पादरियों के भड़कने पर भी वे शांत रहे
भाई आर्टूर आर्मीनिया देश में एक सर्किट निगरान हैं। जब वे वहाँ की एक मंडली का दौरा करने गए, तो उन्हें पता चला कि वहाँ के भाई-बहनों ने कभी-भी कार्ट लगाकर सरेआम गवाही नहीं दी थी। भाई चाहते थे कि वे भी इस तरह गवाही दें, इसलिए भाई और उनकी पत्नी ऐना ने ज़ीरायर नाम के एक भाई के साथ एक ऐसी जगह कार्ट लगाया, जहाँ बहुत-से लोगों का आना-जाना था।
देखते-ही-देखते बहुत-से लोग कार्ट के पास आने लगे और हमारे प्रकाशन लेने लगे। लेकिन कुछ ही समय बाद कुछ ऐसे लोगों की नज़र भी हमारे कार्ट पर पड़ी जिन्हें हमारा काम पसंद नहीं था। दो पादरी हमारे कार्ट के पास आए और बिना कुछ कहे उनमें से एक ने हमारे कार्ट को लात मारी और उसे गिरा दिया। फिर उसने भाई आर्टूर को इतनी ज़ोर से थप्पड़ मारा कि उनका चश्मा ज़मीन पर जा गिरा। भाई आर्टूर, बहन ऐना और भाई ज़ीरायर ने उन्हें शांत करने की बहुत कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। वे पादरी हमारे कार्ट पर पैर मारने लगे और उसे तोड़ने की कोशिश करने लगे। इस वजह से हमारे प्रकाशन हर तरफ फैल गए। उन्होंने भाइयों और बहन ऐना को गालियाँ भी दीं और उन्हें धमकियाँ देने लगे। फिर वे दोनों वहाँ से चले गए।
यह सब होने के बाद भाई आर्टूर, बहन ऐना और भाई ज़ीरायर शिकायत दर्ज़ करवाने के लिए पुलिस थाने गए। वहाँ उन्होंने बयान दर्ज़ करवाया और कुछ पुलिसवालों और थाने में काम करनेवाले दूसरे लोगों से बाइबल के बारे में कुछ देर बातचीत भी की। फिर उन तीनों को थानेदार के पास ले जाया गया। पहले तो थानेदार बस यह जानना चाहता था कि उनके साथ क्या हुआ था। वह देख सकता था कि भाई आर्टूर बहुत हट्टे-कट्टे हैं, पर जब उसे पता चला कि उन्होंने पादरियों पर हाथ नहीं उठाया और बदला नहीं लिया, तो उसे बड़ा ताज्जुब हुआ। तब उसने पूछताछ करना बंद कर दिया और उनसे इस बारे में बात करने लगा कि यहोवा के साक्षी क्या मानते हैं। उनकी बातचीत चलती रही और देखते-ही-देखते चार घंटे बीत गए! थानेदार को यहोवा के साक्षियों के बारे में जानकर इतना अच्छा लगा कि उसने कहा, “तुम लोगों का धर्म तो कमाल का है! मैं भी तुम लोगों के साथ जुड़ना चाहता हूँ!”
अगले दिन भाई आर्टूर ने फिर से उसी जगह पर कार्ट लगाया। एक आदमी उनके पास आया और उनसे कहा कि उसने देखा था कि पादरियों ने उनके साथ क्या किया था। फिर उसने भाई की तारीफ की कि इतना सबकुछ होने के बाद भी वे शांत रहे और उन्होंने बदला नहीं लिया। उस आदमी ने यह भी कहा कि पहले वह उन पादरियों की बहुत इज़्ज़त करता था, लेकिन अब उसने उनका असली रूप देख लिया है।
शाम को थानेदार ने वापस भाई आर्टूर को थाने बुलाया। लेकिन पूछताछ करने के बजाय उसने भाई से कहा कि वे उन्हें बाइबल के बारे में और बताएँ। फिर दो और पुलिसवाले आ गए और उनकी बातें सुनने लगे।
अगले दिन भाई आर्टूर फिर से थानेदार से मिलने गए और इस बार उन्होंने उसे हमारे कुछ वीडियो दिखाए। फिर थानेदार ने दूसरे पुलिसवालों को भी वीडियो देखने के लिए बुला लिया।
उन पादरियों ने तो बहुत बुरा व्यवहार किया, लेकिन इस वजह से बहुत-से पुलिसवाले यहोवा और बाइबल के बारे में जान पाए। और वे देख पाए कि यहोवा के साक्षी कितने अच्छे लोग हैं।