क्या आप दूसरे देशों में जाकर सेवा करते हैं?
जी हाँ। यहोवा के साक्षी चाहे कहीं भी रहें, उनमें परमेश्वर के बारे में सिखाने की गहरी लगन होती है। दूसरों को अपने विश्वास के बारे में बताना, उनकी ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा है।—मत्ती 28:19, 20.
ऐसा करने के लिए कुछ साक्षी दूसरे देशों में जाकर सेवा करते हैं। दूसरी तरफ यही जज़्बा कुछ साक्षी अपने देश में रहकर दिखाते हैं। वे अपने ही देश में ऐसी जगहों पर जाते हैं, जहाँ पर लोगों को अब तक बाइबल से खुशखबरी सुनने का मौका नहीं मिला है। किसी भी हाल में साक्षियों को यीशु की इस भविष्यवाणी को पूरा करने में बड़ी खुशी मिलती है जिसमें कहा गया था: “तुम . . . दुनिया के सबसे दूर के इलाकों में” गवाही दोगे।—प्रेषितों 1:8.
सन् 1943 में एक खास स्कूल की शुरूआत हुई। उसमें साक्षियों को तालीम दी जाती है कि वे कैसे दूसरे देशों में जाकर लोगों को परमेश्वर के बारे में सिखा सकते हैं। इस स्कूल का नाम वॉचटावर बाइबल स्कूल ऑफ गिलियड है और अब तक करीब 8,000 साक्षी इस स्कूल से तालीम पा चुके हैं।