इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

शराब—क्यों नहीं?

शराब—क्यों नहीं?

अध्याय ३३

शराब—क्यों नहीं?

‘क्या पीना ग़लत है? क्या यह सचमुच हानिकर है? या क्या यह सिर्फ़ मेरे लिए ग़लत है लेकिन बड़ों के लिए सही है?’ ये प्रश्‍न आपके मन में उठ सकते हैं। आख़िरकार, हो सकता है आपके माता-पिता पीते हों। आपकी उम्र के अनेक युवा (कानूनी आयु-सीमा होने के बावजूद) पीते हैं। टीवी कार्यक्रमों और फ़िल्मों में इसे आकर्षक दिखाया जाता है।

हिसाब से पी जाए तो शराब सचमुच सुख का स्रोत हो सकती है। बाइबल स्वीकार करती है कि मदिरा हृदय प्रसन्‍न कर सकती है या भोजन का स्वाद बढ़ा सकती है। (सभोपदेशक ९:७) लेकिन, दुरुपयोग करने पर शराब गंभीर समस्याएँ खड़ी करती है, माता-पिता, शिक्षकों, और पुलिस के साथ झगड़ों से लेकर असमय मृत्यु तक। जैसा बाइबल कहती है: “दाखमधु ठट्ठा करनेवाला और मदिरा हल्ला मचानेवाली है; जो कोई उसके कारण चूक करता है, वह बुद्धिमान नहीं।” (नीतिवचन २०:१) तो फिर, यह महत्त्वपूर्ण है कि पीने के बारे में आप एक ज़िम्मेदार फ़ैसला करें।

लेकिन आप शराब (अलकोहल) और उसके प्रभावों के बारे में असल में कितना जानते हैं? निम्नलिखित परीक्षा आपको पता लगाने में समर्थ करेगी। निम्नलिखित पर बस सही या ग़लत का चिन्ह लगाइए:

१. शराब मुख्यतः उत्तेजक है ____

२. किसी भी मात्रा में शराब मानव शरीर के लिए हानिकारक है ____

३. सभी क़िस्म की शराब—लिकर, वाइन, बियर—आपकी रक्‍तधारा में एक ही गति से रिसती है ____

४. व्यक्‍ति का नशा ज़्यादा जल्दी टूटता है यदि वह काली कॉफ़ी पीता है या ठंडे पानी से नहाता है ____

५. समान मात्रा में शराब पीने का पीनेवाले हर व्यक्‍ति पर समान प्रभाव होता है ____

६. पियक्कड़पन और मद्यव्यसनता एक ही चीज़ है ____

७. जब शराब और दूसरे शामक ड्रग्स (जैसे बार्बिट्यूरेट्‌स) एकसाथ लिए जाते हैं तब वे एक दूसरे का प्रभाव बढ़ा देते हैं ____

८. शराबें बदलना व्यक्‍ति को धुत्त होने से रोकेगा ____

९. शरीर शराब को भोजन के समान ही पचाता है ____

अब अपने उत्तर पृष्ठ २७० पर दिए गए उत्तरों से मिलाइए। क्या शराब के बारे में आपके कुछ विचार ग़लत साबित हुए? यदि हाँ, तो यह समझिए कि शराब के बारे में अज्ञानता घातक हो सकती है। बाइबल हमें चिताती है कि अनुचित रूप से सेवन करने पर शराब ‘सर्प की नाईं डसती है, और करैत के समान काटती है।’—नीतिवचन २३:३२.

उदाहरण के लिए, जॉन ने किशोरावस्था में विवाह किया। एक रात, अपनी कमसिन पत्नी के साथ झगड़े के बाद वह पीकर धुत्त होने का निश्‍चय करके गुस्से में घर से निकल गया। आधा लीटर वॉडका गटकने के बाद, वह बेहोश हो गया। यदि डॉक्टरों और नर्सों ने कोशिश न की होती तो जॉन मर सकता था। लगता है उसे पता नहीं था कि बड़ी मात्रा में शराब को गटागट पीना घातक भी हो सकता है। अज्ञानता के कारण उसकी जान पर बन आयी।

उलटा प्रभाव

यह शराब का एक बहुत ही धोखेबाज़ प्रभाव है। शराब शामक है, उत्तेजक नहीं। पीने के बाद आपको ऊपरी आनन्द इसलिए महसूस होता है क्योंकि शराब आपके चिन्ता स्तर को दबा देती या कम कर देती है। पीने के बाद आप तनावमुक्‍त, पहले से कम चिन्तित, कम व्याकुल महसूस करते हैं। अतः हिसाब से ली जाए तो शराब कुछ हद तक व्यक्‍ति को ‘अपना दुख भूलने’ में मदद दे सकती है। (नीतिवचन ३१:६, ७, NHT) उदाहरण के लिए, पॉल नाम का एक युवा पारिवारिक समस्याओं से भागने के लिए पीता था। “मैं बहुत जल्दी जान गया कि अपने तनाव को दूर करने का एक रास्ता था पीना,” वह याद करता है। “इससे मेरा मन तनावमुक्‍त हो जाता था।”

कोई हानि नहीं पहुँची, सही है ना? ग़लत! शराब उलटा प्रभाव करती है। कुछ घंटे बाद, जब शराब का शामक प्रभाव चला जाता है, तब आपका चिन्ता स्तर वापस आ जाता है—लेकिन वापस उसी स्तर पर नहीं। वह अब पीने के पहले से भी ऊँचा हो जाता है! आप पहले से कहीं ज़्यादा चिन्ता या तनाव महसूस करते हैं। शराब का नशा टूटने में १२ घंटे तक लग सकते हैं। यह सच है कि यदि आप फिर से पीते हैं तो आपका चिन्ता स्तर फिर से गिर जाएगा। लेकिन कुछ घंटे बाद, वह उठेगा, इस बार पहले से भी ऊँचा! और इस प्रकार यह झूठी ऊँचाई और सदा-बढ़ती निचाई का कुचक्र चलता है।

सो आगे चलकर, शराब असल में आपकी चिन्ता कम नहीं करेगी। यह उसको बढ़ा ज़रूर सकती है। और जब नशा उतर जाता है, तब आपकी समस्याएँ वहीं की वहीं रहती हैं।

भावात्मक रूप से अविकसित

दूसरे दावा करते हैं कि शराब उन्हें ज़्यादा अच्छी तरह काम करने में मदद देती है। उदाहरण के लिए, डॆनिस बहुत ही शर्मीला था और एक साधारण-सी बातचीत कर पाना भी कठिन पाता था। लेकिन फिर उसने एक खोज की। “थोड़ा पी लेने के बाद मेरा संकोच चला जाता था,” उसने कहा।

समस्या यह है कि व्यक्‍ति कठिन स्थितियों से भागने के द्वारा नहीं, जैसा डॆनिस ने किया, बल्कि उनका सामना करने के द्वारा प्रौढ़ होता है। युवावस्था में सामने आयी समस्याओं से निपटना सीखना वयस्कता की परीक्षाओं के लिए एक तैयारी-भर है। अतः डॆनिस ने पाया कि आगे चलकर शराब के क्षणिक प्रभावों ने उसे अपना शर्मीलापन दूर करने में मदद नहीं दी। “नशा उतरने पर मैं अपनी खोह में घुस जाता,” वह कहता है। सालों बाद, अभी के बारे में क्या? डॆनिस आगे कहता है: “मैंने असल में कभी लोगों के साथ अपने सही स्तर पर बात करना नहीं सीखा। मेरे विचार से मैं इस बात में अविकसित था।”

यही बात तनाव से निपटने के लिए शराब को बैसाखी बनाकर प्रयोग करने के बारे में भी सही है। जोन, जिसने किशोरावस्था में ऐसा किया, स्वीकार करती है: “हाल ही में, एक तनावपूर्ण स्थिति में मैंने सोचा: ‘अभी एक जाम पीना अच्छा होगा।’ आप सोचते हैं कि पीने के बाद आप स्थिति से ज़्यादा अच्छी तरह निपट सकते हैं।” ऐसा नहीं है!

न्यू यॉर्क स्टेट जरनल ऑफ़ मॆडिसिन (अंग्रेज़ी) में प्रकाशित एक लेख कहता है: “जब ड्रग्स [जिसमें शराब सम्मिलित है] कठिन स्थितियों—शैक्षिक, सामाजिक, या पारस्परिक व्यवहार-सम्बन्धी स्थितियों—को हलका करने के लिए साधन बन जाते हैं तब हितकर संघर्ष-कौशल सीखने की ज़रूरत चली जाती है। इसके प्रभाव शायद वयस्कता तक न महसूस हों, लेकिन तब घनिष्ठ व्यक्‍तिगत सम्बन्ध बनाना अकसर कठिन साबित होता है, और व्यक्‍ति भावात्मक रूप से अकेला पड़ जाता है।” समस्याओं और कठिन स्थितियों का सीधे सामना करना और उनसे निपटना इससे कहीं बेहतर है!

“उस ने नहीं लिया”

यीशु मसीह के उदाहरण पर विचार कीजिए। अपने पार्थिव जीवन की आख़िरी रात यीशु ने एक अत्यधिक तनावपूर्ण परीक्षा सही। उसके साथ विश्‍वासघात किया गया, फिर उसे गिरफ़्तार किया गया, कई बार पूछताछ की गयी जिसमें उसके विरुद्ध झूठे आरोप लगाए गए, और उसने यह सब सहा। अन्त में, पूरी रात जागते रहने के बाद, उसे सूली पर चढ़ाने के लिए सौंप दिया गया।—मरकुस १४:४३-१५:१५; लूका २२:४७-२३:२५.

तब यीशु को कुछ दिया गया जो उसकी इन्द्रियों को सुन्‍न कर देता—मनोदशा-परिवर्तनी पदार्थ जो उसके लिए यह कठिन स्थिति सहना थोड़ा आसान बना देता। बाइबल समझाती है: “उसे मुर्र मिला हुआ दाखरस देने लगे, परन्तु उस ने नहीं लिया।” (मरकुस १५:२२, २३) यीशु अपनी सभी इन्द्रियों को नियंत्रण में रखना चाहता था। वह इस कठिन स्थिति का सामना ईमानदारी से करना चाहता था। वह भगोड़ा नहीं था! लेकिन बाद में, जब उसे अपनी प्यास बुझाने के लिए प्रत्यक्षतः उचित मात्रा में नशारहित दाखमधु दिया गया, तब यीशु ने स्वीकार किया।—यूहन्‍ना १९:२८-३०, NW.

उसकी तुलना में आपकी समस्याएँ, दबाव, या तनाव गुमनामी में खो जाते हैं। लेकिन फिर भी आप यीशु के अनुभव से एक मूल्यवान सबक़ सीख सकते हैं। समस्याओं, दबावों, और कष्टकर स्थितियों का सामना करने के लिए मनोदशा-परिवर्तनी पदार्थ (जैसे शराब) का सेवन करने के बजाय, यदि आप उनसे सीधे निपटते हैं तो आपके लिए ज़्यादा अच्छा है। जीवन की समस्याओं का सामना करने में आपको जितना अधिक अनुभव होता है, उतने ही कुशल आप उनका हल करने में बन जाएँगे। बड़े होकर आपकी एक स्वस्थ भावात्मक रचना होगी।

जब आप बालिग़ हो जाते हैं, तब आप कभी-कभार पीने का—और हिसाब से पीने का—चुनाव करते हैं या नहीं, वह आपका (और संभवतः आपके माता-पिता का) फ़ैसला होगा। वह फ़ैसला आगा-पीछा देखकर, अक्लमंदी से कीजिए। यदि आप न पीने का फ़ैसला करते हैं तो आपको खेद प्रकट करने की कोई ज़रूरत नहीं। लेकिन यदि आप बालिग़ हैं और पीने का फ़ैसला करते हैं, तो ज़िम्मेदारी समझते हुए पीजिए। कभी भागने के लिए या झूठा साहस पाने के लिए मत पीजिए। बाइबल की सलाह सरल और स्पष्ट है: “बहुत अधिक पीना आपको हल्ला मचानेवाला और मूर्ख बनाता है। पीकर धुत्त होना बेवकूफ़ी है।”—नीतिवचन २०:१, टुडेज़ इंग्लिश वर्शन।

चर्चा के लिए प्रश्‍न

◻ अनेक युवा शराब पीने के चक्कर में क्यों पड़ जाते हैं?

◻ शराब के बारे में कुछ आम ग़लतफ़हमियाँ क्या हैं?

◻ पीकर गाड़ी चलाने के क्या ख़तरे हैं?

◻ समस्याओं से भागने के लिए शराब पीने के क्या ख़तरे हैं?

◻ समस्याएँ आने पर एक युवा को क्या करना चाहिए, और क्यों?

[पेज 268 पर बड़े अक्षरों में लेख की खास बात]

पीना एक युवा को झूठी ऊँचाई और सदा-बढ़ती निचाई के कुचक्र में फँसा सकता है

[पेज 271 पर बड़े अक्षरों में लेख की खास बात]

“मैंने असल में कभी लोगों के साथ अपने सही स्तर पर बात करना नहीं सीखा। मेरे विचार से मैं इस बात में अविकसित था।”—किशोरावस्था में शराब का दुरुपयोग करनेवाला एक युवक

[पेज 264 पर बक्स]

‘हमने पीना क्यों शुरू किया’

पहले किशोरावस्था में पीनेवाले कुछ लोगों के साथ एक इंटरव्यू

इंटरव्यूकर्ता: आप क्यों पीते थे?

संजय: शुरू में, अपने दोस्तों की संगति में। यह “फ़ैशन” था, ख़ासकर छुट्टी के दिन।

डॆनिस: मैंने लगभग १४ की उम्र में पीना शुरू किया। मेरे पिता काफ़ी पीते थे। हमारे घर हमेशा शराब पीने की दावतें हुआ करती थीं। बचपन में मैंने देखा कि लोग सामाजिक रूप से पीते हैं। फिर, जब मैं थोड़ा बड़ा हुआ, मैं कुछ जंगली बच्चों की संगत में पड़ गया। मैं दूसरे बच्चों की स्वीकृति पाने के लिए पीता था।

मार्क: मैं खेल-कूद में हिस्सा लिया करता था। मेरे ख़याल से मैंने क़रीब १५ की उम्र में बासकॆट बॉल टीम के लड़कों के साथ पीना शुरू किया। मेरे विचार से यह मुख्यतः जिज्ञासा के कारण था।

जोन: टीवी पर मैं जो देखती थी उससे मैं बहुत प्रभावित हुई। मैं पात्रों को पीते हुए देखती थी। वह बहुत अच्छा लगता था।

पॉल: मेरे पिता शराबी हैं। अब मैं देख सकता हूँ कि हमें इतनी सारी समस्याएँ शराबीपन के कारण हुईं। मैं उससे भागना चाहता था। विडंबना है कि उसी कारण मैंने पीना शुरू किया।

जोन: आम तौर पर मेरे माता-पिता ज़्यादा नहीं पीते थे। लेकिन अपने पापा के बारे में मुझे एक बात याद है, सामाजिक अवसरों पर वह इस बारे में डींग मारा करते थे कि वह कितना पी सकते हैं। मैंने एक क़िस्म से वही मनोवृत्ति विकसित कर ली—यह सोचना कि मैं अनोखी हूँ। एक समय मैंने और मेरे मित्रों ने पीने की धुन साध ली। हम घंटों पी रहे थे। इसका मुझ पर दूसरों के जैसा असर नहीं हुआ। मुझे यह सोचना याद है, ‘मैं एकदम अपने पापा के जैसी हूँ।’ मेरे ख़याल से शराब के बारे में उनकी मनोवृत्ति का मुझ पर सचमुच असर हुआ।

इंटरव्यूकर्ता: लेकिन बहुतेरे लोग धुत्त होने की हद तक क्यों पीते हैं?

मार्क: हम इसी कारण पीते थे—धुत्त होने के लिए। मुझे असल में स्वाद की परवाह नहीं थी।

इंटरव्यूकर्ता: सो आप असर के लिए पीते थे?

मार्क: जी हाँ।

हैरी: मैं भी यही कहूँगा। यह एक सीढ़ी चढ़ने के समान है। हर बार जब आप पीते हैं आप और ऊँचा चढ़ते हैं—एक क़दम ऊपर।

[पेज 270 पर बक्स]

सही या ग़लत चिन्ह-परीक्षा के उत्तर (पृष्ठ २६३)

१. ग़लत। शराब मुख्यतः शामक है। यह आपके चिन्ता स्तर को दबाने या कम करने के द्वारा आपको ऊँचा कर सकती है, पीने के बाद आप तनावमुक्‍त और पहले से कम व्याकुल महसूस करते हैं।

२. ग़लत। ऐसा नहीं लगता कि हिसाब से या कम मात्रा में शराब पीना शरीर को कोई गंभीर नुक़सान पहुँचाता है। लेकिन, लम्बे समय तक और बहुत पीना हृदय, मस्तिष्क, जिगर और अन्य अंगों को हानि पहुँचा सकता है।

३. ग़लत। सामान्यतः वाइन या बियर से ज़्यादा जल्दी लिकर या स्पिरिट रिसते हैं।

४. ग़लत। कॉफ़ी आपको जगा सकती है, और ठंडे पानी से नहाना आपको गीला कर सकता है, लेकिन शराब आपकी रक्‍तधारा में तब तक रहती है जब तक कि आपका जिगर प्रति घंटा लगभग ३५ मिलीलीटर की दर से शराब को उपापचयित नहीं कर लेता।

५. ग़लत। इसे कई तत्व प्रभावित कर सकते हैं कि शराब का आपके ऊपर कैसा असर होता है, जैसे कि आपके शरीर का वज़न और यह कि आपने कुछ खाया है या नहीं।

६. ग़लत। ज़रूरत से ज़्यादा पीना पियक्कड़पन होता है। मद्यव्यसनता की विशेषता है पीने पर नियंत्रण खोना। लेकिन, पीकर धुत्त होनेवाला हर व्यक्‍ति मद्यव्यसनी नहीं होता, और सभी मद्यव्यसनी धुत्त नहीं होते।

७. सही। शराब के साथ मिलाए जाने पर, कुछ ड्रग्स मात्र शराब से या ड्रग से होनेवाले सामान्य असर को बहुत ही बढ़ा देते हैं। उदाहरण के लिए, शराब और प्रशान्तक या शामक को मिलाने के परिणामस्वरूप गंभीर विनिवर्तन लक्षण, बेहोशी, और यहाँ तक कि मृत्यु हो सकती है। अतः, एक जाम के साथ एक गोली का असर उससे कहीं अधिक होता है जितना कि शायद आप कल्पना करें। वास्तव में, ड्रग का असर तीन गुना, चार गुना, दस गुना, या उससे भी अधिक बढ़ जाता है!

८. ग़लत। पियक्कड़पन पी गयी शराब की कुल मात्रा का परिणाम है, चाहे वह जिन, विस्की, वॉडका, या किसी भी चीज़ में हो।

९. ग़लत। शराब को धीरे-धीरे पचाने की ज़रूरत नहीं जैसे अधिकतर दूसरे भोजन के लिए ज़रूरी होता है। इसके बजाय, क़रीब २० प्रतिशत तुरन्त पेट की दीवारों से निकलकर रक्‍तधारा में चली जाती है। बाक़ी पेट से होकर छोटी आँतों में, और वहाँ से रक्‍तधारा में रिस जाती है।

[पेज 266, 267 पर बक्स/तसवीर]

पीकर गाड़ी चलाना—एक घातक जोड़

“नशे में गाड़ी चलाना १६-२४ की उम्र के युवाओं की मृत्यु का मुख्य कारण है,” पीकर गाड़ी चलाने के विषय पर युवा राष्ट्रीय सम्मेलन [यू.एस.] की रिपोर्ट (अंग्रेज़ी) १९८४ कहती है। सचमुच, “एक किशोर की शराब-सम्बन्धी टक्कर होने की संभावना किसी अन्य चालक की तुलना में चार गुना अधिक है।” (बस सैर के लिए गाड़ी में साथ चलना, अंग्रेज़ी) ऐसी अनावश्‍यक दुर्घटनाएँ अंशतः शराब के प्रभावों के बारे में अनेक भ्रम बने रहने के कारण होती हैं। यहाँ कुछ ठेठ उदाहरण दिए गए हैं:

भ्रम: यदि आपने सिर्फ़ एकाध बोतल बियर पी है तो गाड़ी चलाने में ख़तरा नहीं।

सत्य: “एक-सवा बोतल बियर की शराब को एक घंटे से कम समय में पीना एक चालक की प्रतिक्रिया को एक सॆकन्ड का २/५वाँ भाग धीमा कर सकता है—जिससे ९० किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चल रही गाड़ी अतिरिक्‍त १० मीटर चलती है—संभवतः बाल-बाल बचने और टक्कर होने के बीच का अन्तर।”—वृद्धजनों के लिए यातायात सुरक्षा और शराब कार्यक्रम का विकास, (अंग्रेज़ी) जेम्स एल. मालफॆटी, Ed.D., और डार्लीन जे. विन्टर, Ph.D. द्वारा।

भ्रम: यदि आपको लगता है कि नहीं चढ़ी है तो गाड़ी चला सकते हैं।

सत्य: आपको जो लगता है उस पर भरोसा करना ख़तरनाक है। शराब ठीक-ठाक होने का भ्रम उत्पन्‍न करती है, जिससे पीनेवाला महसूस करता है कि वह क़ाबू में है, जबकि असल में उसकी क्षमताएँ घट गयी हैं।

पीकर गाड़ी चलाना किसी के लिए भी ख़तरनाक है, लेकिन युवाओं के लिए और भी जोख़िम-भरा है। जो युवा पी रहे हैं उनकी गाड़ी चलाने की कुशलता “वयस्कों की तुलना में और तेज़ी से ख़राब हो जाती है क्योंकि उनके लिए गाड़ी चलाना एक ज़्यादा नया और कम सधा हुआ कौशल है। संक्षिप्त में, अधिकतर किशोर अनुभवहीन चालक होने के साथ-साथ अनुभवहीन पीनेवाले भी होते हैं, और पीकर गाड़ी चलाने में और भी अनुभवहीन।”—वृद्धजन, यातायात सुरक्षा और शराब कार्यक्रम लीडर का मार्गदर्शक, (अंग्रेज़ी) डार्लीन जे. विन्टर, Ph.D. द्वारा।

साथ ही एक युवा को एक वयस्क की तुलना में कम शराब से ही चढ़ जाती है। युवाओं का वज़न अकसर वयस्कों से कम होता है, और एक व्यक्‍ति का वज़न जितना कम होता है, उतना ही कम द्रव्य उसके शरीर में होता है उस शराब को पतला करने के लिए जो उसने पी है। आपकी रक्‍तधारा में शराब जितनी ज़्यादा गाढ़ी होती है, उतनी ही ज़्यादा आपको चढ़ती है।

“चतुर मनुष्य विपत्ति को आते देखकर छिप जाता है; परन्तु भोले लोग आगे बढ़कर दण्ड भोगते हैं।” (नीतिवचन २२:३) पीकर गाड़ी चलाने के ख़तरों को जानने के बाद, आप “चतुर” हैं यदि आप क़सम खाते हैं कि दोनों को नहीं मिलाएँगे। इस प्रकार आप न सिर्फ़ अपने आपको अपंगकारी—या घातक—चोटों से बचा सकते हैं बल्कि दूसरों के जीवन के लिए भी आदर दिखा सकते हैं।

आपको यह संकल्प भी करना चाहिए कि आप (१) कभी गाड़ी में उस चालक के साथ नहीं बैठेंगे जो पीए हुए है और (२) कभी किसी मित्र को गाड़ी नहीं चलाने देंगे यदि वह पीए हुए है। इससे आपका मित्र नाराज़ हो सकता है, लेकिन जो आपने किया शायद वह अपने होश में आने के बाद उसकी क़दर करे।—भजन १४१:५ से तुलना कीजिए।

[तसवीरें]

गाड़ी में कभी उस चालक के साथ मत बैठिए जो पीए हुए है, और कभी किसी मित्र को गाड़ी मत चलाने दीजिए यदि वह पीए हुए है

[पेज 262 पर तसवीर]

समकक्ष, टॆलिविज़न, और कभी-कभी माता-पिता भी युवाओं को पीना शुरू करने के लिए प्रभावित कर सकते हैं

[पेज 265 पर तसवीर]

दुरुपयोग करने पर शराब ‘सर्प की नाईं डस’ सकती है

[पेज 269 पर तसवीर]

पीकर गाड़ी चलाने से प्रायः यह होता है