कहानी 74
वह इंसानों से नहीं डरा
देखिए ये लोग कैसे उस आदमी पर हँस रहे हैं। क्या आपको मालूम है, वह कौन है? वह यिर्मयाह है, यहोवा का नबी।
हमने पिछली कहानी में पढ़ा था कि राजा योशिय्याह ने कैसे इस्राएल से मूर्तियों को हटाना शुरू किया। उसके कुछ ही समय बाद यहोवा ने यिर्मयाह से उसका नबी बनने को कहा। यिर्मयाह को लगता था कि वह नबी बनने के लिए बहुत छोटा है। पर यहोवा ने उससे कहा, ‘डरो नहीं, मैं तुम्हारी मदद करूँगा।’
यिर्मयाह ने इस्राएलियों से कहा कि वे बुरे काम करना बंद कर दें। उसने कहा: ‘दूसरे देशों के लोग जिन देवी-देवताओं की पूजा करते हैं, वे सब झूठे हैं।’ लेकिन फिर भी कई इस्राएलियों को सच्चे परमेश्वर यहोवा के बजाय, मूर्तियों की पूजा करना ज़्यादा पसंद था। जब यिर्मयाह ने लोगों को बताया कि उनके इस बुरे काम के लिए यहोवा उन्हें सज़ा देगा, तो वे उस पर हँसने लगे।
साल-पर-साल बीतते गए। राजा योशिय्याह की मौत हो गयी। तीन महीने बाद उसका बेटा यहोयाकीन राजा बना। इस दौरान यिर्मयाह लोगों से कहता रहा: ‘अगर तुम लोगों ने बुरे काम करने बंद नहीं किए, तो यरूशलेम खाक में मिल जाएगा।’ इस पर एक दिन याजकों ने यिर्मयाह को पकड़ लिया और कहा: ‘यह सब बातें कहने के लिए तुम्हें मार डालना चाहिए।’ फिर उन्होंने इस्राएल के अधिकारियों से कहा: ‘यिर्मयाह को मौत की सज़ा दी जानी चाहिए। क्योंकि उसने हमारे शहर के खिलाफ बोला है।’
अब यिर्मयाह क्या करता? क्या वह डर गया? बिलकुल नहीं! उसने सीना ठोककर सबसे कहा: ‘ये सारी बातें बताने के लिए यहोवा ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है। अगर तुमने बुरे काम करने बंद नहीं किए, तो यहोवा यरूशलेम को ज़रूर नाश कर देगा। और कान खोलकर सुन लो, अगर तुमने मुझे मार डाला, तो तुम एक बेकसूर आदमी की जान ले रहे होगे।’
अधिकारियों ने यिर्मयाह को ज़िंदा रहने दिया। लेकिन इस्राएलियों ने बुरे काम करना नहीं छोड़ा। इसलिए कुछ समय बाद बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम पर हमला किया। इस्राएली हार गए। और नबूकदनेस्सर उन्हें गुलाम बनाकर अपने साथ बाबुल ले गया। सोचिए, उन पर क्या गुज़री होगी! अगर कोई अजनबी आपको आपके घर से उठा ले जाए, तो आपको कैसा लगेगा?