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क्या भविष्य जानने के तरीके भरोसेमंद है?

क्या भविष्य जानने के तरीके भरोसेमंद है?

ज्योतिष-विद्या

ज्योतिष-विद्या के मुताबिक चाँद, तारों और ग्रहों का इंसान के जीवन पर गहरा असर होता है। ज्योतिषी दावा करते हैं कि एक इंसान के जन्म के वक्‍त ग्रहों की स्थिति का उसकी ज़िंदगी पर और उसके स्वभाव पर बहुत असर पड़ता है।

ज्योतिष-विद्या की शुरूआत सदियों पहले बैबिलोन में हुई थी, लेकिन आज भी बहुत-से लोग इस पर यकीन करते हैं। आँकड़े बताते हैं कि भारत में करीब 90 प्रतिशत लोग ज्योतिष-विद्या पर यकीन करते हैं। इनमें से कई लोग वैज्ञानिक हैं। लेकिन क्या ज्योतिष-विद्या विज्ञान के हिसाब से सही है? जी नहीं! आइए जानें क्यों।

  • ज्योतिषी दावा करते हैं कि तारों और ग्रहों का इंसान की ज़िंदगी पर अच्छा या बुरा असर होता है, लेकिन यह सच नहीं है।

  • ज्योतिषी अपनी बात इस तरह कहते हैं कि वह किसी पर भी सच साबित हो सकती है।

  • पुराने ज़माने में लोगों का मानना था कि ग्रह धरती के चारों ओर घूमते हैं और इस आधार पर ही आज ज्योतिषी भविष्य बताते हैं। लेकिन सच तो यह है कि ग्रह धरती के नहीं, बल्कि सूर्य के चारों ओर घूमते हैं।

  • एक ही व्यक्‍ति के बारे में अलग-अलग ज्योतिषी जो भविष्यवाणी करते हैं, वह आपस में मेल नहीं खाती।

  • ज्योतिष-विद्या में लोगों को उनके जन्म की तारीख के हिसाब से 12 अलग-अलग राशियों में बाँटा जाता है। लेकिन समय के चलते अंतरिक्ष में धरती का स्थान बदलता है, इसलिए उन तारीखों में अब वह राशि नहीं आती, जो पुराने ज़माने में सूर्य की स्थिति को ध्यान में रखकर तय की गयी थी।

कहते हैं कि व्यक्‍ति की राशी से उसके स्वभाव का पता लगाया जा सकता है। लेकिन सच तो यह है कि जिन लोगों का जन्म एक ही तारीख पर हुआ है, उनका स्वभाव एक-दूसरे से काफी अलग होता है और एक व्यक्‍ति के जन्म की तारीख से उसके स्वभाव के बारे में कुछ नहीं पता चलता। एक इंसान असल में कैसा है, यह देखने के बजाय ज्योतिषी पहले से ही कुछ बातें ध्यान में रखकर अटकलें लगाते हैं कि उस इंसान का रवैया और व्यवहार कैसा होगा।

दूसरे तरीके

कुछ लोग भविष्य बताने के लिए दूसरे तरीके अपनाते हैं। वे चाय-कॉफी पीने के बाद प्याले में बची चायपत्ती या कॉफी देखकर भविष्य बताते है। कुछ जगहों पर लोग मरे हुए इंसानों या जानवरों के अंदरूनी अंगों को देखकर या फिर जिस तरह मुर्गा अपने दाने चुगता है, उसे देखकर लोगों का भविष्य बताते हैं। आजकल पासा, टैरो कार्ड या क्रिस्टल बॉल देखकर, तोते से पत्ते उठवाकर और कई अलग-अलग तरीकों से लोग दूसरों का भविष्य बताते हैं। सदियों से लोग ऐसे लोगों के पास जाते आए हैं। लेकिन क्या भविष्य का पता लगाने के इन तरीकों पर भरोसा किया जा सकता है? नहीं। आइए देखें क्यों।

जो लोग भविष्य बताते हैं, उनकी बातें आपस में मेल नहीं खातीं। जब वे भविष्य बताने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं, तो उनकी भविष्यवाणी एक-दूसरे से बिलकुल अलग होती है। इसके अलावा जब दो लोग किसी का भविष्य बताने के लिए एक ही तरीका अपनाते हैं, तब भी उनकी बातें आपस में मेल नहीं खातीं। जैसे, अगर एक व्यक्‍ति दो लोगों से अपने भविष्य के बारे में जानने के लिए एक ही कार्ड पढ़वाएँ, तो कायदे से उन दोनों को एक ही बात बतानी चाहिए। लेकिन अकसर ऐसा नहीं होता, वे दो अलग-अलग बातें कहते हैं।

कई लोग भविष्य पता लगाने के तरीकों या भविष्य बतानेवालों के इरादों पर शक करते हैं। उनका मानना है कि टैरो-कार्ड या क्रिस्टल बॉल तो सिर्फ दिखावे के लिए रखे जाते हैं, भविष्य बतानेवाले दरअसल कार्ड या क्रिस्टल बॉल देखकर नहीं बल्कि व्यक्‍ति को देखकर उसके बारे में अटकलें लगाते हैं। जैसे, अकसर ऐसे लोग एक व्यक्‍ति से कुछ मामूली सवाल पूछते हैं, फिर उसके जवाब और चेहरे के हाव-भाव पर गौर करते हैं, जिससे वे उसके बारे में बहुत कुछ पता लगा लेते हैं। इतना ही नहीं, बातों-बातों में वे उस व्यक्‍ति के बारे में कुछ ऐसा जान जाते हैं, जो उसने अनजाने में कहीं थी। फिर ये बातें बताकर वे उस व्यक्‍ति का विश्‍वास जीत लेते हैं और भविष्य बताने के एवज़ में उससे ढेर सारे पैसे ऐंठ लेते हैं।

बाइबल क्या बताती है?

ज्योतिषियों और दूसरों का मानना है कि हमारा भाग्य पहले से लिखा हुआ है। लेकिन पवित्र किताब बाइबल बताती है कि ऐसा नहीं है। इसमें लिखा है कि यह हमारे हाथ में है कि हम क्या करेंगे और क्या नहीं। लेकिन हम जो भी करेंगे, उस पर निर्भर करेगा कि हमारा आनेवाला कल कैसा होगा।​—यहोशू 24:15.

एक और वजह से परमेश्‍वर के सेवक ज्योतिषियों और दूसरों से भविष्य जानने की कोशिश नहीं करते। वह यह है कि परमेश्‍वर ऐसे कामों से नफरत करता है। पवित्र शास्त्र में लिखा है, ‘तुममें ऐसा कोई न हो जो ज्योतिषी का काम करता है, जादू करता है, शकुन विचारता है, टोना-टोटका करता है, मंत्र फूँककर किसी को काबू में करता है, भविष्य बताता है, मरे हुओं से संपर्क करने का दावा करता है या उससे पूछताछ करता है। जो कोई ऐसे काम करता है वह यहोवा a की नज़र में घिनौना है।’​—व्यवस्थाविवरण 18:10-12.

a “सारी धरती के ऊपर परम-प्रधान” परमेश्‍वर का नाम।​—भजन 83:18.