भाग 4 में आपने क्या सीखा?
जो आपको बाइबल पढ़ा रहा है, उसके साथ आगे बताए सवालों पर चर्चा कीजिए:
नीतिवचन 13:20 पढ़िए।
सोच-समझकर दोस्त बनाना क्यों ज़रूरी है?
(पाठ 48 देखें।)
अगर आप एक पति या पत्नी हैं, तो बाइबल में आपके लिए क्या सलाह दी गयी है?
अगर आप माता-पिता या बच्चे हैं, तो बाइबल में आपके लिए क्या सलाह दी गयी है?
किस तरह की बातें यहोवा को भाती हैं? किस तरह की बातें उसे पसंद नहीं हैं?
(पाठ 51 देखें।)
हम क्या पहनेंगे और कैसे दिखेंगे, इस मामले में हम बाइबल के किन सिद्धांतों को ध्यान में रखेंगे?
(पाठ 52 देखें।)
हम ऐसा मनोरंजन करना चाहते हैं जिससे यहोवा हमसे खुश हो। इसके लिए हमें क्या करना होगा?
(पाठ 53 देखें।)
मत्ती 24:45-47 पढ़िए।
“विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास” कौन है?
(पाठ 54 देखें।)
मंडली को सहयोग देने के लिए आप किस तरह अपने समय, ताकत, पैसों और अपनी चीज़ों का इस्तेमाल कर सकते हैं?
(पाठ 55 देखें।)
भजन 133:1 पढ़िए।
मंडली में एकता बनाए रखने के लिए आप क्या कर सकते हैं?
(पाठ 56 देखें।)
जब हम गंभीर पाप कर बैठते हैं, तो यहोवा से मदद पाने के लिए हम क्या कर सकते हैं?
(पाठ 57 देखें।)
पहला इतिहास 28:9 पढ़िए।
जब दूसरे लोग सच्ची उपासना का विरोध करते हैं या यहोवा को छोड़ देते हैं, तो आप कैसे दिखा सकते हैं कि आप “पूरे दिल से” यहोवा के वफादार हैं?
यहोवा के वफादार बने रहने और झूठे धर्मों से कोसों दूर रहने के लिए क्या आपको कुछ फेरबदल करने हैं?
(पाठ 58 देखें।)
ज़ुल्मों का सामना करने के लिए आप अभी से क्या कर सकते हैं?
(पाठ 59 देखें।)
यहोवा के साथ अपनी दोस्ती गहरी करने के लिए आपने क्या करने की सोची है?
(पाठ 60 देखें।)