बाइबल कहानियों की मेरी मनपसंद किताब
बाइबल की 116 कहानियों का मज़ा लीजिए। ये बिलकुल सही, समझने में आसान और खूबसूरत तसवीरों से भरी हुई है।
दो शब्द
दुनिया की सबसे अच्छी किताब बाइबल से ली गयी सच्ची कहानियाँ, इसमें सृष्टि के बाद से दुनिया में हुई घटनाओं का इतिहास बताया गया है।
कहानी 2
एक खूबसूरत बगीचा
उत्पत्ति की किताब में बताया गया है कि परमेश्वर ने अदन के बगीचे को बेहद खूबसूरत बनाया था। और वह चाहता था कि पूरी धरती इस बगीचे की तरह खूबसूरत बन जाए।
कहानी 3
पहला आदमी और औरत
परमेश्वर ने आदम और हव्वा को बनाया और उन्हें अदन के बगीचे में रखा। यह दुनिया का सबसे पहला शादीशुदा जोड़ा है।
कहानी 4
उन्हें अदन बगीचे से बाहर क्यों निकाल दिया गया
उत्पत्ति की किताब हमें बताती है कि खूबसूरत फिरदौस कैसे खो गया।
कहानी 5
मुश्किल ज़िंदगी की शुरूआत
अदन के बगीचे के बाहर, आदम और हव्वा को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अगर उन्होंने परमेश्वर की बात मानी होती तो उनकी और उनके बच्चों की ज़िंदगी में खुशियाँ होती।
कहानी 6
एक अच्छा बेटा और एक बुरा बेटा
उत्पत्ति की किताब में दर्ज़ कैन और हाबिल की कहानी हमें सिखाती है कि हमें किस तरह के इंसान बनना चाहिए—और देर होने से पहले हमें अपना रवैया बदलना चाहिए।
कहानी 7
एक बहादुर आदमी
हनोक की मिसाल दिखाती है कि आप तब भी सही काम कर सकते हैं जब आपके आस-पास के लोग बुरे काम कर रहे हों।
कहानी 8
धरती पर नफिलीम
उत्पत्ति की किताब के अध्याय 6 में लंबे-चौड़े और ताकतवर आदमियों के बारे में बताया है जो दूसरों को चोट पहुँचाते थे। यह लंबे-चौड़े आदमी जो नफिलीम कहलाते थे उन दुष्ट स्वर्गदूतों के बच्चे थे, जो स्वर्ग छोड़कर धरती पर इंसान बनकर आए थे।
कहानी 9
नूह का जहाज़
नूह और उसका परिवार बाढ़ से बच गया, क्योंकि उन्होंने परमेश्वर की बात मानी, लेकिन बाकी लोगों ने परमेश्वर की बात नहीं मानी।
कहानी 10
पूरी धरती पर आयी बाढ़
जब नूह लोगों को चेतावनी दे रहा था तब लोग उसके संदेश पर हँस रहे थे। पर जैसे ही आकाश से पानी बरसने लगा, तो उनकी हँसी बंद हो गयी। जानिए कि कैसे नूह के जहाज़ से उसकी, उसके परिवार की और कई जानवरों की जान बच गयी।
कहानी 12
आसमान से बातें करती मीनार
परमेश्वर खुश नहीं था और उसने जो सज़ा दी, उसका असर आज भी देखा जा सकता है।
कहानी 14
विश्वास की परीक्षा
परमेश्वर ने अब्राहम से ऐसा क्यों कहा कि वह अपने बेटे इसहाक की बलि चढ़ाए?
कहानी 16
इसहाक को मिली अच्छी पत्नी
रिबका किस वजह से एक अच्छी पत्नी बनी? अपनी खूबसूरती की वजह से या किसी और वजह से?
कहानी 17
जुड़वाँ मगर एक-दूसरे से बिलकुल अलग
उनका पिता, इसहाक, एसाव से ज़्यादा प्यार करता था, लेकिन उनकी माँ, रिबका, याकूब से ज़्यादा प्यार करती थीl
कहानी 19
याकूब का बड़ा परिवार
क्या इसराएल के 12 गोत्रों के नाम याकूब के 12 बेटों के नाम पर रखे गए थे?
कहानी 22
जेल में कैद यूसुफ
उसने सही काम किया, कोई कानून नहीं तोड़ा लेकिन फिर भी उसे जेल में डाल दिया गया
कहानी 24
यूसुफ ने ली अपने भाइयों की परीक्षा
यूसुफ यह कैसे जान सकता है कि जिन भाइयों ने उसे गुलामी में बेचा था, अब वे बदल गए हैं या पहले जैसे ही हैं?
कहानी 26
परमेश्वर का वफादार सेवक, अय्यूब
अय्यूब ने अपनी दौलत, सेहत और अपने बच्चों को खो दिया। क्या परमेश्वर अय्यूब को सज़ा दे रहा था?
कहानी 27
दुष्ट फिरौन
फिरौन ने अपने लोगों को क्यों हुक्म दिया कि सभी इसराएली लड़के पैदा होते ही मार डाले जाएँ?
कहानी 28
नन्हा मूसा
जब फिरौन का हुक्म था कि सारे इसराएली लड़के पैदा होते ही मार डाले जाएँ, तो मूसा की माँ ने उसे बचाने के लिए रास्ता निकाला।
कहानी 29
मूसा क्यों भाग गया
जब मूसा 40 साल का था तब उसने सोचा कि वह इसराएलियों को मिस्र की गुलामी से छुड़ाने के लिए तैयार है पर ऐसा नहीं था।
कहानी 30
आग लगी, पर जली नहीं
कुछ चमत्कारों के ज़रिए परमेश्वर मूसा को बताता है कि अब वह समय आ गया है कि मूसा इसराएलियों को मिस्र से छुड़ा ले जाए।
कहानी 31
मूसा और हारून की फिरौन से मुलाकात
फिरौन अपनी बात से क्यों मुकर जाता और इसराएलियों को जाने नहीं देता?
कहानी 32
10 विपत्तियाँ
परमेश्वर मिस्र पर 10 विपत्तियाँ इसलिए लाया क्योंकि मिस्र के राजा फिरौन ने ढीठ होकर इसराएलियों भेजने से इनकार कर दिया।
कहानी 33
लाल सागर के पार
मूसा परमेश्वर की ताकत से लाल सागर को दो हिस्सों में बाँटता है और इसराएली सूखी ज़मीन पर चलकर लाल सागर पार कर रहें हैं।
कहानी 36
सोने का बछड़ा
लोग उस मूर्ति की पूजा क्यों करेंगे, जो सोने की बालियों को पिघलाकर बनायी गयी है?
कहानी 38
12 जासूस
उसमें से दस जासूसों ने अलग बातें बतायीं लेकिन दो जासूसों ने अलग बातें बतायी। अब इसराएली किसका यकीन करेंगे?
कहानी 39
हारून की छड़ी में खिले फूल
एक सूखी लकड़ी के टुकड़े में एक ही रात में कैसे फूल और पके फल निकल आए?
कहानी 48
बुद्धिमान गिबोनी
उन्होंने चालाकी से यहोशू और इसराएलियों से वादा करवाया, पर इसराएलियों ने अपना वादा निभाया।
कहानी 49
‘सूरज, ठहर जा!’
यहोवा ने यहोशू के लिए कुछ ऐसा किया जो न पहले, न आज तक उसने कभी किसी के लिए किया।
कहानी 50
दो बहादुर औरतें
बाराक ने इसराएलियों की युद्ध में अगुवाई की तो फिर तारीफ दबोरा की क्यों हुई?
कहानी 52
गिदोन और उसके 300 आदमी
परमेश्वर ने सैनिकों का चुनाव करने के लिए पानी पीने की एक अनोखी परीक्षा ली। और छोटी सी सेना को और भी छोटा कर दिया।
कहानी 55
एक छोटा लड़का परमेश्वर की सेवा में
परमेश्वर छोटे शमूएल के ज़रिए महायाजक एली को बताता की वह उसे और उसके बेटों को सज़ा देने वाला है
कहानी 56
शाऊल— इसराएल का पहला राजा
परमेश्वर ने ही शाऊल को चुना था। लेकिन बाद में उसे ठुकरा दिया, इससे हम क्या सीख सकते हैं?
कहानी 57
परमेश्वर ने दाविद को चुना
परमेश्वर ने दाविद में ऐसा क्या देखा जो भविष्यवक्ता शमूएल ने उसमें नहीं देखा?
कहानी 58
दाविद और गोलियत का मुकाबला
दाविद ने अपने गोफन के दम पर नहीं बल्कि एक ताकतवर हथियार की मदद से लड़ा।
कहानी 59
दाविद जान बचाकर भागा
शाऊल पहले दाविद से बहुत खुश था। लेकिन बाद में वह क्यों उससे इतना जलने लगा कि उसे जान से मार डालना चाहता था?
कहानी 60
अबीगैल और दाविद
अबीगैल अपने पति को बेवकूफ कहती है, इस वजह से कुछ वक्त तक नाबाल जान बच जाती है
कहानी 61
दाविद को राजा बनाया गया
दाविद ने अपनी बातों और कामों से दिखाया की वह इसराएल का राजा बनने के लायक है
कहानी 62
दाविद के परिवार पर आयी मुसीबतें
एक बड़ी गलती की वजह से दाविद और उसके परिवार के पर कई सालों तक मुसीबतें आयीं
कहानी 64
सुलैमान ने बनाया यहोवा का मंदिर
हलाकी सुलैमान बहुत बुद्धिमान था, लेकिन वह बहक गया और उसने बेवकूफी भरा काम किया।
कहानी 65
राज्य का बँटवारा
जैसे ही यारोबाम ने राज करना शुरू किया तो उसने लोगों को परमेश्वर का कानून तोड़ने के लिए उकसाया।
कहानी 67
यहोशापात ने यहोवा पर भरोसा रखा
क्यों कोई सेना लड़ाई में गाने वालों को ले जाएगी, वो भी बिना हथियार के?
कहानी 68
दो लड़के जिन्हें दोबारा ज़िंदा किया गया
क्या किसी मरे हुए इंसान को फिर से ज़िंदा किया सकता है? हाँ, ऐसा हुआ है!
कहानी 69
छोटी लड़की ने की एक सेनापति की मदद
उसमें हिम्मत थी इसलिए वह बोल पायी। इस वजह से एक चमत्कार हुआ
कहानी 71
परमेश्वर का वादा—धरती पर फिरदौस
धरती का पहला फिरदौस छोटा था। पर अब जो आने वाला है वो पूरी धरती पर होगा।
कहानी 72
परमेश्वर ने की राजा हिजकियाह की मदद
एक ही रात में एक स्वर्गदूत ने 1,85,000 अश्शूरी सैनिकों का मार डाला
कहानी 74
वह इंसानों से नहीं डरा
यिर्मयाह को लगा कि वह अभी बहुत छोटा है वह नबी का काम कैसे कर पाएगा, लेकिन परमेश्वर जानता था, कि वह यह काम अच्छे से कर पाएगा।
कहानी 76
यरूशलेम का विनाश
परमेश्वर ने क्यों यरूशलेम का नाश होने दिया वह भी इसराएलियों के दुश्मन बाबेल के हाथों?
कहानी 77
वे मूरत के आगे नहीं झुके
क्या परमेश्वर इन तीन आज्ञाकारी जवानों को आग की धधकती भट्ठी से बचाएगा?
कहानी 79
दानियेल शेरों की माँद में
दानियेल को मौत का सजा सुनायी गयी, पर क्या वह खुद को सजा से बचा सकता था?
कहानी 80
बाबेल से आज़ाद
फारस के राजा कुसरू ने जब बाबेल पर कब्ज़ा किया तो उसने एक भविष्यवाणी पूरी की और अब वह एक और भविष्यवाणी पूरी करता है
कहानी 81
उन्होंने यहोवा पर भरोसा रखा
इसराएली परमेश्वर की आज्ञा मानने के लिए इंसान का कानून तोड़ देते हैं। क्या परमेश्वर उन्हें आशीष देगा?
कहानी 82
मोर्दकै और एस्तेर
रानी वशती बहुत खूबसूरत थी, लेकिन राजा क्षयर्ष उसकी जगह एस्तेर को अपनी क्यों रानी बनाता है?
कहानी 83
यरूशलेम की दीवार
दीवार बनाते वक्त काम करने वालों को दिन और रात अपनी तलवारें और भाले तैयार रखने थे
कहानी 84
एक स्वर्गदूत मरियम से मिलने आया
उसने मरियम को परमेश्वर का एक संदेश सुनाया: उसे एक बच्चा होगा जो हमेशा-हमेशा के लिए राजा होगा
कहानी 85
अस्तबल में यीशु का जन्म
भविष्य में होने वाला राजा भला जानवरों के अस्तबल में पैदा क्यों हुआ?
कहानी 86
एक तारे ने आदमियों को रास्ता दिखाया
किसने ज्योतिषियों को रास्ता दिखाया? जवाब जानकर शायद आप हैरान रह जाएँ।
कहानी 87
छोटा यीशु मंदिर में
उसमें बात ही कुछ ऐसी थी कि मंदिर में सिखानेवाले बुज़ुर्ग भी दंग रह जाते थे।
कहानी 88
यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया
यूहन्ना पापियों को बपतिस्मा देता था, पर यीशु ने कभी कोई पाप नहीं किया। तो यूहन्ना ने उसे बपतिस्मा क्यों दिया?
कहानी 91
यीशु की लाजवाब शिक्षाएँ
पहाड़ी उपदेश की शिक्षाओं से आप पूरी ज़िंदगी समझदारी से काम ले पाएँगे।
कहानी 92
यीशु ने मरे हुओं को ज़िंदा किया
परमेश्वर की शक्ति की मदद से यीशु ने सिर्फ दो शब्द कहे और याइर की बेटी ज़िंदा हो गयी
कहानी 93
यीशु ने हज़ारों को भरपेट खिलाया
यीशु ने चमत्कार किया और हज़ारों को खाना खिलाया इससे क्या साबित होता है?
कहानी 94
छोटे बच्चों के लिए यीशु का प्यार
यीशु, प्रेषितों को सिखाता है कि उन्हें न सिर्फ बच्चों के बारे में और भी बातें सीखनी है बल्कि उन्हें बच्चों से भी सीखने की ज़रूरत है।
कहानी 95
यीशु के सिखाने का तरीका
यीशु ने पड़ोसी सामरी की जो मिसाल दी, उससे हम यीशु के बारे में यह सीखते हैं कि वह अकसर मिसालें देकर सिखाता था।
कहानी 98
जैतून पहाड़ पर
यीशु अपने चार चेलों को उन बातों के बारे में बताता है जो हमारे समय में पूरी हो रही हैं
कहनी 101
यीशु को मार डाला गया
काठ पर यीशु अपनी जान देते वक्त भी किसी से फिरदौस में ज़िंदगी का वादा करता है
कहानी 102
यीशु ज़िंदा हो गया!
जब एक स्वर्गदूत ने यीशु की कब्र का पत्थर हटाया, तब पहरा देनेवाले सैनिकों ने जो देखा, उसे देखकर वे दंग रह गए।
कहानी 105
यीशु के चेलों पर पवित्र शक्ति उँडेली गयी
यीशु ने पिन्तेकुस्त के दिन अपने चेलों के पर पवित्र शक्ति क्यों उँडेली
कहानी 106
जेल से रिहाई
हालाँकि यहूदी धर्म गुरुओं ने प्रचार काम रोकने के लिए प्रेषितों को जेल में डाल दिया लेकिन परमेश्वर की मरज़ी कुछ और ही थी।
कहानी 108
दमिश्क जानेवाली सड़क पर
एक तेज रौशनी चमकी और स्वर्ग से एक आवाज़ आयी, जिससे शाऊल की ज़िंदगी बदल गयी।
कहानी 109
पतरस की कुरनेलियुस से मुलाकात
क्या परमेश्वर भेदभाव करता है? क्या वह एक जाति या देश को दूसरे से बेहतर समझता है?
कहानी 110
तीमुथियुस—पौलुस का नया साथी
तीमुथियुस ने अपना घर छोड़ दिया ताकि पौलुस के साथ प्रचार के एक रोमांचक सफर पर निकल पड़े
कहानी 111
एक लड़का जो सो गया
जब त्रोआस में पौलुस का पहला भाषण चल ही रहा था तब युतुखुस ऊपर से गिरकर मर गया, दूसरी बार जब पौलुस बोलना शुरू किया तब नहीं। दोनों भाषणों के दौरान जो हुआ वह किसी चमत्कार से कम नहीं था।
कहानी 112
जहाज़ डूब गया
जब उनके बचने की कोई उम्मीद नज़र नहीं आ रही थी तब परमेश्वर ने अपना संदेश भेजकर उन्हें आशा दी
कहानी 113
रोम में कैद पौलुस
पौलुस जेल में एक कैदी होने के बावजूद भी कैसे एक प्रेषित के तौर पर काम कर पाया?
कहानी 114
सारी बुराइयों का अंत
परमेश्वर ने क्यों यीशु की अगुवाई में अपनी सेना को हरमगिदोन की लड़ाई के लिए भेजा?
कहानी 116
हमेशा जीने के लिए हमें क्या करना होगा
क्या यहोवा परमेश्वर और यीशु के बारे में सिर्फ जानना काफी होगा? अगर नहीं, तो और क्या करना होगा?