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क्या मैं विवाह के लिए तैयार हूँ?

क्या मैं विवाह के लिए तैयार हूँ?

अध्याय ३०

क्या मैं विवाह के लिए तैयार हूँ?

विवाह कोई खेल नहीं। परमेश्‍वर का उद्देश्‍य था कि पति और पत्नी एक स्थायी बन्धन बान्धें, जो किसी अन्य मनुष्य के साथ किसी बन्धन से अधिक घनिष्ठ हो। (उत्पत्ति २:२४) अतः एक विवाह-साथी वह व्यक्‍ति है जिसके साथ आप अपना बाक़ी का जीवन गुज़ारेंगे—या आपको गुज़ारना पड़ेगा।

किसी भी विवाह में कुछ “पीड़ा और शोक” तो निश्‍चित ही आता है। (१ कुरिन्थियों ७:२८, द न्यू इंग्लिश बाइबल) लेकिन मारसिया लाज़वॆल, जो व्यवहार-सम्बन्धी विज्ञान की एक प्रोफ़ॆसर है, चिताती है: “एक विवाह चलेगा या नहीं, इसके बारे में यदि हमारे पास कोई निर्विवाद जानकारी है तो वह यह है कि जो बहुत छोटी उम्र में विवाह करते हैं उनकी सफलता की संभावना बहुत कम है।”

इतने सारे युवाओं के विवाह क्यों असफल हो जाते हैं? इसके उत्तर का एक बड़ा सम्बन्ध यह निश्‍चित करने के साथ हो सकता है कि आप विवाह के लिए तैयार हैं या नहीं।

बड़ी आशाएँ

“विवाह क्या है इसके बारे में हमारा विचार बहुत ग़लत था,” एक किशोरी स्वीकार करती है। “हमने सोचा हम आ-जा सकते हैं, जो चाहे कर सकते हैं, बर्तन चाहे धोएँ चाहे न धोएँ, लेकिन यह ऐसा नहीं है।” अनेक युवा विवाह के बारे में ऐसे अपरिपक्व विचार रखते हैं। वे इसे एक रोमांटिक कल्पना समझते हैं। या वे विवाह करने को दौड़ते हैं क्योंकि वे बड़े दिखने का स्तर चाहते हैं। और दूसरे हैं जो घर, स्कूल, या अपने समाज की बुरी स्थिति से बचना-भर चाहते हैं। एक लड़की ने अपने मँगेतर से कहा: “जब हमारा विवाह हो जाएगा तब मैं बहुत ख़ुश होऊँगी। तब मुझे फिर कभी कोई फ़ैसला नहीं करना पड़ेगा!”

लेकिन विवाह न तो एक कल्पना है न ही समस्याओं का अचूक समाधान। असल में, यह ढेर सारी नयी समस्याएँ प्रस्तुत करता है जिनका सामना करना होता है। “अनेक किशोर घर-घर खेलने के लिए विवाह करते हैं,” मिनी कहती है, जिसका पहला बच्चा २० की उम्र में हुआ। “ओह, यह कितना मज़ेदार दिखता है! आप सोचते हैं कि बच्चा एक छोटी-सी गुड़िया की तरह है, एक बड़ी प्यारी-सी चीज़ जिसके साथ आप खेल सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है।”

अनेक युवाओं की यौन सम्बन्धों के बारे में भी काल्पनिक अपेक्षाएँ होती हैं। अठारह की उम्र में विवाह करनेवाले एक युवक ने कहा: “विवाह करने के बाद मुझे पता चला कि सॆक्स का बड़ा रोमांच बहुत जल्द चला जाता है और उसके बाद हमें कुछ असल समस्याएँ होने लगीं।” किशोर दम्पतियों के एक अध्ययन में पाया गया कि आर्थिक समस्याओं के बाद, सबसे अधिक बहस यौन सम्बन्ध को लेकर होती है। निःसंदेह ऐसा इसलिए है कि संतोषदायी वैवाहिक सम्बन्ध निःस्वार्थता और आत्म-संयम का परिणाम होते हैं—वे गुण जिन्हें विकसित करने से युवा प्रायः चूक गए हैं।—१ कुरिन्थियों ७:३, ४.

बुद्धिमानी से, बाइबल मसीहियों को प्रोत्साहन देती है कि “नवयौवन के ढलने” के बाद विवाह करें। (१ कुरिन्थियों ७:३६, NW) उस समय विवाह करना जब वासना धधक रही होती है आपके सोच-विचार को विकृत कर सकता है और आपको एक भावी साथी की कमियों के प्रति अन्धा कर सकता है।

अपनी भूमिकाओं के लिए तैयार नहीं

एक किशोर दुलहन अपने पति के बारे में कहती है: “अब जबकि हमारा विवाह हो गया है, वह मुझ में केवल तब दिलचस्पी दिखाता है जब वह कामक्रिया करना चाहता है। वह सोचता है कि अपने यार-दोस्तों के साथ होना भी मेरे साथ होने के जितना ही महत्त्वपूर्ण है। . . . मैंने सोचा था कि वह सिर्फ़ मेरा होगा, लेकिन मैं बेवकूफ़ बन गयी।” यह एक ग़लतफ़हमी को विशिष्ट करता है जो युवकों के बीच सामान्य है: वे सोचते हैं कि पति बनने के बाद भी वे अविवाहित पुरुषों की जीवन-शैली जी सकते हैं।

एक १९-वर्षीय दुलहन युवा पत्नियों के बीच होनेवाली एक सामान्य समस्या की ओर संकेत करती है: “मुझे टीवी देखना और सोना, घर की सफ़ाई करने और खाना बनाने से ज़्यादा अच्छा लगता है। मुझे शर्म आती है जब मेरे सास-ससुर आते हैं क्योंकि वे अपना घर अच्छी तरह रखते हैं और मेरा हमेशा उलट-पुलट रहता है। मुझे ढंग से खाना भी नहीं बनाना आता।” विवाह में कितना तनाव बढ़ सकता है जब एक लड़की घरेलू कामों में कुशल नहीं होती! “विवाह सचमुच समर्पण की माँग करता है,” मिनी (पहले उल्लिखित) ने कहा। “यह कोई खेल नहीं। शादी का मज़ा ख़त्म हो चुका है। यह जल्द ही दिन-प्रति-दिन का जीवन बन जाता है और वह आसान नहीं।”

और एक परिवार को संभालने के लिए दिन-प्रति-दिन के परिश्रम के बारे में क्या? मिनी का पति, मनीष कहता है: “मुझे याद है कि अपनी पहली नौकरी के लिए मुझे सुबह ६ बजे उठना पड़ता था। मैं सोचता रहता: ‘इसमें बड़ी मेहनत है। क्या मुझे कभी कुछ राहत मिलेगी?’ और जब मैं घर आता तब मुझे लगता कि मिनी नहीं समझती कि मैं किससे गुज़र रहा हूँ।”

पैसों की समस्या

यह हमें युवा विवाहित दम्पतियों के बीच वैवाहिक कलह के एक और कारण की ओर लाता है: पैसा। ४८ किशोर दम्पतियों ने स्वीकार किया कि विवाह के तीन महीने बाद, उनकी सबसे बड़ी समस्या थी “परिवार की आमदनी ख़र्च करना।” लगभग तीन साल बाद, इनमें से ३७ दम्पतियों से वही प्रश्‍न पूछा गया। तब भी पैसों की समस्या पहले नम्बर पर थी—और उनकी व्यथा और भी बदतर! “आपको जीवन में क्या मज़ा मिल सकता है,” बिल ने पूछा, “जब आपके पास कभी इतना पैसा नहीं होता कि अपनी संतुष्टि पाने के लिए ज़रूरी चीज़ें ख़रीद सकें? . . . जब आपके पास इतना नहीं है कि एक से दूसरे महीने तक चला सकें, तब यह झगड़ों और अशान्ति की जड़ बन सकता है।”

किशोरों के बीच पैसे की समस्या सामान्य है, क्योंकि अकसर उनकी बेरोज़गारी दर सबसे ऊँची और मज़दूरी सबसे कम होती है। “क्योंकि मैं अपने परिवार का भरण-पोषण नहीं कर पाता था, हमें मेरे माता-पिता के साथ रहना पड़ा,” रॉय ने स्वीकार किया। “इसने बड़ा तनाव उत्पन्‍न कर दिया, ख़ासकर क्योंकि हमारे पास एक बच्चा भी था।” नीतिवचन २४:२७ सलाह देता है: “अपना बाहर का कामकाज ठीक करना, और खेत में उसे तैयार कर लेना; उसके बाद अपना घर बनाना।” बाइबल समय में, पुरुष मेहनत करते थे कि इस स्थिति में हों कि बाद में एक परिवार संभाल सकें। ऐसी पर्याप्त तैयारी करने से चूकने के कारण, अनेक युवा पतियों को आज रोटी कमानेवाले की भूमिका भारी लगती है।

लेकिन एक मोटी आमदनी भी पैसे की समस्या का अन्त नहीं करेगी यदि दम्पति का भौतिक वस्तुओं के प्रति बचकाना रवैया है। एक अध्ययन ने प्रकट किया कि “किशोर अपेक्षा करते हैं कि अपनी भावी पारिवारिक इकाइयों के लिए अनेक ऐसी वस्तुएँ तुरन्त ख़रीद पाएँ जिनको हासिल करने में उनके माता-पिता को शायद सालों लगे थे।” इन भौतिक वस्तुओं का अभी आनन्द लेने को कृतसंकल्प, अनेक बुरी तरह से कर्ज़ में डूब गए। “खाने और पहिनने” से संतुष्ट होने की प्रौढ़ता न होने से, उन्होंने अपने विवाह में तनाव बढ़ा लिया।—१ तीमुथियुस ६:८-१०.

“कोसों दूर”

मॉरीन याद करती है: “मुझे डॉन से प्रेम हो गया था। वह इतना सुन्दर, इतना हट्टा-कट्टा, इतना अच्छा खिलाड़ी था और बहुत लोकप्रिय था . . . हमारा विवाह चलना ही था।” लेकिन चला नहीं। इस हद तक खीज बढ़ गयी कि जैसा मॉरीन कहती है, “मुझे डॉन की हर बात से चिढ़ होती थी—खाना खाते समय जिस तरह वह अपने होंठ चाटता था उससे भी। अंततः, हम दोनों से और नहीं सहा गया।” उनका विवाह दो साल के अन्दर टूट गया।

समस्या? “हमारे जीवन लक्ष्य कोसों दूर थे,” मॉरीन ने बताया। “अब मैंने महसूस किया कि मुझे किसी ऐसे व्यक्‍ति की ज़रूरत थी जिसके साथ मैं बौद्धिक रूप से सम्बन्ध बना सकूँ। लेकिन डॉन का पूरा जीवन खेल-कूद था। जिन बातों को मैं १८ की उम्र में बहुत महत्त्वपूर्ण सोचती थी अचानक उनका मेरे लिए कोई महत्त्व नहीं रहा।” युवाओं का अकसर इस बारे में बचकाना रवैया रहता है कि वे एक विवाह-साथी में क्या चाहते हैं, और वे सुन्दर रूप को प्राथमिकता देते हैं। नीतिवचन ३१:३० चिताता है: “शोभा तो झूठी और सुन्दरता व्यर्थ है।”

आत्म-परीक्षण करना

बाइबल उस व्यक्‍ति को उतावला कहती है जो परमेश्‍वर से एक गंभीर मन्‍नत मानता है, लेकिन ‘मन्‍नत मानने के बाद पूछ-ताछ करता है।’ (नीतिवचन २०:२५, NHT) तो फिर, क्या यह समझदारी की बात नहीं होगी कि विवाह-वचन जैसा गंभीर वचन देने से पहले शास्त्र के प्रकाश में अपने आपको जाँचें? जीवन में आपके लक्ष्य क्या हैं? विवाह का इन पर क्या प्रभाव होगा? क्या आप बस यौन सम्बन्धों का अनुभव करने या समस्याओं से बचने के लिए विवाह करना चाहते हैं?

साथ ही, आप पति या पत्नी की भूमिका अपनाने के लिए किस हद तक तैयार हैं? क्या आप एक गृहस्थी चलाने या जीविका कमाने के योग्य हैं? यदि आपका अपने माता-पिता के साथ हमेशा झगड़ा होता रहता है, तो क्या आप एक विवाह-साथी के साथ निभा पाएँगे? क्या आप उन दुःख-तकलीफ़ों को झेल पाएँगे जो विवाह के साथ आती हैं? जब पैसा संभालने की बात आती है तब क्या आपने सचमुच “बालकों की बातें” छोड़ दी हैं? (१ कुरिन्थियों १३:११) आप इस कसौटी पर कितने खरे उतरते हैं इस सम्बन्ध में निःसंदेह आपके माता-पिता को काफ़ी कुछ पता होगा।

विवाह सच्चे सुख का या अति कटु पीड़ा का स्रोत हो सकता है। काफ़ी कुछ इस पर निर्भर करता है कि आप इसके लिए कितने तैयार हैं। यदि आप अभी भी एक किशोर हैं, तो क्यों न डेटिंग शुरू करने से पहले कुछ समय रुकें? रुकना आपको हानि नहीं पहुँचाएगा। यह तो बस आपको वह समय देगा जिसकी आपको सचमुच तैयार होने के लिए ज़रूरत है यदि और जब आप विवाह का वह गंभीर—और स्थायी—क़दम उठाते हैं।

चर्चा के लिए प्रश्‍न

◻ कुछ युवा विवाह के बारे में कौन-से अपरिपक्व विचार रखते हैं?

◻ आप क्यों सोचते हैं कि मात्र सॆक्स के लिए विवाह करना उचित नहीं?

◻ पति या पत्नी की भूमिका के लिए कुछ युवा कैसे तैयार साबित नहीं हुए हैं?

◻ पैसे को लेकर युवा दम्पतियों को अकसर गंभीर समस्याएँ क्यों होती हैं?

◻ विवाह-साथी चुनते समय कुछ युवा कौन-सी ग़लती करते हैं?

◻ क्या आप विवाह के लिए तैयार हैं, इस सम्बन्ध में आप अपने आपसे कौन-से प्रश्‍न पूछ सकते हैं? इस जानकारी पर विचार करने के बाद, आपके हिसाब से आप विवाह करने के लिए कितने तैयार हैं?

[पेज 240 पर बड़े अक्षरों में लेख की खास बात]

“एक विवाह चलेगा या नहीं, इसके बारे में यदि हमारे पास कोई निर्विवाद जानकारी है तो वह यह है कि जो बहुत छोटी उम्र में विवाह करते हैं उनकी सफलता की संभावना बहुत कम है।”—मारसिया लाज़वॆल, व्यवहार-सम्बन्धी विज्ञान की प्रोफ़ॆसर

[पेज 237 पर तसवीर]

अनेक युवा विवाह के समय इनके जितने नादान होते हैं