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बाइबल की सलाह मानिए, अच्छा भविष्य पाइए

बाइबल की सलाह मानिए, अच्छा भविष्य पाइए

कल्पना कीजिए, रात का वक्‍त है, चारों तरफ घुप अँधेरा है, लेकिन आप एक रास्ते पर आराम से चलते जा रहे हैं। आपको डर नहीं है कि आप रास्ता भटक जाएँगे, क्योंकि आपके हाथ में एक बढ़िया टॉर्च है। जब आप इसे नीचे की ओर करते हैं, तो आपको पास की चीज़ें साफ नज़र आती हैं। जब आप इसे सामने की ओर करते हैं, तो उसकी रौशनी दूर तक फैलती है और आप काफी दूर तक देख पाते हैं।

बाइबल भी एक बढ़िया टॉर्च की तरह है। जिस तरह हम टॉर्च से पास की चीज़ें देख पाते हैं, उसी तरह बाइबल हमें आज की समस्याओं का सामना करने के लिए सही राह दिखाती है। इस बारे में पिछले कुछ लेखों में हमने चर्चा की थी। बाइबल हमें दूर का रास्ता भी दिखाती है, ऐसा रास्ता जिस पर चलने से हम भविष्य में हमेशा तक खुशी और संतुष्टि पा सकेंगे। (भजन 119:105) वह कैसे?

बाइबल हमें दो बातें सिखाती है, जिन्हें मानने से हम एक सुनहरा भविष्य पा सकेंगे: 1 हम ज़िंदगी में मकसद कैसे पा सकते हैं। 2 हम अपने सृष्टिकर्ता के दोस्त कैसे बन सकते हैं और यह दोस्ती हमेशा के लिए कायम कैसे रख सकते हैं।

1 ज़िंदगी में मकसद कैसे पाएँ

बाइबल हमें अपनी समस्याओं का हल करने की सलाह देने के साथ-साथ कुछ और भी बताती है। यह हमें बताती है कि हम हर वक्‍त अपनी परेशानियों के बारे में ही न सोचें, बल्कि दूसरों के दुख-दर्द के बारे में भी सोचें। इससे हमारी ज़िंदगी को एक मकसद मिलेगा।

जैसे, बाइबल में एक सिद्धांत दिया है, “लेने से ज़्यादा खुशी देने में है।” (प्रेषितों 20:35) क्या आपने कभी किसी ज़रूरतमंद की मदद की है? या अगर कभी आपका कोई दोस्त बहुत दुखी था और आपको अपने दिल का हाल बता रहा था, तो क्या आपने इत्मीनान से उसकी सुनी? जब आप इस तरह दूसरों की मदद करते हैं और उनके मुरझाए चेहरे पर थोड़ी मुस्कराहट लाते हैं, तो आपको ज़रूर खुशी होती होगी।

जब हम दूसरों के लिए कुछ करते हैं और बदले में कुछ पाने की उम्मीद नहीं करते, तो हमें बहुत खुशी मिलती है। इस सिलसिले में एक लेखक ने कहा, “जब हम किसी के लिए कुछ करते हैं, तो यह तय है कि हमें बदले में उससे कहीं ज़्यादा मिलेगा, बशर्ते हम प्रतिफल पाने की न सोचें।” मगर हमें परमेश्‍वर से प्रतिफल ज़रूर मिलता है, खासकर तब जब हम ऐसे लोगों की मदद करते हैं, जो बदले में हमें कुछ नहीं दे सकते। जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तो एक तरह से वह ज़रिया बनते हैं, जिससे परमेश्‍वर लोगों की मदद करता है। परमेश्‍वर का ज़रिया बनना हमारे लिए बहुत बड़ी बात है। जब हम दूसरों का भला करते हैं, तो परमेश्‍वर की नज़र में यह ऐसा है मानो हम उस पर एहसान कर रहे हैं, उसे कुछ उधार दे रहे हैं। (नीतिवचन 19:17) दीन-दुखियों के लिए हम जो करते हैं, उसकी वह बहुत कदर करता है और उसने वादा किया है कि वह हमें इसका फल ज़रूर देगा। भविष्य में जब वह इस धरती को एक खूबसूरत बाग जैसा बना देगा, तो वह हमें सदा की ज़िंदगी देगा। दूसरों की मदद करने का कितना बड़ा इनाम!—भजन 37:29; लूका 14:12-14. *

बाइबल से हम सीखते हैं कि ज़िंदगी में मकसद पाने के लिए हमें एक और काम करना चाहिए, जो बहुत ज़रूरी है। हमें सच्चे परमेश्‍वर यहोवा की उपासना करनी चाहिए। उसके वचन में हमसे कहा गया है कि हम उसकी महिमा करें, उसका आदर करें और उसकी आज्ञा मानें, क्योंकि उसने हमें बनाया है। (सभोपदेशक 12:13; प्रकाशितवाक्य 4:11) ऐसा करने से हम अपने सृष्टिकर्ता का दिल खुश करते हैं, जो हम मामूली इंसानों के लिए कितनी बड़ी बात है। वह भी हमसे यही कहता है, “बुद्धिमान बन और मेरा दिल खुश कर।” (नीतिवचन 27:11) ज़रा सोचिए, जब हम बाइबल के सिद्धांतों के मुताबिक सही फैसले करते हैं, तो हमारे पिता यहोवा का दिल खुश होता है। उसे हमारी परवाह है और वह चाहता है कि हम उसके मार्गदर्शन पर चलकर फायदा पाएँ। (यशायाह 48:17, 18) हमारे जीवन का इससे बड़ा मकसद और क्या हो सकता है कि हम पूरे विश्‍व के मालिक यहोवा की उपासना करें और उसकी मरज़ी के मुताबिक जीकर उसका दिल खुश करें!

2 सृष्टिकर्ता से दोस्ती कैसे करें

बाइबल में हमसे यह भी कहा गया है कि हम अपने सृष्टिकर्ता के दोस्त बनें। इसमें लिखा है, “परमेश्‍वर के करीब आओ और वह तुम्हारे करीब आएगा।” (याकूब 4:8) शायद हमें यकीन न हों कि हम पूरी दुनिया के बनानेवाले परमेश्‍वर के दोस्त बन सकते हैं। मगर बाइबल हमें भरोसा दिलाती है कि अगर हम “परमेश्‍वर को ढूँढ़ें,” तो हम ‘वाकई उसे पा सकते हैं,’ क्योंकि “वह हममें से किसी से भी दूर नहीं है।” (प्रेषितों 17:27) अगर हम बाइबल की सलाह मानकर परमेश्‍वर के दोस्त बनें, तो हमें एक अच्छा भविष्य मिलेगा। वह कैसे?

ज़रा इस बात पर ध्यान दीजिए, हममें से कोई भी अपने सबसे बड़े दुश्‍मन मौत से बच नहीं पाता। (1 कुरिंथियों 15:26) लेकिन यहोवा ऐसा परमेश्‍वर है, जिसकी कभी मौत नहीं होगी। वह अनन्तकाल का परमेश्‍वर है और वह अपने दोस्तों को भी ऐसा जीवन देना चाहता है, जिसका कभी अंत न हो। बाइबल बताती है कि जो कोई यहोवा की खोज करता है, उसे यहोवा यह आशीर्वाद देता है, “तू हमेशा की ज़िंदगी का आनंद लेता रहे।”—भजन 22:26.

परमेश्‍वर का दोस्त बनने के लिए आपको क्या करना चाहिए? उसके वचन बाइबल से उसके बारे में सीखते रहिए। (यूहन्‍ना 17:3; 2 तीमुथियुस 3:16) बाइबल में लिखी बातें समझने के लिए उससे मदद माँगिए। बाइबल हमें यकीन दिलाती है कि अगर हम सच्चे दिल से ‘परमेश्‍वर से बुद्धि माँगते रहें,’ तो वह हमें ज़रूर देगा। * (याकूब 1:5) आप जो सीखते हैं, उसके मुताबिक काम भी कीजिए। ऐसा करने से बाइबल एक टॉर्च या “दीपक” की तरह न सिर्फ आज बल्कि सदा के लिए आपको सही राह दिखाती रहेगी।—भजन 119:105.

^ पैरा. 8 खूबसूरत धरती पर सदा की ज़िंदगी के बारे में और जानने के लिए बाइबल हमें क्या सिखाती है? किताब का अध्याय 3 पढ़िए। इसे यहोवा के साक्षियों ने प्रकाशित किया है।

^ पैरा. 13 यहोवा के साक्षी बिना कोई फीस लिए आपको बाइबल सिखा सकते हैं, ताकि आप उसमें दी गयी सलाह को अच्छी तरह समझ पाएँ। इस इंतज़ाम के बारे में और जानने के लिए jw.org पर बाइबल का अध्ययन कैसे होता है? नाम का वीडियो देखिए। (प्रकाशन > वीडियो में देखिए।)

अनन्तकाल का परमेश्‍वर यहोवा चाहता है कि उसके दोस्त भी हमेशा जीएँ