहिए? 9/1
मुख्य अध्ययन लेख
अंतिम दिनों में रहनेवाले निष्पक्ष मसीही, 11/1
“अन्यजातियों में तुम्हारा चालचलन भला हो,” 11/1
अपने धीरज पर भक्ति बढ़ाते जाओ, 7/15
आज्ञाकारी होने का गुण पैदा कीजिए, अंत करीब है, 10/1
आप सचमुच मसीह को अपना अगुवा मानते हैं? 3/15
उन्होंने शरीर में काँटों का सामना किया, 2/15
‘उस प्रकार किसी मनुष्य ने अब तक ऐसी बातें नहीं कीं,’ 9/1
“और अधिक गहराई से ध्यान दें,” 9/15
कंधे-से-कंधा मिलाकर सेवा करते रहो, 11/15
क्या आप उनमें से एक हैं जिनसे परमेश्वर प्रेम रखता है? 2/1
क्या आपको “सत्य का आत्मा” मिला है? 2/1
खुशखबरी से मिलनेवाली आशीषें, 1/1
जो बातें तुम ने सीखीं, उनका पालन किया करो, 9/15
ज़रूरतमंदों को निरंतर प्रेम-कृपा दिखाइए, 5/15
निजी अध्ययन जो हमें काबिल शिक्षक बनाता है, 12/1
परमेश्वर का उजियाला अंधेरे को दूर करता है! 3/1
“परमेश्वर के निकट आओ,” 12/15
परमेश्वर के नियम हमारे फायदे के लिए हैं, 4/15
“परमेश्वर के बड़े बड़े कामों” के बारे में सुनकर वे जोश से भर गए, 8/1
परमेश्वर के वचन के सिखानेवालों के तौर पर पूरी तरह योग्य, 2/15
परमेश्वर के वचन का निजी अध्ययन करने में खुशी पाइए, 12/1
परमेश्वर के सिद्धांत आपको राह दिखाते रहें, 4/15
बपतिस्मा क्यों लें? 4/1
“बिना दृष्टान्त वह उन से कुछ न कहता था,” 9/1
भलाई करते रहिए, 1/15
भले कामों के लिए शुद्ध किए गए लोग, 6/1
मसीह, अपनी कलीसिया की अगुवाई करता है, 3/15
मसीही, आत्मा और सच्चाई से उपासना करते हैं, 7/15
मसीही आदर्श सीखें और सिखाएँ, 6/15
मसीहियों को एक-दूसरे की ज़रूरत है, 11/15
महान शिक्षक की मिसाल पर चलिए, 9/1
“मेरे पीछे हो ले,” 8/15
“मैं ने तुम्हें नमूना दिखा दिया है,” 8/15
यहोवा आज्ञाकारी लोगों को आशीषें देता और उनकी रक्षा करता है, 10/1
यहोवा आपकी चिंता करता है, 10/15
यहोवा उजियाला देकर अपने लोगों की शोभा बढ़ाता है, 7/1
यहोवा का तेज अपने लोगों पर चमकता है, 7/1
यहोवा की धार्मिकता से प्रसन्न होइए, 6/1
यहोवा की निरंतर प्रेम-कृपा से लाभ पाना, 5/15
यहोवा की माँगें पूरी करने से उसकी बड़ाई होती है, 5/1
यहोवा के दिन में कौन बच पाएगा? 5/1
यहोवा—भलाई की सबसे बेहतरीन मिसाल, 1/15
यहोवा विश्वासघात से घृणा करता है, 5/1
राजाओं की मिसाल पर चलिए, 6/15
वफादारी से परमेश्वर के ठहराए हुए अधिकार के अधीन रहिए, 8/1
“वह तुम्हारे निकट आएगा,” 12/15
वे सत्य पर चलते रहते हैं, 7/15
‘शरीर में कांटे’ का सामना करना, 2/15
“शैतान का साम्हना करो,” 10/15
सच्चाई आपके लिए कितनी अनमोल है? 3/1
सभी सच्चे मसीही खुशखबरी सुनाते हैं, 1/1
स्थिर हृदय से यहोवा की सेवा करते रहिए, 4/1
यहोवा
परमेश्वर कौन है? 5/15
यहोवा पर भरोसा कीजिए—वही सच्चा परमेश्वर है, 1/15
सेप्टूआजेंट बाइबल में परमेश्वर के नाम के चार अक्षर, 6/1
यहोवा के साक्षी
अच्छे नैतिक आदर्शों को बढ़ावा देनेवाली कोशिशें (मोज़म्बिक), 11/15
आधुनिक युग में शहीद (स्वीडन), 2/1
एक बेटे ने कैसे अपने पिता की मदद की, 5/1
एक शुद्ध विवेक की कीमत? 2/15
कप्तान की दावत में (आर. जी. स्मिथ), 12/1
गिलियड ग्रैजुएशन, 6/15, 12/15
तरक्की से निर्माण काम में तेज़ी लाने की ज़रूरत पैदा हुई (किंगडम हॉल), 5/15
पढ़ना सीखना (सॉलमन द्वीप-समूह), 8/15
“परमेश्वर के वचन के सिखानेवाले” अधिवेशन, 1/15
फिलीपींस पर्वत, 4/15
बच्चे भी कम बुद्धिमान नहीं (बच्चों के दान), 2/1
बॉल्कन देश, (न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन), 10/15
भले कामों से परमेश्वर की महिमा होती है (इटली), 1/15
“मैं आपका पैसा क्यों लौटा रही हूँ?” 8/15
रसल के लेखनों की कदर करनेवाले पादरी, 4/15
राज्यगृह को मिला मान्यता पदक (फिनलैंड), 10/1
राज्यगृहों में सभी का स्वागत है, 11/1
विश्राम पहुँचानेवाले जवान, 9/15
सच्चाई से प्यार करनेवाले जवान, 10/1
सच्ची उपासना का समर्थन करनेवाले (दान), 11/1
सन् 2001 की सालाना सभा, 4/1
सन् 2003 में अंतर्राष्ट्रीय अधिवेशन, 7/1
“सब के साथ भलाई करें,” 7/15
सभाएँ, 3/15
‘हमारा प्रेम और भी गहरा हुआ है’ (जापान में ज्वालामुखी), 3/1
यीशु मसीह
यीशु का जन्म, 12/15
राज्य उद्घोषक रिपोर्ट करते हैं
2/1, 4/1, 6/1, 8/1, 10/1, 11/1
विविध
अंधविश्वास, 8/1
अच्छा नेता, 3/15
अनजाने देवता की वेदी, 7/15
अपंगता मिट जाएगी, 5/1
इंसान की समस्याएँ, 6/15
उपासना की जगह की ज़रूरत है? 11/15
कसूर किसका—आपका या आपके जीन्स का? 6/1
किसका वफादार होना चाहिए? 8/15
क्या कभी सब लोग एक-समान होंगे? 1/1
क्लोवॆस का बपतिस्मा, 3/1
टर्टुलियन, 5/15
“तीन बुद्धिमान पुरुष,” 12/15
दुःख-तकलीफों से भरी दुनिया में सांत्वना, 10/1
“देखो, इससे दर्द होगा,” 3/1
दो भाइयों के रवैए में ज़मीन-आसमान का फर्क (कैन और हाबिल), 1/15
धर्म—इसके लिए पैसे का इंतज़ाम कैसे किया जाना चाहिए? 12/1
धार्मिक तसवीरें, 7/1
धार्मिक विश्वास और तर्क का मेल? 4/1
धोखा खाने से बचिए, 7/1
नरक की आग, 7/15
निश्चिंत हों? 10/1
नीकुदेमुस, 2/1
पड़ोसी, 9/1
परमेश्वर के उसूलों से लाभ हो सकता है, 2/15
पहाड़ पर बसा एक नगर, 2/1
प्राचीन संसार का नाश हुआ (जलप्रलय), 3/1
बाइज़ेन्टियम में चर्च और सरकार, 2/15
“भली स्त्री” (रूत), 6/15
भ्रष्ट करनेवाली हर चीज़ से दूर रहकर शुद्ध रहिए, 2/15
मिस्र के खज़ाने से अनमोल खज़ाना (मूसा), 6/15
मौत, 6/1
मौत के बारे में कल्प-कथाएँ, 6/1
यहोशू, 12/1
योग, 8/1
“रोनेवाला” पेड़ और उसके “आँसू,” 1/15
रोम के इतिहास से सबक (ग्लैडियेटरों के खेल), 6/15
लगलग से सबक, 8/1
वॉल्डेनसस, 3/15
शवलेपन, 3/15
शापान और उसका परिवार, 12/15
शैतान—एक कल्पना या सचमुच में एक धूर्त व्यक्ति? 10/15
“संत,” 9/15
सच्चे परमेश्वर पर भरोसा रखिए, 1/15
सुरक्षा किससे मिलती है? 4/15