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नौजवानों के सवाल

सैक्सटिंग के बारे में मुझे क्या पता होना चाहिए?

सैक्सटिंग के बारे में मुझे क्या पता होना चाहिए?

 सैक्सटिंग का मतलब क्या है?

 मोबाइल के ज़रिए दूसरों को लैंगिक तौर पर उत्तेजित करनेवाले मैसेज, तसवीरें या वीडियो भेजने को “सैक्सटिंग” कहा जाता है। एक आदमी बताता है, “आजकल यह चलन बहुत आम हो गया है: पहले आप एक-दूसरे को मैसेज करते हैं, फिर देखते-ही-देखते एक-दूसरे को लैंगिक तौर पर उत्तेजित करनेवाली तसवीरें भेजने लगते हैं।”

 लोग सैक्सटिंग क्यों करते हैं? द न्यू यॉर्क टाइम्स  में एक बड़े वकील ने इसकी एक वजह बतायी। उसके मुताबिक कुछ नौजवानों का कहना है, “फोन में अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड की नंगी तसवीर रखना एक तरह से सबको बताना है कि आप लैंगिक काम करने से पीछे नहीं हटते। इलेक्ट्रॉनिक रूप में यह तसवीर इस बात की निशानी है कि आपका कोई बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड है।” एक जवान लड़की का यह तक कहना है कि सैक्सटिंग करना “सुरक्षा का ध्यान रखकर सेक्स करना है। इससे न तो गर्भवती होने का खतरा रहता है, न ही कोई लैंगिक बीमारी लगने का।”

 दूसरे नौजवानों का कहना है कि वे इन कारणों से सैक्सटिंग करते हैं:

  •   किसी को अपना बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड बनाने के इरादे से फ्लर्ट करना।

  •   किसी ने उन्हें लैंगिक तौर पर उत्तेजित करनेवाली तसवीर भेजी है और अब उन पर दबाव आता है कि वे भी ऐसी तसवीर भेजें।

सैक्सटिंग के क्या अंजाम होते हैं?

  जब आप फोन से किसी को तसवीर भेजते हैं, तो उस तसवीर का किस तरह इस्तेमाल होगा और आपके नाम पर क्या असर होगा, उस पर आपका कोई बस नहीं होता। अमैन्डा लेनहार्ट, जो प्यू रिसर्च सेंटर में सैक्सटिंग पर खोज करती है और एक विशेषज्ञ है, कहती है, “आज लोगों के लिए गंदे कामों की तसवीरें, मैसेज या वीडियो भेजना पहले से कहीं ज़्यादा आसान हो गया है। लेकिन ऐसे सबूत हमेशा के लिए दूसरों के पास रह जाते हैं, आप चाहकर भी उन्हें मिटा नहीं सकते।”

 कुछ मामलों में

  •   जिस लड़के को नंगी तसवीरें मिली हैं, वह ये तसवीरें अपने दोस्तों का मन बहलाने के लिए उन्हें भेजता है और इस तरह वे तसवीरें कई लोगों के हाथ लग जाती हैं।

  •   कुछ लड़के अपने टूटे रिश्‍ते का बदला लेने के लिए अपनी गर्लफ्रेंड की नंगी तसवीरें कई लोगों को भेज देते हैं।

 क्या आप जानते हैं? कई मामलों में फोन के ज़रिए नंगी तसवीरें भेजना एक बड़ा अपराध माना गया है। इसे बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करने या बच्चों की अश्‍लील तसवीरें (चाइल्ड पोर्नोग्राफी) भेजने जितना संगीन अपराध माना गया है। सैक्सटिंग करनेवाले कुछ किशोर बच्चों को सरकारी अधिकारियों ने यौन-शोषण का दोषी ठहराया है।

पवित्र शास्त्र क्या कहता है?

  बाइबल बताती है कि एक पति-पत्नी  का आपस में यौन-संबंध से खुशी पाना गलत नहीं है। (नीतिवचन 5:18) लेकिन इसमें साफ-साफ लिखा है कि अगर दो कुँवारे लोग आपस में यौन-संबंध से जुड़े कोई काम करते हैं, तो यह गलत है। इस बारे में बाइबल की कुछ आयतों पर ध्यान दीजिए:

  •   “तुम्हारे बीच नाजायज़ यौन-संबंध और किसी भी तरह की अशुद्धता या लालच का ज़िक्र तक न हो, न तुम्हारे बीच शर्मनाक बरताव, न बेवकूफी की बातें, न ही अश्‍लील मज़ाक हो।”​—इफिसियों 5:3, 4.

  •   “अपने शरीर के उन अंगों को मार डालो जिनमें ऐसी लालसाएँ पैदा होती हैं जैसे, नाजायज़ यौन-संबंध, अशुद्धता, बेकाबू होकर वासनाएँ पूरी करना, बुरी इच्छाएँ और लालच।”​—कुलुस्सियों 3:5.

 इन आयतों में हमें “नाजायज़ यौन-संबंध” से (यानी ऐसे दो लोगों के बीच संबंध, जो पति-पत्नी नहीं हैं) खबरदार किया गया है। इसके अलावा हमें “अशुद्धता” (इसमें कई बातें शामिल हैं, जो नैतिक तौर पर अशुद्ध हैं) और ‘बेकाबू होकर वासनाएँ पूरी करने’ से भी खबरदार किया गया है (इसका मतलब प्यार-मुहब्बत की भावनाएँ नहीं है, जो पति-पत्नी एक-दूसरे के लिए ज़ाहिर करते हैं, बल्कि यह एक ऐसी वासना है, जो गलत काम करने के लिए उकसाती है)।

 खुद से पूछिए:

  •   किसी को नंगी तसवीरें भेजना, क्यों “अशुद्धता” माना जाता है?

  •   सैक्सटिंग से एक व्यक्‍ति कैसे ‘बेकाबू होकर वासनाएँ पूरी करने’ के लिए उकसाया जाता है?

  •   नंगी तसवीरें देखना या दूसरों को भेजना, क्यों ‘बुरा’ है या इससे नुकसान होता है?

 आगे दी आयतें हमें और भी ज़बरदस्त वजह देती हैं कि हमें सैक्सटिंग क्यों नहीं करना चाहिए।

  •   “तू अपना भरसक कर ताकि तू खुद को परमेश्‍वर के सामने ऐसे सेवक की तरह पेश कर सके जिसे परमेश्‍वर मंज़ूर करे और जिसे अपने काम पर शर्मिंदा न होना पड़े।”​—2 तीमुथियुस 2:15.

  •   “सोचो कि आज तुम्हें कैसा इंसान होना चाहिए! तुम्हारा चालचलन पवित्र होना चाहिए और तुम्हें परमेश्‍वर की भक्‍ति के काम करने चाहिए।”​—2 पतरस 3:11.

 इन आयतों से पता चलता है कि नैतिक तौर पर शुद्ध रहने के अच्छे नतीजे मिलते हैं। जब आपका चालचलन बेदाग होता है, तो आपको यह चिंता नहीं सताती कि आगे चलकर आपको अपने किसी काम पर शर्मिंदा होना या पछताना पड़ेगा।​—गलातियों 6:7.

 खुद से पूछिए:

  •   मैं किस तरह का इंसान हूँ?

  •   क्या मुझे दूसरों के नाम और इज़्ज़त की परवाह है?

  •   क्या मैं दूसरों को दुख पहुँचाकर मज़े लेना चाहता हूँ?

  •   सैक्सटिंग करने से लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे?

  •   सैक्सटिंग करने से मैं किस तरह अपने मम्मी-पापा का भरोसा तोड़ रहा होता हूँ?

 सच्ची कहानी: “मेरी एक दोस्त थी। उसने एक लड़के से दोस्ती की और यह बात अपने मम्मी-पापा से छिपाए रखी। फिर एक दिन उसने उस लड़के को अपनी एक नंगी तसवीर भेजी और उस लड़के ने भी अपनी ऐसी ही तसवीर भेजी। इस बात को दो दिन भी नहीं हुए थे कि मेरी दोस्त के पापा ने उसका फोन चेक किया। उन्होंने वे सारे मैसेज देखे, जो उसने लड़के को भेजे थे। उन्हें बहुत धक्का लगा, उन्होंने मेरी दोस्त से सीधे-सीधे पूछा और उसने उन्हें सारी बात बता दी। मैं जानती हूँ कि मेरी दोस्त को अपने किए पर बहुत अफसोस है। लेकिन उसके मम्मी-पापा को यकीन ही नहीं हो रहा था और उनके दिल को बहुत ठेस पहुँची। उन्हें नहीं लगता था कि अब वे उस पर कभी भरोसा कर पाएँगे।”

 जीवन की सच्चाई: सैक्सटिंग करनेवाला खुद का और सामनेवाला का अपमान करता है। एक लड़की के बॉयफ्रेंड ने ज़बरदस्ती उसे अपनी गंदी तसवीर भेजने के लिए कहा। ऐसा करने के बाद उस लड़की का कहना है, “मुझे अपने आपसे घिन होने लगी और खुद पर बहुत शर्मिंदा महसूस करने लगी।”

 सैक्सटिंग करने से आप पर और दूसरों पर बहुत बुरा असर हो सकता है। यही नहीं, इससे आप पर मुकदमा भी चलाया जा सकता है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए बाइबल में दी सलाह मानिए:

  •   “जवानी में उठनेवाली इच्छाओं से दूर भाग।”​—2 तीमुथियुस 2:22.

  •   “मेरी आँखों को बेकार की चीज़ों से फेर दे।”​—भजन 119:37.

आप क्या करेंगे?

  इस असली घटना पर ध्यान दीजिए और देखिए कि आप इन हालात में बाइबल की सलाह कैसे लागू करेंगे। जैनट की बात पर गौर कीजिए, फिर चुनिए कि कौन-सा उपाय आपको सबसे सही लगता है।

 “एक बार मेरी मुलाकात एक लड़के से हुई और हमने एक-दूसरे के फोन नंबर लिए। उसे मिले एक हफ्ता भी नहीं हुआ था कि वह मुझे मैसेज करने लगा कि मैं स्विम-सूट पहने अपनी तसवीरें उसे भेजूँ।”​—जैनट।

 आपको क्या लगता है, जैनट को क्या करना चाहिए? अगर आप  उसकी जगह होते, तो क्या करते?

  •  1. आप शायद सोचें: ‘इसमें क्या बुराई है? अगर हम समुंदर किनारे घूमने जाएँ, तो वह मुझे स्विम-सूट में ही तो देखेगा।’

  •  2. आप शायद सोचें: ‘मुझे नहीं पता कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है। मैं पहले उसे अपनी ऐसी तसवीर भेजूँगी, जिसमें मेरा शरीर अच्छे से ढका हुआ है और फिर देखती हूँ कि वह क्या कहता है।’

  •  3. आप शायद सोचें: ‘इस लड़के को सिर्फ सेक्स से मतलब है। मैं उसका मैसेज डिलीट कर दूँगी।’

 तीसरा रास्ता सबसे सही लग रहा है, है ना? बाइबल भी बताती है, “होशियार इंसान खतरा देखकर छिप जाता है, मगर नादान बढ़ता जाता है और अंजाम भुगतता है।”​—नीतिवचन 22:3.

 इस उदाहरण से पता चलता है कि सैक्सटिंग या दूसरे गलत कामों की शुरूआत अकसर दोस्ती से होती है। तो सवाल है, क्या आप सोच-समझकर दोस्ती करते हैं?  (नीतिवचन 13:20) सारा नाम की एक लड़की कहती है, “ऐसे लोगों से दोस्ती कीजिए, जो गलत किस्म के व्यवहार को बरदाश्‍त नहीं करते।” डीलिया नाम की लड़की का भी कुछ यही कहना है, “कुछ लोग हमारे दोस्त होने का दावा तो करते हैं, मगर वे चाहते हैं कि हम अपने नैतिक उसूल तोड़ दें,  बजाय इसके कि हम उन पर चलें।  अगर उनका चालचलन परमेश्‍वर के नियमों के मुताबिक नहीं है, तो वे आपको भी गलत राह पर जाने का बढ़ावा देंगे। क्या आप वाकई चाहते हैं कि आपके साथ ऐसा हो?”