मुहर
ऐसी चीज़ जिससे छाप लगायी जाती थी। (यह छाप आम तौर पर चिकनी मिट्टी या मोम पर लगायी जाती थी।) किसी चीज़, दस्तावेज़ वगैरह पर लगी मुहर दिखाती थी कि उसका मालिक कौन है, वह असली है या दो पक्षों के बीच करार किया गया है। प्राचीन समय की मुहर सख्त चीज़ (जैसे पत्थर, हाथी-दाँत या लकड़ी) से बनी होती थी जिस पर अक्षर या प्रतीक उलटे खुदे होते थे। मुहर को लाक्षणिक तौर पर यह दिखाने के लिए भी इस्तेमाल किया गया है कि कोई बात सच्ची या राज़ है। मुहर लगाना यह भी दिखाता है कि किसी पर किसका अधिकार है।—निर्ग 28:11; नहे 9:38; प्रक 5:1; 9:4.