शुरू-शुरू में ये उन जहाज़ों को कहा जाता था जो प्राचीन तरशीश (आज के स्पेन) तक जाते थे। ऐसा लगता है कि आगे चलकर यह नाम उन सभी बड़े-बड़े जहाज़ों को दिया गया जो दूर-दूर तक सफर करते थे। सुलैमान और यहोशापात ने भी इन जहाज़ों को व्यापार के लिए इस्तेमाल किया।—1रा 9:26; 10:22; 22:48.