शैक्षिक कार्यक्रम
यहोवा के साक्षी संसार भर में बाइबल शैक्षिक कार्य करने के लिए विख्यात हैं।
क्योंकि वे अपने बाइबल शैक्षिक कार्य को बहुत महत्त्व देते हैं, कुछ लोग सोच सकते हैं कि वे लौकिक शिक्षा में दिलचस्पी नहीं रखते। लेकिन ऐसा नहीं है। दूसरों को सिखाने से पहले एक शिक्षक को खुद सीखना पड़ता है और इसके लिए उचित शिक्षण और प्रशिक्षण की ज़रूरत होती है। सो लौकिक स्कूली शिक्षा का सदुपयोग करने के साथ-साथ, यहोवा के साक्षियों
ने बहुत सालों से वॉच टावर सोसाइटी द्वारा संचालित विभिन्न शैक्षिक कार्यक्रमों और स्कूलों से भी लाभ उठाया है। इन्होंने साक्षियों और दूसरों को मदद दी है कि मानसिक, नैतिक और आध्यात्मिक रूप से उन्नति करें।उदाहरण के लिए, अनेक देशों में साक्षियों ने एक खास चुनौती का सामना किया है—उन लोगों को कैसे सिखाएँ जिन्हें सही स्कूली शिक्षा का बहुत कम या बिलकुल भी अवसर नहीं मिला है और इस कारण वे पढ़ना या लिखना नहीं जानते। इस ज़रूरत को पूरा करने के लिए वॉच टावर सोसाइटी ने साक्षरता कार्यक्रमों का प्रबंध किया है।
उदाहरण के लिए, नाइजीरिया में यहोवा के साक्षी १९४९ से साक्षरता कक्षाएँ चला रहे हैं। इनके द्वारा १९६१ तक हज़ारों नाइजीरिया-वासियों ने पढ़ना सीख लिया था और उपलब्ध रिकॉर्ड दिखाते हैं कि इसके अलावा १९६२ से १९९४ के बीच, इन कक्षाओं में कुल २५,५९९ लोगों को पढ़ना-लिखना सिखाया गया। हाल के एक सर्वेक्षण ने दिखाया कि नाइजीरिया में ९० प्रतिशत से अधिक यहोवा के साक्षी साक्षर हैं, जबकि बाकी की जनसंख्या में ५० प्रतिशत से भी कम लोग साक्षर हैं। मॆक्सिको में, वॉच टावर सोसाइटी ने १९४६ से साक्षरता कक्षाएँ संचालित की हैं। १९९४ के दौरान, ६,५०० से अधिक व्यक्तियों को पढ़ना-लिखना सिखाया गया। १९४६ से १९९४ के बीच, १,२७,००० से अधिक लोगों को साक्षर बनने में मदद दी गयी। अन्य अनेक देशों में भी साक्षरता कक्षाओं का प्रबंध किया गया है, जैसे कैमरून, ज़ाम्बिया, बोलिविया, और हॉण्डुरास।
जिन देशों में ऐसे साक्षरता कार्यक्रम चलाये गये हैं वहाँ इन्हें शैक्षिक अधिकारियों द्वारा प्रायः स्वीकृति प्राप्त हुई है। उदाहरण के लिए, मॆक्सिको में एक सरकारी अधिकारी ने लिखा: “आपके सहयोग के लिए मैं आपका आभारी हूँ और जन-मानस के लाभ के लिए आप अनपढ़ लोगों तक ज्ञान का प्रकाश लाने में जो उल्लेखनीय प्रगतिशील कार्य कर रहे हैं उसके लिए मैं राज्य सरकार की तरफ से आपको हार्दिक बधाई देता हूँ। . . . मैं आपके शैक्षिक कार्य में आपकी सफलता की कामना करता हूँ।”
ईश्वरशासनिक सेवकाई स्कूल
क्योंकि यहोवा के साक्षी अपने बाइबल शैक्षिक कार्य को बहुत महत्त्व देते हैं, वे दूसरों को बाइबल शिक्षाएँ समझाने की अपनी योग्यता को बढ़ाने का प्रयास करते हैं। इस किस्म की मदद देने के लिए संसार भर की ८५,००० से अधिक कलीसियाओं में हर सप्ताह ईश्वरशासनिक सेवकाई स्कूल नामक सभा होती है। इसमें दाखिल सभी जन, चाहे वे साक्षी हों या नहीं, बारी-बारी से श्रोतागण के सामने पहले से चुने गये एक विषय पर संक्षिप्त प्रस्तुति करते हैं। इसके बाद एक प्रशिक्षक उन्हें सार्वजनिक पठन और वक्तव्य कौशल सिखाने के लक्ष्य से सलाह देता है, विद्यार्थी की उम्र चाहे जो भी हो। छोटे बच्चे भी, जैसे ही वे पढ़ना सीख जाते हैं, इस प्रशिक्षण के लिए नाम दर्ज़ करवा सकते हैं। यह उनके
लिए दूसरे क्षेत्रों में भी उपयोगी साबित होता है, उनकी लौकिक स्कूली शिक्षा में भी। अनेक अध्यापकों ने टिप्पणी की है कि साक्षी विद्यार्थी अपने विचार बहुत अच्छी तरह व्यक्त कर पाते हैं।साथ ही, यहोवा के साक्षियों की हर कलीसिया को प्रोत्साहित किया जाता है कि अपने राज्यगृह या सभा स्थान में एक पुस्तकालय बनाएँ जिसमें बाइबल अध्ययन सहायक-पुस्तकें, शब्दकोश, और दूसरी संदर्भ रचनाएँ रखें। यह पुस्तकालय राज्यगृह की सभाओं में उपस्थित होनेवाले सभी जनों के लिए होता है। साक्षियों की कलीसियाओं में पठन के लिए बहुत प्रोत्साहन दिया
जाता है और इसी तरह हर परिवार को प्रोत्साहित किया जाता है कि एक पारिवारिक पुस्तकालय बनाएँ जिसमें बच्चों और बड़ों की ज़रूरत के ढेरों प्रकाशन रखें।दूसरे स्कूल
वॉच टावर सोसाइटी स्त्री-पुरुष मिशनरियों को प्रशिक्षित करने के लिए, साथ ही उन पुरुषों को प्रशिक्षण देने के लिए जिनके पास स्थानीय कलीसियाओं में सेवकाई की ज़िम्मेदारियाँ हैं, कई स्कूल चलाती है। ये स्कूल इस बात का अतिरिक्त प्रमाण हैं कि यहोवा के साक्षी शिक्षा को बहुत महत्त्व देते हैं।