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ड्रग्स के लिए न क्यों कहें?

ड्रग्स के लिए न क्यों कहें?

अध्याय ३४

ड्रग्स के लिए क्यों कहें?

“मैं एक भावुक बच्चा हूँ,” एक २४-वर्षीय युवक, माइक कहता है। “कभी-कभी मैं अपनी ही उम्र के लोगों से डरता और आतंकित भी हो जाता हूँ। मैं हताशा और असुरक्षा से पीड़ित हूँ, और कभी-कभी मैंने आत्महत्या करने की भी सोची है।”

३६-वर्षीय ऐन कहती है कि वह “भावात्मक रूप से बहुत छोटी” है और उसमें “निम्न आत्म-सम्मान” है। वह आगे कहती है: “मैं एक सामान्य जीवन जीना बहुत कठिन पाती हूँ।”

माइक और ऐन उस फ़ैसले की कटनी काट रहे हैं जो उन्होंने काफ़ी छोटी उम्र में किया था, अर्थात्‌ ड्रग्स से खेलने का फ़ैसला। आज लाखों युवा यही कर रहे हैं—कोकीन से लेकर गाँजा तक, सभी चीज़ का इंजॆक्शन लगाना, मुँह से खाना, सूँघना, और धूम्रपान करना। कुछ युवाओं के लिए, ‘ड्रग्स लेना’ समस्याओं से भागने का एक तरीक़ा है। दूसरे अपनी जिज्ञासा को संतुष्ट करने के लिए इसमें फँस जाते हैं। और दूसरे हैं जो हताशा या ऊब को दूर करने के लिए ड्रग्स का सेवन करते हैं। और एक बार शुरू कर दिया, तो बहुतेरे ड्रग्स का सेवन बस उसके मज़े के लिए जारी रखते हैं। १७-वर्षीय गौरव कहता है: “मैं [गाँजा] केवल उसके असर के लिए पीता हूँ। मस्त दिखने के लिए या सामाजिक कारणों से नहीं। . . . मैंने समकक्ष दबाव के कारण कभी नहीं पीया, लेकिन बस इसलिए कि मैं पीना चाहता था।”

बात जो भी हो, इसकी संभावना अधिक है कि आज नहीं तो कल आप ड्रग्स के संपर्क में आएँगे अथवा ये आपको सीधे पेश किए जाएँगे। “हमारे स्कूल के चौकीदार भी पॉट [गाँजा] बेच रहे हैं,” एक युवा कहता है। ड्रग तामझाम खुलेआम सजाया और बेचा जाता है। लेकिन, इनकी लोकप्रियता के बावजूद, ड्रग्स के लिए कहने का आपके पास ठोस कारण है। वह कैसे?

ड्रग्स वृद्धि में बाधा डालते हैं

उन युवाओं पर विचार कीजिए जो समस्याओं से भागने के लिए ड्रग्स का सेवन करते हैं, जैसे माइक और ऐन। जैसे हमारे पिछले अध्याय में दिखाया गया था, भावात्मक वृद्धि जीवन की चुनौतियों का सामना करने, सफलता को संभालने, असफलता से उबरने से होती है। जो युवा समस्याओं से भागने के लिए एक रसायन आश्रय पर भरोसा करते हैं वे अपने भावात्मक विकास में बाधा डालते हैं। वे समस्याओं से निपटने के लिए ज़रूरी कौशल विकसित करने से चूक जाते हैं।

दूसरी कुशलताओं के जैसे ही, संघर्ष करने की क्षमता अभ्यास की माँग करती है। उदाहरण के लिए: क्या आपने कभी एक कुशल फुटबॉल खिलाड़ी को देखा है? वह अपने सिर और पैरों का इस तरह प्रयोग करने में सक्षम होता है जो मानो एक चमत्कार है! लेकिन, इस खिलाड़ी ने ऐसा कौशल कैसे विकसित किया? सालों के अभ्यास के द्वारा। उसने गेंद को मारना, उसके साथ दौड़ना, चकमा देना इत्यादि सीखा, जब तक कि वह खेल में निपुण नहीं हो गया।

संघर्ष-कौशल विकसित करना इससे बहुत मिलता-जुलता है। इसके लिए चाहिए अभ्यास—अनुभव! लेकिन, नीतिवचन १:२२ में बाइबल पूछती है: “हे भोले लोगो, तुम कब तक भोलेपन से प्रीति रखोगे? . . . और हे मूर्खो, तुम कब तक ज्ञान से बैर रखोगे?” वह युवा जो ड्रग-प्रेरित उल्लासोन्माद के पीछे छिपता है ‘भोलेपन से प्रीति रखता है’; वह जीवन से जूझने के लिए ज़रूरी ज्ञान और संघर्ष-कौशल विकसित करने से चूक जाता है। जैसे पुस्तक अपने किशोर से बात करना (अंग्रेज़ी) ड्रग्स लेनेवाले किशोरों के बारे में कहती है: “यह सबक़ कि जीवन के कष्टकर क्षण इन पदार्थों के बिना काटे जा सकते हैं कभी नहीं सीखा जाता।”

अतः ऐन, जिसने एक बचाव के रूप में ड्रग्स का सेवन किया, स्वीकार करती है: “१४ साल से मैंने अपनी समस्याओं से संघर्ष नहीं किया है।” माइक ने भी ऐसा ही विचार व्यक्‍त किया, उसने कहा: “मैंने ११ साल की उम्र से ड्रग्स का सेवन किया था। जब मैंने २२ की उम्र में छोड़ा, तब मैंने एक बच्चे के जैसा महसूस किया। सुरक्षा पाने की कोशिश में, मैं दूसरों को थामता। मुझे एहसास हुआ कि मेरा भावात्मक विकास तभी रुक गया जब मैंने ड्रग्स लेना शुरू किया।”

“मैंने विकास के वे सभी साल बरबाद किए,” फ्रैंक आगे कहता है, जिसने १३ की उम्र से ड्रग्स का दुरुपयोग किया। “जब मैंने इसे छोड़ा, तब मुझे यह दुःखद एहसास हुआ कि मैं जीवन से जूझने के लिए बिलकुल भी तैयार नहीं था। मैं फिर से १३ साल का था और मेरी भावात्मक व्याकुलता किसी दूसरे तरुण के जैसी ही थी।”

क्या ड्रग्स मेरा स्वास्थ्य नष्ट कर सकते हैं?

यह चिन्ता का एक और क्षेत्र है। अधिकतर युवा समझते हैं कि तथाकथित हार्ड ड्रग्स आपकी जान ले सकते हैं। लेकिन तथाकथित सॉफ़्ट ड्रग्स के बारे में क्या, जैसे गाँजा? क्या उनके बारे में आप जितनी भी चेतावनियाँ सुनते हैं वे सभी बस डराने की चाल हैं? उत्तर पाने के लिए, आइए ड्रग गाँजा पर ध्यान दें।

गाँजा (जो पॉट, रीफ़र, ग्रास, मारिजुआना, या वीड के नाम से भी जाना जाता है) विशेषज्ञों के बीच काफ़ी विवाद का केंद्र रहा है। और यह स्वीकार किया जाता है कि इस लोकप्रिय ड्रग के बारे में काफ़ी कुछ अज्ञात है। एक बात है कि गाँजा बहुत ही जटिल है; गाँजे की एक सिगरेट के धूँए में ४०० से अधिक रसायन यौगिक होते हैं। डॉक्टरों को यह समझने में ६० से अधिक साल लगे कि सिगरेट के धूँए से कैंसर होता है। उसी तरह इसमें दशकों लग सकते हैं इससे पहले कि कोई निश्‍चित रूप से यह जान पाए कि गाँजे के ४०० यौगिक मानव शरीर को करते क्या हैं।

फिर भी, हज़ारों शोध काग़ज़ातों का अध्ययन करने के बाद, प्रतिष्ठित यू.एस. इंस्टीट्यूट ऑफ़ मॆडिसिन के विशेषज्ञों के एक समूह ने निष्कर्ष निकाला: “आज तक छपा वैज्ञानिक प्रमाण सूचित करता है कि गाँजे के नाना प्रकार के मनोवैज्ञानिक और जैविक प्रभाव होते हैं, जिनमें से कुछ, कम-से-कम अमुक परिस्थितियों में मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।” इनमें से कुछ हानिकारक प्रभाव क्या हैं?

गाँजा—यह आपके शरीर को क्या करता है

उदाहरण के लिए, फेफड़ों पर विचार कीजिए। गाँजे के सबसे कट्टर समर्थक भी स्वीकार करते हैं कि धूँए को अन्दर लेना आपके लिए किसी हालत अच्छा नहीं हो सकता। तम्बाकू के धूँए की तरह, गाँजे के धूँए में भी कई विषाक्‍त पदार्थ होते हैं, जैसे टार।

डॉ. फ़ॉरॆस्ट एस. टॆनॆन्ट जूनियर ने ४९२ अमरीकी सेना जवानों का सर्वेक्षण लिया जिन्होंने गाँजे का सेवन किया था। उनमें से लगभग २५ प्रतिशत “गाँजा पीने के कारण गल-शोथ से पीड़ित थे, और कुछ ६ प्रतिशत ने बताया कि वे श्‍वासनली-शोथ से पीड़ित रह चुके हैं।” एक और अध्ययन ने पाया कि गाँजे का सेवन करनेवाले ३० में से २४ की श्‍वासनली में “घाव हैं जो कि कैंसर के आरंभिक चरण का लक्षण है।”

सच है, कोई गारंटी नहीं दे सकता कि इन लोगों को बाद में सचमुच कैंसर हो जाएगा। लेकिन क्या आप वह जोख़िम उठाना चाहेंगे? इसके अलावा, बाइबल कहती है कि परमेश्‍वर “सब को जीवन और स्वास . . . देता है।” (प्रेरितों १७:२५) क्या आप जीवन देनेवाले को आदर दिखा रहे होंगे यदि आप जानबूझकर कोई ऐसी चीज़ अन्दर लेते हैं जो फेफड़ों और गले को नुक़सान पहुँचाती है?

सभोपदेशक १२:६ में मानव मस्तिष्क को काव्य रूप में “सोने का कटोरा” कहा गया है। बस आपकी मुट्ठी जितना बड़ा और वज़न में बस डेढ़ किलो के क़रीब, मस्तिष्क न केवल आपके स्मरण का मूल्यवान संग्रहण-पात्र है बल्कि आपके संपूर्ण तंत्रिका-तंत्र का नियंत्रण केंद्र भी है। इसे ध्यान में रखते हुए, इंस्टीट्यूट ऑफ़ मॆडिसिन की चेतावनी को नोट कीजिए: “हम विश्‍वास के साथ कह सकते हैं कि गाँजा मस्तिष्क पर तीव्र प्रभाव उत्पन्‍न करता है, जिसमें रसायनिक और वैद्युत शरीरक्रिया-वैज्ञानिक परिवर्तन सम्मिलित हैं।” अभी, इस बात का कोई निर्णायक प्रमाण नहीं है कि गाँजा स्थायी रूप से मस्तिष्क को हानि पहुँचाता है। फिर भी, इसकी संभावना को हलका जानकर नहीं नकारना चाहिए कि गाँजा किसी प्रकार से ‘सोने के कटोरे’ को हानि पहुँचा सकता है।

और एक दिन विवाह करके अपना घर बसाने की संभावना के बारे में क्या? इंस्टीट्यूट ऑफ़ मॆडिसिन ने रिपोर्ट किया कि यह देखा गया है कि “प्रयोगिक जानवरों को बड़ी मात्रा में दिए जाने पर [गाँजा] जन्म-दोष उत्पन्‍न करता है।” क्या इसके मनुष्यों पर भी समान प्रभाव होते हैं यह अब तक साबित नहीं हुआ है। लेकिन, याद रखिए कि जन्म-दोष (जैसे जो हार्मोन DES द्वारा उत्पन्‍न होता है) प्रकट होने में अकसर सालों लगते हैं। सो, यह देखा जाना बाक़ी है कि गाँजा पीनेवालों के बच्चों—और नाती-पोतों—के लिए भविष्य में क्या रखा है। डॉ. गेबरियल नाहास कहता है कि गाँजा पीना “आनुवंशिक जुआ” हो सकता है। क्या एक व्यक्‍ति जो बच्चों को “यहोवा के दिए हुए मीरास” समझता है ऐसे जोख़िम ले सकता है?—भजन १२७:३, NHT फुटनोट।

ड्रग्स—बाइबल का दृष्टिकोण

निःसंदेह, गाँजा अनेक लोकप्रिय ड्रग्स में से मात्र एक है। लेकिन यह अच्छी तरह चित्रित करता है कि मज़े के लिए किसी मन-परिवर्तनी पदार्थ लेने से दूर रहने के ढेरों कारण हैं। बाइबल कहती है: “जवानों का गौरव उनका बल है।” (नीतिवचन २०:२९) युवा होने के कारण, आप संभवतः अच्छे स्वास्थ्य का आनन्द लेते हैं। उसे खोने का जोख़िम भी क्यों लें?

लेकिन उससे भी महत्त्वपूर्ण है कि इस विषय पर हमारे पास बाइबल का दृष्टिकोण है। वह हमसे कहती है कि ‘सोचने की क्षमता सुरक्षित रखें,’ रसायन दुरुपयोग से उसे नष्ट न करें। (नीतिवचन ३:२१, NW) वह आगे प्रबोधन देती है: “आओ, हम अपने आप को शरीर और आत्मा की सब मलिनता से शुद्ध करें, और परमेश्‍वर का भय रखते हुए पवित्रता को सिद्ध करें।” सचमुच, जिन्होंने ‘अपने आपको मलिनता से शुद्ध किया है,’ और ड्रग दुरुपयोग जैसी लतों से दूर रहते हैं केवल उन्हीं से परमेश्‍वर प्रतिज्ञा करता है: “मैं तुम्हें ग्रहण करूंगा। और तुम्हारा पिता हूंगा।”—२ कुरिन्थियों ६:१७–७:१.

फिर भी, ड्रग्स से इनकार करना शायद आसान न हो।

समकक्ष और उनका दबाव

गर्मियों की एक सुहावनी शाम को रिश्‍ते के भाई और पक्के दोस्त, जो और फ्रैंक ने एक संधि की। “दूसरे चाहे कुछ भी करें,” दोनों में से छोटे, जो ने कहा, “हम कभी ड्रग्स के साथ नहीं खेलेंगे।” दोनों युवाओं ने समझौते पर हाथ मिलाए। मात्र पाँच साल बाद, जो अपनी कार में एक ड्रग-सम्बन्धी दुर्घटना के फलस्वरूप मरा हुआ पाया गया। और फ्रैंक बुरी तरह से ड्रग्स का व्यसनी था।

क्या हो गया? उत्तर बाइबल में दी गयी इस अति महत्त्वपूर्ण चेतावनी में मिलता है: “धोखा न खाना, बुरी संगति अच्छे चरित्र को बिगाड़ देती है।” (१ कुरिन्थियों १५:३३) जो और फ्रैंक दोनों ग़लत गिरोह में फँस गए। जैसे-जैसे उन्होंने ड्रग लेनेवालों के साथ संगति बढ़ायी, वे स्वयं ड्रग्स के साथ खेलने लगे।

पुस्तक बच्चों और किशोरों में आत्म-विनाशक व्यवहार (अंग्रेज़ी) कहती है: “अधिकतर यह होता है कि युवाओं को एक घनिष्ठ मित्र द्वारा तरह-तरह के ड्रग्स से परिचित कराया या उनका ‘सेवन सिखाया’ जाता है . . . [उसका] इरादा शायद यह हो कि एक उत्तेजक या मज़ेदार अनुभव बाँटे।” शुरूआत में उल्लिखित, माइक यह कहते हुए इसकी पुष्टि करता है: “मेरे लिए समकक्ष दबाव का सामना करना बहुत ही कठिन था। . . . पहली बार मैंने गाँजा इसलिए पीया क्योंकि मैं जिन बच्चों के साथ था वे सभी पीते थे, और मैं उनमें फ़िट होना चाहता था।”

साफ़-साफ़ कहें, यदि आपके मित्र ड्रग्स का सेवन करने लगते हैं, तो आपके ऊपर उनके जैसा करने, उनमें फ़िट होने के लिए तीव्र भावात्मक दबाव होगा। यदि आप अपने मित्रों का दायरा नहीं बदलते, तो पूरी संभावना है कि अंततः आप भी ड्रग्स लेने लगेंगे।

‘बुद्धिमानों की संगति करना’

“बुद्धिमानों की संगति कर, तब तू भी बुद्धिमान हो जाएगा, परन्तु मूर्खों का साथी नाश हो जाएगा,” नीतिवचन १३:२० कहता है। उदाहरण के लिए, यदि आप ज़ुकाम से बचने की कोशिश कर रहे हैं तो क्या आप संक्रमित लोगों से दूर नहीं रहेंगे? “उसी तरह,” पुस्तक किशोर समकक्ष दबाव (अंग्रेज़ी) कहती है, “यदि हमें . . . ड्रग दुरुपयोग . . . रोकना है, तो हमें हितकर संतुलित स्थितियाँ बनाए रखने और हानिकर प्रभावों का संपर्क कम करने की ज़रूरत है।”

सो क्या आप ड्रग्स के लिए कहना चाहते हैं? तो ध्यान दीजिए कि आप किसके साथ संगति करते हैं। परमेश्‍वर का भय माननेवाले मसीहियों के साथ मित्रता कीजिए जो ड्रग्स से मुक्‍त रहने के आपके संकल्प का समर्थन करेंगे। (१ शमूएल २३:१५, १६ से तुलना कीजिए।) निर्गमन २३:२ के शब्दों पर भी ध्यान दीजिए। हालाँकि मुख्यतः उन लोगों को कहे गए थे जो शपथ लेकर साक्षी देते हैं, फिर भी ये युवाओं के लिए अच्छी सलाह हैं: ‘बुराई करने के लिये बहुतों के पीछे न हो लेना।’

जो आँख मूँदकर अपने समकक्षों के पीछे हो लेता है वह एक दास से ज़्यादा कुछ नहीं। बाइबल रोमियों ६:१६ में कहती है: “क्या तुम नहीं जानते, कि जिस की आज्ञा मानने के लिये तुम अपने आप को दासों की नाईं सौंप देते हो, उसी के दास हो . . . ?” इसी कारण बाइबल युवाओं को प्रोत्साहित करती है कि “सोचने की क्षमता” विकसित करें। (नीतिवचन २:१०-१२, NW) अपने लिए स्वयं सोचना सीखिए, और आपका रुझान पथभ्रष्ट युवाओं के पीछे हो लेने के लिए नहीं होगा।

सच है कि आपको शायद ड्रग्स और उनके प्रभावों के बारे में जिज्ञासा हो। लेकिन यह जानने के लिए कि ड्रग्स लोगों को क्या करते हैं आपको अपना मन और शरीर दूषित करने की ज़रूरत नहीं। बस अपने हमउम्र ड्रग्स लेनेवालों को देखिए—ख़ासकर उनको जो लम्बे अरसे से इसका सेवन कर रहे हैं। क्या वे सजग और तेज़ दिखते हैं? क्या अब भी उनके अच्छे नम्बर आते हैं? या क्या वे सुस्त और अनमने हैं, कभी-कभी उन्हें यह भी पता नहीं होता कि उनके आस-पास क्या चल रहा है? ऐसे लोगों का वर्णन करने के लिए स्वयं ड्रग्स का सेवन करनेवालों ने एक शब्द बनाया: “बर्न-आउट्‌स।” फिर भी, संभव है कि अनेक “बर्न-आउट्‌स” ने जिज्ञासा के कारण ड्रग्स लेना शुरू किया हो। तो फिर, इसमें आश्‍चर्य नहीं कि बाइबल मसीहियों से आग्रह करती है कि अहितकर जिज्ञासा को दबाएँ और ‘बुराई में बालक रहें।’—१ कुरिन्थियों १४:२०.

आप न कह सकते हैं!

यू.एस. नैशनल इंस्टीट्यूट ऑन ड्रग अब्यूज़ द्वारा प्रकाशित एक पुस्तिका हमें याद दिलाती है: “ड्रग लेने का अवसर ठुकराना . . . आपका अधिकार है। ऐसे मित्र जो आपके फ़ैसले के बारे में आपके ऊपर भार डालते हैं वे एक स्वतंत्र व्यक्‍ति के रूप में आपके अधिकारों को छीन रहे हैं।” यदि कोई आपको ड्रग्स पेश करता है तो आप क्या कर सकते हैं? न कहने का साहस रखिए! ज़रूरी नहीं कि इसका यह अर्थ है कि आप ड्रग दुरुपयोग से होनेवाली हानि पर एक भाषण दें। इसी पुस्तिका ने यह सरल-सा जवाब देने का सुझाव दिया, “नहीं शुक्रिया, मैं धूम्रपान नहीं करना चाहता,” या “नहीं, मैं इस झमेले में नहीं पड़ना चाहता,” या यह चुटकी लेना, “मैं शरीर प्रदूषण नहीं करता।” यदि वे पेश करते ही रहते हैं, तो आपको शायद दृढ़ता से कहना पड़े! दूसरों को यह बताना भी कि आप एक मसीही हैं, एक सुरक्षा साबित हो सकता है।

बड़ा होना आसान नहीं। लेकिन यदि आप ड्रग्स लेने के द्वारा विकास-जनित पीड़ा से बचने की कोशिश करते हैं, तो आप एक ज़िम्मेदार, प्रौढ़ वयस्क बनने की अपनी संभावना में बड़ी बाधा डाल सकते हैं। समस्याओं से आमने-सामने निपटना सीखिए। यदि दबाव ज़रूरत से ज़्यादा लगते हैं, तो रसायन बचाव का सहारा मत लीजिए। इस विषय पर माता-पिता से या दूसरे ज़िम्मेदार वयस्कों से, जो आपको स्थिति से निपटने में मदद दे सकते हैं, बात कीजिए। बाइबल का प्रबोधन भी याद रखिए: “किसी भी बात की चिन्ता मत करो: परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और बिनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्‍वर के सम्मुख उपस्थित किए जाएं। तब परमेश्‍वर की शान्ति, जो समझ से बिलकुल परे है, तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को मसीह यीशु में सुरक्षित रखेगी।”—फिलिप्पियों ४:६, ७.

जी हाँ, यहोवा परमेश्‍वर आपको कहने की शक्‍ति देगा! कभी दूसरों के दबाव में आकर अपने संकल्प को कमज़ोर मत पड़ने दीजिए। जैसा माइक आग्रह करता है: “ड्रग्स से मत खेलिए। आप जीवन भर रोएँगे!”

चर्चा के लिए प्रश्‍न

◻ इतने सारे युवा ड्रग्स के चक्कर में क्यों पड़ जाते हैं?

◻ ड्रग्स लेना आपकी भावात्मक वृद्धि में कैसे बाधा डाल सकता है?

◻ शरीर पर गाँजे के असर के बारे में क्या ज्ञात है?

◻ मज़े के लिए ड्रग्स लेने के बारे में बाइबल का क्या दृष्टिकोण है?

◻ ड्रग्स से मुक्‍त रहने के लिए अपनी संगति पर ध्यान रखना क्यों अत्यावश्‍यक है?

◻ ड्रग्स के लिए न कहने के कुछ तरीक़े क्या हैं?

[पेज 274 पर बड़े अक्षरों में लेख की खास बात]

“हमारे स्कूल के चौकीदार भी पॉट बेच रहे हैं,” एक युवा कहता है

[पेज 279 पर बड़े अक्षरों में लेख की खास बात]

“मुझे यह एहसास हुआ कि मेरा भावात्मक विकास तभी रुक गया जब मैंने ड्रग्स लेना शुरू किया।”—माइक, पहले ड्रग्स लेनेवाला

[पेज 278 पर बक्स]

गाँजा—एक नयी चमत्कारी ड्रग?

ऐसे दावों पर काफ़ी होहल्ला हुआ है कि ग्लाकोमा और दमा के उपचार में, और कीमोथॆरॆपी के दौरान कैंसर के मरीज़ों को जो मचली आती है उसे कम करने में, गाँजे का चिकित्सीय महत्त्व हो सकता है। यू.एस. इंस्टीट्यूट ऑफ़ मॆडिसिन की एक रिपोर्ट स्वीकार करती है कि इन दावों में कुछ सच्चाई है। लेकिन क्या इसका यह अर्थ है कि निकट भविष्य में डॉक्टर गाँजे की सिगरेटों की सलाह देंगे?

अति संभव नहीं, क्योंकि गाँजे के ४०० से अधिक रसायन यौगिकों में से कुछ उपयोगी साबित हो तो सकते हैं, फिर भी गाँजा पीना शायद ही ऐसी दवाएँ लेने का उचित तरीक़ा हो। “गाँजा प्रयोग करना,” विख्यात विशेषज्ञ डॉ. कार्लटन टर्नर कहता है, “ऐसा होगा मानो लोगों को पॆंसिलिन पाने के लिए फफूँदी लगी रोटी खाने को देना।” सो यदि गाँजे के कुछ यौगिक कभी प्रमाणिक दवाएँ बन जाते हैं, तो डॉक्टर गाँजे के “समधर्मी या व्युत्पन्‍न,” उनसे मिलते-जुलते रसायनिक यौगिकों की सलाह देंगे। तो फिर, इसमें आश्‍चर्य नहीं कि स्वास्थ्य और मानव सेवाओं के अमरीकी सचिव ने लिखा: “इस पर ज़ोर दिया जाना चाहिए कि गाँजे के संभव चिकित्सीय लाभ किसी हालत स्वास्थ्य पर इसके बुरे प्रभावों के महत्त्व को कम नहीं करते।”

[पेज 275 पर तसवीर]

ड्रग्स के लिए न कहने का साहस रखिए!

[पेज 276, 277 पर तसवीर]

ड्रग्स लेकर अपनी समस्याओं से अभी भागते हैं . . . तो बड़े होकर आपको समस्याओं का सामना करना शायद कठिन लगे