गुट
ऐसे लोगों का समूह जो कुछ खास शिक्षाएँ मानता था या जो एक अगुवे के पीछे जाता था और जिसकी अपनी ही कुछ शिक्षाएँ होती थीं। यहूदी धर्म के दो मुख्य दलों, फरीसियों और सदूकियों को गुट कहा जाता था। लोग मसीही धर्म को “गुट” या ‘नासरियों का गुट’ कहते थे क्योंकि शायद उनका मानना था कि इस गुट के लोग यहूदी धर्म से अलग हुए हैं। कुछ समय बाद मसीही मंडली में कई गुट बनने लगे। प्रकाशितवाक्य में खासकर “निकुलाउस के गुट” का ज़िक्र मिलता है।—प्रेष 5:17; 15:5; 24:5; 28:22; प्रक 2:6; 2पत 2:1.