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यूक्रेन के खारकीव शहर में हमारे भाई-बहन बमबारी के दौरान शरण ले रहे हैं

3 मार्च, 2022
यूक्रेन

यूक्रेन पर आए संकट के दौरान भाई-बहनों का प्यार साफ नज़र आया

यूक्रेन पर आए संकट के दौरान भाई-बहनों का प्यार साफ नज़र आया

रूस ने 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन पर हमला कर दिया। यूक्रेन में 1,29,000 से ज़्यादा यहोवा के साक्षी और उनके बच्चे रहते हैं। वहाँ की शाखा-समिति ने 27 विपत्ति राहत-समितियों का इंतज़ाम किया ताकि भाई-बहनों को राहत सामग्री पहुँचा सके। इसके अलावा, यूक्रेन के भाई-बहन मसीही प्यार की अच्छी मिसाल रख रहे हैं। वे इस मुश्‍किल घड़ी में एक-दूसरे को और अपने पड़ोसियों को दिलासा दे रहे हैं और जितना हो सके उनकी मदद कर रहे हैं।

यूक्रेन के ज़्यादातर भाई-बहन फिलहाल वहीं हैं, लेकिन कुछ भाई-बहनों ने देश छोड़ने का फैसला किया है। इन भाई-बहनों को सरहद पार करने के लिए लंबी लाइनों में खड़े रहना पड़ा। कुछ लाइन तो 30 किलोमीटर लंबी थीं, इसलिए उन्हें तीन-चार दिनों तक वहीं खड़े रहना पड़ा। इस दौरान वहीं के कुछ प्रचारकों ने लाइन में खड़े भाई-बहनों को ढूँढ़ा और उन्हें खाने-पीने की चीज़ें दीं और दूसरे तरीकों से उनकी मदद की। आखिरकार जब वे सरहद पार करके दूसरे देशों में गए, तो उन्होंने देखा कि वहाँ के साक्षी jw.org का बोर्ड लिए खड़े थे। उन्होंने उनका दिल से स्वागत किया, उनकी हिम्मत बँधायी और उन्हें ज़रूरी चीज़ें दीं।

पोलेंड (बायीं तरफ) और स्लोवाकिया (दायीं तरफ) से मसीही बहनें यूक्रेन से आनेवाले भाई-बहनों का स्वागत करने के लिए खड़ी हैं

हमारे भाई-बहनों पर क्या असर हुआ है?

  • बमबारी के दौरान खारकीव में एक बधिर सहायक सेवक, भाई पेट्रो मोज़ुल की मौत हो गयी

    दुख की बात है कि 1 मार्च, 2022 को खारकीव में बमबारी के दौरान 1 बधिर भाई की मौत हो गयी और उसकी पत्नी बुरी तरह घायल हो गयी

  • इसके अलावा 3 बहनें भी घायल हो गयीं

  • 5,000 से भी ज़्यादा प्रचारकों को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा

  • 2 घर पूरी तरह तहस-नहस हो गए

  • 3 घरों को बहुत नुकसान हुआ

  • 35 घरों को थोड़ा-बहुत नुकसान हुआ

  • 2 राज-घरों को नुकसान हुआ

  • कई प्रचारकों को बिजली, हीटर और पानी की दिक्कत हुई और टेलिफोन लाइन भी नहीं चल रही थी

राहत काम

  • यूक्रेन में 27 विपत्ति राहत-समितियाँ बनायी गयीं

  • इन समितियों ने 867 प्रचारकों को सुरक्षित जगहों में ठहराने का इंतज़ाम किया

  • विपत्ति राहत-समितियाँ भाई-बहनों को खाना और पानी जैसी ज़रूरी चीज़ें पहुँचाने में लगी हुई हैं

ऊपर बताए आँकड़े तब के हैं जब यूक्रेन पर हमला शुरू ही हुआ था।

यूक्रेन में हालात पल-पल बदल रहे हैं और ये और भी मुश्‍किल होते जा रहे हैं। हमारी दुआ है कि यहोवा भाई-बहनों को इन हालात का सामना करने की बुद्धि और समझ दे। हम यह भी दुआ करते हैं कि वे एक-दूसरे को मसीही प्यार ज़ाहिर करना न छोड़ें।​—नीतिवचन 9:10; 1 थिस्सलुनीकियों 4:9.