प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण दिसंबर 2014

इस अंक में 2 फरवरी से 1 मार्च 2015 के अध्ययन लेख दिए गए हैं।

वे “राह जानते” थे

भाई गाइ एच. पीयर्स ने, जो यहोवा के साक्षियों के शासी निकाय के सदस्य थे, मंगलवार, 18 मार्च, 2014 को धरती पर अपना जीवन खत्म किया।

यहोवा खुशी-खुशी देने का जज़्बा रखनेवालों को आशीष देता है

यहोवा ने इसराएलियों को जो आज्ञा दी थी उससे हम दान देने के बारे में एक ज़रूरी सबक सीख सकते हैं।

“सुनो और इसके मायने समझो”

यीशु ने राई के दाने, खमीर, व्यापारी और छिपे हुए खज़ाने के बारे में मिसालें दीं। इन मिसालों का क्या मतलब है?

क्या आप ‘मतलब समझते’ हैं?

यीशु के ज़रिए दी गयी इन मिसालों का क्या मतलब है: बीज बोनेवाला आदमी जो सो जाता है, बड़ा जाल और उड़ाऊ बेटा?

क्या आपको याद है?

इसमें दिए 12 सवाल आपको यह जाँच करने में मदद देंगे कि आपको जून से दिसंबर 2014 में प्रकाशित की गयी प्रहरीदुर्ग पत्रिकाओं में से कितना याद है।

क्या आपको अपना मन बदलना चाहिए?

आपके कुछ फैसले पक्के होने चाहिए, लेकिन कुछ फैसलों के मामले में आपको अपना मन बदलने की ज़रूरत पड़ सकती है। आप यह कैसे तय कर सकते हैं?

आपने पूछा

जब यिर्मयाह ने राहेल के अपने बेटों के लिए रोने का ज़िक्र किया, तो उसका क्या मतलब था?

इस मिटती दुनिया के विनाश का मिलकर सामना करना

बाइबल में दी चार मिसालें दिखाती हैं कि एकता बनाए रखना कितना ज़रूरी है और भविष्य में एकता बनाए रखना क्यों और भी ज़रूरी होगा।

आपको जो मिला है, क्या आप उसकी कदर करते हैं?

हम कैसे दिखा सकते हैं कि हम अपनी आध्यात्मिक विरासत को अनमोल समझते हैं?

2014 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची

2014 अध्ययन संस्करण और जनता के लिए संस्करण प्रहरीदुर्ग में आए लेखों की विषय-सूची देखिए।