इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

पाठ 55

यहोवा के स्वर्गदूत ने हिजकियाह की रक्षा की

यहोवा के स्वर्गदूत ने हिजकियाह की रक्षा की

अश्‍शूरी साम्राज्य ने दस गोत्रोंवाले इसराएल राज्य पर कब्ज़ा कर लिया था। इसके बाद अश्‍शूर का राजा सनहेरीब दो गोत्रोंवाले यहूदा राज्य पर कब्ज़ा करना चाहता था। वह एक-एक करके यहूदा के शहरों पर कब्ज़ा करने लगा। वह सबसे ज़्यादा यरूशलेम को जीतना चाहता था। मगर वह नहीं जानता था कि यहोवा उस शहर की रक्षा कर रहा है।

यहूदा के राजा हिजकियाह ने सनहेरीब को बहुत सारा पैसा दिया ताकि वह यरूशलेम पर हमला न करे। मगर सनहेरीब ने पैसा लेने के बाद भी अपनी ताकतवर सेना को यरूशलेम पर हमला करने भेजा। शहर के लोग बहुत डर गए क्योंकि अश्‍शूरी सैनिक धीरे-धीरे पास आ रहे थे। हिजकियाह ने लोगों से कहा, ‘तुम मत डरो। भले ही अश्‍शूरी लोग ताकतवर हैं, मगर यहोवा हमें उनसे ज़्यादा ताकतवर बनाएगा।’

सनहेरीब ने अपने आदमी रबशाके को यरूशलेम भेजा ताकि वह लोगों का मज़ाक उड़ाए। रबशाके शहर के बाहर खड़ा हुआ और चिल्ला-चिल्लाकर कहने लगा, ‘यहोवा तुम लोगों की मदद नहीं कर सकता। तुम हिजकियाह की बातों में मत आओ। ऐसा कोई ईश्‍वर नहीं जो तुम्हें हमारे हाथों से बचा सके।’

हिजकियाह ने यहोवा से पूछा कि उसे क्या करना चाहिए। यहोवा ने कहा, ‘रबशाके ने जो कहा है उससे मत डर। सनहेरीब यरूशलेम पर कब्ज़ा नहीं कर पाएगा।’ इसके बाद हिजकियाह को सनहेरीब से कुछ चिट्ठियाँ मिलीं। चिट्ठियों में लिखा था, ‘तुम लोग हार मान लो। यहोवा तुम्हें नहीं बचा सकता।’ हिजकियाह ने प्रार्थना की, ‘हे यहोवा, दया करके हमें बचा ले ताकि सब लोग जान जाएँ कि तू ही सच्चा परमेश्‍वर है।’ यहोवा ने उससे कहा, ‘अश्‍शूर का राजा यरूशलेम नहीं आ पाएगा। मैं अपने शहर की रक्षा करूँगा।’

सनहेरीब को पूरा यकीन था कि बहुत जल्द यरूशलेम उसका हो जाएगा। मगर एक रात यहोवा ने अपने एक स्वर्गदूत को उस शहर के बाहर भेजा जहाँ अश्‍शूरी सैनिक डेरा डाले हुए थे। स्वर्गदूत ने 1,85,000 सैनिकों को मार डाला! राजा सनहेरीब के सबसे ताकतवर सैनिक मारे गए। अब उसके पास कोई चारा नहीं था, वह हारकर घर चला गया। यहोवा ने हिजकियाह और यरूशलेम की रक्षा की, ठीक जैसे उसने वादा किया था। अगर आप यरूशलेम में होते तो क्या आप यहोवा पर भरोसा रखते?

“जो यहोवा का डर मानते हैं उसका स्वर्गदूत उनकी हिफाज़त करता है और उन्हें छुड़ाता है।”—भजन 34:7