सवाल 10
क्या पवित्र शास्त्र से मुझे मदद मिल सकती है?
आप क्या करते?
ज़रा सोचिए: गाड़ी चलाते-चलाते डेविड बहुत दूर निकल आया है, किसी अनजान रास्ते पर। रोड पर लगे बोर्ड से साफ पता चल रहा है कि यह वह जगह नहीं है जहाँ उसे जाना था। अब डेविड समझ गया है कि वह रास्ता भटक चुका है। लगता है उसने कोई गलत मोड़ ले लिया था।
अगर आप डेविड की जगह होते तो क्या करते?
थोड़ा रुककर सोचिए!
अपनी मंज़िल तक पहुँचने के लिए आपके पास कई तरीके हैं:
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किसी से रास्ता पूछना।
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मैप देखना या जी.पी.एस से पता लगाना।
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यह सोचकर गाड़ी चलाते जाना कि कभी तो अपनी मंज़िल पर पहुँच ही जाऊँगा।
बेशक, आखिरी तरीका शायद ही कोई अपनाए।
दूसरा तरीका, पहले तरीके से ज़्यादा फायदेमंद है। और क्यों न हो! क्योंकि मैप या जी.पी.एस तो रास्ते भर आपके पास है और हर मोड़ पर आपकी मदद करेगा।
इसी तरह पवित्र शास्त्र बाइबल भी आपकी मदद कर सकती है!
यह मशहूर और सबसे ज़्यादा बिकनेवाली किताब
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ज़िंदगी की चिंताओं का सामना करने में आपकी मदद कर सकती है
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आपको अपनी गलतियाँ सुधारने और एक बेहतर इंसान बनने में मदद कर सकती है
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बता सकती है कि ज़िंदगी जीने का सबसे बेहतरीन तरीका क्या है
ज़िंदगी के सबसे ज़रूरी सवालों के जवाब पाइए
जैसे ही हम बोलना सीखते हैं, हम सवाल पूछने लगते हैं।
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आसमान नीला क्यों है?
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तारे कहाँ से आए?
धीरे-धीरे दुनिया के हालात देखकर हमारे मन में कई और सवाल उठने लगते हैं।
कहीं इन सारे सवालों के जवाब बाइबल में तो नहीं?
बहुत-से लोगों को लगता है यह कथा-कहानियों की किताब है, पुराने ज़माने की है या इसे समझना बहुत मुश्किल है। क्या वाकई ऐसा है या यह सिर्फ लोगों की राय है? हो सकता है उन्हें किसी ने गलत जानकारी दी हो।
जैसे, लोगों की राय है कि बाइबल कहती है, यह दुनिया परमेश्वर चला रहा है। मगर यह कैसे हो सकता है? यह दुनिया बेकाबू होती जा रही है। दर्द के सिवा यहाँ कुछ नहीं। बीमारी और मौत कहर ढा रही है। हर तरफ गरीबी और कुदरती आफतें हैं। क्या प्यार करनेवाला परमेश्वर ऐसा कर सकता है?
क्या आप इस सवाल का जवाब जानना चाहेंगे? पवित्र शास्त्र बताता है कि हमारी मुसीबतों की जड़ कौन है और जब आप यह जानेंगे तो आपको हैरानी होगी।
शायद आपने गौर किया हो कि इस पत्रिका में दी सलाह बाइबल से है। यहोवा के साक्षियों को पूरा यकीन है कि बाइबल की सलाह सही और भरोसेमंद है। क्योंकि यह शास्त्र “परमेश्वर की प्रेरणा से लिखा गया है और सिखाने, ताड़ना देने, टेढ़ी बातों को सीध में लाने” के लिए फायदेमंद है। (2 तीमुथियुस 3:16, 17) बाइबल की खुद जाँच करके देखिए, तब आप समझ पाएँगे कि भले ही यह किताब पुरानी है मगर आज भी बहुत फायदेमंद है!