प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण मई 2009 “चुप रहने का समय” जब अंत आएगा तब आपको कहाँ होना चाहिए? पूरा ज़ोर लगाकर प्रौढ़ता के लक्ष्य तक बढ़ते जाएँ—“यहोवा का भयानक दिन निकट है” जवानो—अपनी तरक्की ज़ाहिर कीजिए पाठकों के प्रश्न पतियो, प्यार दिखाने में मसीह की मिसाल पर चलिए! “जन-सेवा करनेवाले स्वर्गदूत” इत्तै—उसकी वफादारी की मिसाल पर चलिए “मसीह” के पीछे क्यों हो लें? प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण मई 2009 प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण मई 2009 हिंदी प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण मई 2009 https://assetsnffrgf-a.akamaihd.net/assets/ct/f62df3bf2a/images/cvr_placeholder.jpg