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परमेश्‍वर की सेवा करने का आपका निर्णय

परमेश्‍वर की सेवा करने का आपका निर्णय

पाठ १६

परमेश्‍वर की सेवा करने का आपका निर्णय

परमेश्‍वर का मित्र बनने के लिए आपका क्या करना ज़रूरी है? (१, २)

आप परमेश्‍वर को अपना समर्पण कैसे करते हैं? (१)

आपका बपतिस्मा कब होना चाहिए? (२)

आप परमेश्‍वर के प्रति वफ़ादार रहने के लिए बल कैसे प्राप्त कर सकते हैं? (३)

१. परमेश्‍वर का मित्र बनने के लिए, आपका बाइबल सत्य का अच्छा ज्ञान हासिल करना  (१ तीमुथियुस २:३, ४), आपने जो बातें सीखी हैं उन पर विश्‍वास करना  (इब्रानियों ११:६), अपने पापों से पश्‍चाताप करना  (प्रेरितों १७:३०, ३१), और अपने जीवन-मार्ग में फेर लाना  (प्रेरितों ३:१९) ज़रूरी है। उसके बाद परमेश्‍वर के लिए आपके प्रेम से आपको प्रेरणा मिलनी चाहिए कि ख़ुद को उसे समर्पित करें।  इसका अर्थ है कि एक व्यक्‍तिगत, निजी प्रार्थना में आप उसे बताएँ कि आप उसकी इच्छा करने के लिए ख़ुद को उसे सौंप रहे हैं।—मत्ती १६:२४; २२:३७.

२. परमेश्‍वर को अपना समर्पण करने के बाद, आपको बपतिस्मा लेना  चाहिए। (मत्ती २८:१९, २०) बपतिस्मा सबको यह ज्ञात करवा देता है कि आपने ख़ुद को यहोवा को समर्पित किया है। सो बपतिस्मा केवल उनके लिए है जो इतनी उम्र के हैं कि परमेश्‍वर की सेवा करने का निर्णय कर सकते हैं। जब एक व्यक्‍ति का बपतिस्मा होता है, तो क्षण-भर के लिए उसके पूरे शरीर को पानी के नीचे रखा जाना चाहिए। *मरकुस १:९, १०; प्रेरितों ८:३६.

३. आपका समर्पण कर लेने के बाद, यहोवा अपेक्षा करेगा कि आप अपनी प्रतिज्ञा को पूरा करें। (भजन ५०:१४; सभोपदेशक ५:४, ५) इब्‌लीस आपको यहोवा की सेवा करने से रोकने की कोशिश करेगा। (१ पतरस ५:८) लेकिन प्रार्थना में परमेश्‍वर के क़रीब आइए। (फिलिप्पियों ४:६, ७) हर दिन उसके वचन का अध्ययन कीजिए। (भजन १:१-३) कलीसिया के साथ बहुत क़रीबी से जुड़े रहिए। (इब्रानियों १३:१७) यह सब कुछ करने के द्वारा, आपको परमेश्‍वर के प्रति वफ़ादार रहने के लिए बल प्राप्त होगा। इस प्रकार अनन्तकाल तक आप वे कार्य कर सकते हैं जिनकी परमेश्‍वर आपसे माँग करता है!

[फुटनोट]

^ पैरा. 2 बपति  की तैयारी के लिए, ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है,  या इसके समान वॉच टावर बाइबल एण्ड ट्रैक्ट सोसाइटी द्वारा प्रकाशित किसी पुस्तक के अध्ययन की सिफ़ारिश की जाती है।