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अध्याय 15

यीशु का पहला चमत्कार

यीशु का पहला चमत्कार

यूहन्‍ना 2:1-12

  • काना नगर में शादी

  • यीशु पानी को दाख-मदिरा में बदल देता है

नतनएल को यीशु का चेला बने दो दिन हुए हैं। अब तीसरे दिन यीशु नतनएल और कुछ और नए चेलों के साथ गलील प्रदेश की तरफ निकल पड़ता है। वे सब उसी इलाके में रहते हैं। फिलहाल वे सभी काना जा रहे हैं जहाँ नतनएल का घर है। काना नासरत के उत्तर में पहाड़ियों पर बसा एक नगर है। उन सभी को एक शादी की दावत में काना बुलाया गया है।

यीशु की माँ मरियम भी दावत में आयी हुई है। लगता है वह मेहमानों की खातिरदारी कर रही है। इसलिए जब वह देखती है कि दाख-मदिरा कम पड़ गयी है, तो वह यीशु को बताती है।​—यूहन्‍ना 2:3.

मरियम चाहती है कि यीशु कुछ इंतज़ाम करे। मगर यीशु उससे कहता है, “हम क्यों इसकी चिंता करें?” (यूहन्‍ना 2:4) उसके पिता ने उसे राजा चुना है, इसलिए उसे क्या करना है और क्या नहीं, यह उसका पिता बताएगा, न कि उसके दोस्त या परिवारवाले। मरियम समझ जाती है, इसलिए यह मामला यीशु के हाथ में छोड़ देती है और वहाँ काम करनेवालों से कहती है, “वह तुमसे जो कहे, वही करना।”​—यूहन्‍ना 2:5.

वहाँ पत्थर के छः मटके हैं। हर मटके में 40-50 लीटर पानी आ सकता है। यीशु वहाँ काम करनेवालों से कहता है, “मटकों को पानी से भर दो।” जब वे मटके भर देते हैं, तो पानी दाख-मदिरा में बदल जाता है। फिर यीशु उनसे कहता है, “अब इसमें से थोड़ा लेकर दावत की देखरेख करनेवाले के पास ले जाओ।”​—यूहन्‍ना 2:7, 8.

जब दावत की देखरेख करनेवाला दाख-मदिरा चखता है, तो उसे स्वाद बहुत बढ़िया लगता है। उसे नहीं पता कि यह दाख-मदिरा चमत्कार से बनायी गयी है। वह दूल्हे से कहता है, “हर कोई बढ़िया दाख-मदिरा पहले निकालता है और जब लोग पीकर धुत्त हो जाते हैं, तो हलकी दाख-मदिरा देता है। मगर तूने अब तक इस बेहतरीन दाख-मदिरा को अलग रखा हुआ है।”​—यूहन्‍ना 2:10.

यह यीशु का पहला चमत्कार है। जो लोग अभी-अभी यीशु के चेले बने हैं, वे जब यह चमत्कार देखते हैं, तो यीशु पर उनका विश्‍वास मज़बूत होता है। इसके बाद यीशु, उसकी माँ और उसके भाई कफरनहूम चले जाते हैं। यह शहर गलील झील के उत्तर-पश्‍चिमी तट पर है।