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जाँचिए, परखिए, फिर मानिए

जाँचिए, परखिए, फिर मानिए

क्या आप ईसाई हैं? अगर हाँ, तो आप दुनिया के उन दो अरब लोगों में से हैं, जो खुद को मसीह का शिष्य कहते हैं। आज कई तरह के ईसाई हैं, लेकिन इन सबकी अलग-अलग विचारधारा है और अलग-अलग नज़रिया है। इसलिए हो सकता है कि आपका विश्वास दूसरे ईसाइयों से एकदम अलग हो। पर क्या इससे कोई फर्क पड़ता है कि आप क्या विश्वास करते हैं? हाँ, फर्क पड़ता है, अगर हम चाहते हैं कि हम बाइबल में सीखी बातों के मुताबिक जीएँ।

यीशु मसीह के जो शिष्य शुरू-शुरू में थे, वे “मसीही” कहलाए गए। (प्रेषितों 11:26) उस वक्‍त सिर्फ एक ही मसीही विश्वास था, इसलिए यीशु की शिक्षाओं पर चलनेवाले सभी लोग इसी नाम से जाने जाते थे। उस वक्‍त के सभी मसीही मसीहियत की शुरूआत करनेवाले यीशु मसीह की शिक्षाओं और हिदायतों को एक जैसे ही माना करते थे। क्या आपको यकीन है कि आपके चर्च में वही सिखाया जाता है, जो मसीह ने सिखाया और जिस पर मसीह के शुरू-शुरू के शिष्य विश्वास करते थे? आप ये कैसे पता कर सकते हैं? सिर्फ एक तरीका है, जिससे ये पता लगाया जा सकता है, वह है बाइबल।

ज़रा इस बारे में सोचिए: यीशु मसीह पवित्र शास्त्र को परमेश्वर का वचन मानता था और उसका बहुत आदर करता था। यीशु को वे लोग बिलकुल पसंद नहीं थे, जिन्होंने इंसान की परंपराओं को बाइबल की शिक्षाओं से ज़्यादा अहमियत दी। (मरकुस 7:9-13) इस बात से हम इस नतीजे पर पहुँच सकते हैं कि यीशु के शिष्यों का विश्वास बाइबल पर आधारित होना चाहिए। इसलिए हर मसीही को अपने-आप से यह सवाल करना चाहिए, ‘मेरे चर्च में जो सिखाया जाता है, क्या वे बातें बाइबल से मेल खाती हैं?’ इस सवाल का जवाब जानने के लिए आप चर्च में सिखायी जानेवाली बातों को बाइबल से जाँचिए।

यीशु ने कहा था कि हमें परमेश्वर की उपासना सही जानकारी के आधार पर करनी चाहिए और यह जानकारी बाइबल में दी गयी है। (यूहन्ना 4:24; 17:17) और प्रेषित पौलुस ने कहा कि हमें उद्धार “सच्चाई का सही ज्ञान” हासिल करने पर ही मिल सकता है। (1 तीमुथियुस 2:4) इसलिए उद्धार पाने के लिए ज़रूरी है कि हमारा विश्वास बाइबल के सही ज्ञान पर आधारित हो।

बाइबल से जाँच-परख कीजिए

आइए यहाँ दिए 6 सवालों को पढ़िए और ध्यान दीजिए कि बाइबल में इनके क्या जवाब दिए गए हैं। जो बाइबल की आयतें यहाँ दी गयी हैं, उन्हें अपनी बाइबल में खोलकर पढ़िए और उनके बारे में सोचिए। फिर खुद से पूछिए, ‘मेरे चर्च में जो सिखाया जाता है, उस बारे में बाइबल में क्या लिखा है?’

सवाल-जवाबों के ज़रिए यह जाँच करके आपको बहुत अच्छा लगेगा। इसके अलावा अगर आप अपने चर्च में सिखायी जानेवाली और भी बातों की जाँच-परख बाइबल से करना चाहते हैं, तो यहोवा के साक्षियों को आपके साथ इस बारे में चर्चा करने में खुशी होगी। आप किसी भी यहोवा के साक्षी से मुफ्त बाइबल अध्ययन की गुज़ारिश कर सकते हैं या फिर आप हमारी वेबसाइट jw.org पर जा सकते हैं। ▪ (w16-E No. 4)