प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण जुलाई 2016

इस अंक में 29 अगस्त से 25 सितंबर, 2016 के लिए अध्ययन लेख दिए गए हैं।

उन्होंने खुशी-खुशी खुद को पेश किया—घाना में

जो ऐसी जगह जाकर सेवा करते हैं जहाँ राज प्रचारकों की ज़्यादा ज़रूरत है, उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है लेकिन आशीषें भी बहुत मिलती हैं।

राज की खोज कीजिए, चीज़ों की नहीं

यीशु ने समझाया कि हमें क्यों ज़्यादा-से-ज़्यादा चीज़ें पाने की ख्वाहिश नहीं करनी चाहिए।

हमें क्यों ‘जागते रहना’ चाहिए?

तीन बातें जागते रहने से हमें रोक सकती हैं।

“मत डर, मैं तेरी मदद करूँगा”

मुश्किल घड़ी में यहोवा वफादार दोस्त साबित हुआ है।

परमेश्वर की महा-कृपा के लिए शुक्रगुज़ार

इंसानों के लिए परमेश्वर की महा-कृपा का सबसे बड़ा सबूत क्या है?

महा-कृपा के बारे में खुशखबरी सुनाइए

‘राज की खुशखबरी’ से परमेश्वर की महा-कृपा कैसे ज़ाहिर होती है?

आपने पूछा

यहेजकेल अध्याय 37 में दो छड़ियों का ज़िक्र किया गया है, जो एक छड़ी बन जाती हैं। इसका क्या मतलब है?