निर्दोष रहना, वफादारी
बाइबल में निर्दोष और वफादार बने रहने का क्या मतलब है?
भज 18:23-25; 26:1, 2; 101:2-7; 119:1-3, 80; लूक 1:74, 75; इफ 4:24; प्रक 15:4
ये भी देखें: भज 116:15; 145:17
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इससे जुड़े किस्से:
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लैव 22:17-22—यहोवा ने इसराएलियों को कानून दिया था कि वे ऐसे जानवरों की बलि चढ़ाएँ ‘जिनमें कोई दोष ना हो’ यानी जिनका कोई अंग टूटा या कटा ना हो बल्कि वे पूरे हों। इन आयतों में जो इब्रानी शब्द इस्तेमाल हुआ है, वह एक और इब्रानी शब्द से मिलता-जुलता है जिसका मतलब है, “परमेश्वर के वफादार” रहना या परमेश्वर की नज़रों में “निर्दोष” रहना। इससे पता चलता है कि परमेश्वर के वफादार या उसकी नज़रों में निर्दोष रहने का मतलब है, आधे-अधूरे मन से नहीं बल्कि पूरे मन से यहोवा की भक्ति करना
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रूत 1:16, 17; 3:10—रूत ने ठान लिया था कि वह नाओमी और यहोवा की वफादार रहेगी
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2रा 2:1, 2, 4, 6—एलीशा ने एलियाह का साथ नहीं छोड़ा और इस तरह वह एलियाह का वफादार रहा
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अय 1:1, 4, 5, 8; 2:3—अय्यूब ने अपने जीने के तरीके से दिखाया कि यहोवा के वफादार रहने के लिए ज़रूरी है कि हम उसका आदर करें, पूरे मन से उसी की उपासना करें और उन कामों से दूर रहें जिनसे वह नफरत करता है
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हमें क्यों परमेश्वर के वफादार रहना चाहिए और निर्दोष चालचलन बनाए रखना चाहिए?
क्या बात हमें उभारेगी कि हम परमेश्वर के वफादार रहें?
ये भी देखें: नीत 27:11; 1यूह 5:3
यहोवा के वफादार और निर्दोष बने रहने के लिए हमें क्या करना होगा?
ये भी देखें: व्य 5:29; यश 48:17, 18
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इससे जुड़े किस्से:
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अय 31:1-11, 16-33—अय्यूब ने हर दिन अपने कामों से दिखाया कि वह यहोवा का वफादार है। जैसे, वह अनैतिकता से दूर रहा, दूसरों के साथ अच्छे-से पेश आया, उसने सिर्फ यहोवा की उपासना की और चीज़ों से ज़्यादा यहोवा के साथ अपने रिश्ते को अनमोल समझा
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दान 1:6-21—दानियेल और उसके तीन दोस्त ऐसे लोगों के बीच रहते थे जो यहोवा की सेवा नहीं करते थे। फिर भी उन्होंने हर मामले में यहोवा की आज्ञा मानी, यहाँ तक कि खाने-पीने के मामले में भी
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अगर एक व्यक्ति कई गलतियाँ करता है, तो क्या वह यहोवा की नज़र में दोबारा निर्दोष बन सकता है?
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इससे जुड़े किस्से:
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1रा 9:2-5; भज 78:70-72—राजा दाविद ने पश्चाताप किया और यहोवा ने उसे माफ कर दिया। इसलिए यहोवा के लिए वह ऐसा था मानो उसने अपनी पूरी ज़िंदगी निर्दोष चाल चली
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यश 1:11-18—यहोवा ने अपने लोगों को बताया कि वे बड़े-बड़े पापों के दोषी हैं। पर वह उन्हें माफ करने के लिए तैयार है, अगर वे पश्चाताप करें और बुरे काम करना छोड़ दें
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