प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण फरवरी 2018

इस अंक में 2-29 अप्रैल, 2018 के लिए अध्ययन लेख दिए गए हैं।

नूह, दानियेल और अय्यूब जैसा विश्‍वास रखिए और आज्ञा मानिए

इन वफादार आदमियों ने उन्हीं मुश्‍किलों का सामना किया जिनका सामना आज हम करते हैं। उन मुश्‍किलों के दौरान वे कैसे वफादार बने रहे?

नूह, दानियेल और अय्यूब की तरह क्या आप यहोवा को अच्छी तरह जानते हैं?

इन आदमियों ने सर्वशक्‍तिमान को कैसे जाना? उसे जानने से किस तरह उन्हें फायदा हुआ? हम कैसे उनकी तरह अपना विश्‍वास बढ़ा सकते हैं?

जीवन कहानी

यहोवा के लिए सबकुछ मुमकिन है

किर्गिस्तान की एक बस में एक औरत ने कुछ हैरान कर देनेवाली बातें सुनीं जिससे उसकी और उसके पति की ज़िंदगी की कायापलट हो गयी।

परमेश्‍वर की सोच रखने का क्या मतलब है?

बाइबल बताती है कि ‘परमेश्‍वर की सोच रखनेवाले’ की क्या पहचान है और वह किस तरह “इंसानी सोच रखनेवाले” से अलग है।

परमेश्‍वर की सोच जानने की कोशिश करते रहिए

सिर्फ बाइबल का ज्ञान लेने से आप परमेश्‍वर की सोच रखनेवाले इंसान नहीं बन जाएँगे। बाइबल का ज्ञान लेने के साथ-साथ और क्या करना ज़रूरी है?

खुशी​—वह गुण जो हमें परमेश्‍वर से मिलता है

अगर आपको लगता है कि हर दिन की समस्याओं से आपकी खुशी कम हो रही है, तो आप कैसे दोबारा अपनी खुशी पा सकते हैं?

अतीत के झरोखे से

जन भाषणों से आयरलैंड में फैली खुशखबरी

किस बात ने भाई सी. टी. रसल को यकीन दिलाया कि खेत “कटाई के लिए तैयार है”?