भाग 5 • प्रेषितों 15:1-35
‘प्रेषित और प्राचीन इकट्ठा हुए’
मंडलियों के सामने एक मसला खड़ा होता है। मामला इतना नाज़ुक है कि मंडलियों की शांति और एकता खतरे में पड़ सकती है। इसे सुलझाने के लिए मंडलियाँ किससे मार्गदर्शन माँगती हैं? इस भाग में हम देखेंगे कि पहली सदी में मसीही मंडली ने कैसे संगठित तरीके से काम किया और आज कैसे परमेश्वर के लोग उसी नमूने पर चलते हैं।