आग की झील
एक लाक्षणिक जगह, जो “आग और गंधक से जलती रहती है।” इसे “दूसरी मौत” भी कहा गया है। इसमें शैतान और ऐसे लोगों को डाला जाएगा जो अपने पापों का पश्चाताप नहीं करते। इसमें मौत और कब्र (यानी हेडीज़) को भी डाला जाएगा। एक अदृश्य प्राणी, मौत और कब्र पर आग का कोई असर नहीं होता। इसलिए आग की झील में इनका डाला जाना दिखाता है कि यह कोई ऐसी जगह नहीं है जहाँ किसी को हमेशा के लिए तड़पाया जाता है। इसके बजाय यह हमेशा के विनाश को दर्शाता है।—प्रक 19:20; 20:14, 15; 21:8.