माफी
क्या यहोवा पूरी तरह माफ करता है?
ये भी देखें: 2पत 3:9
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भज 78:40, 41; 106:36-46—इसराएलियों ने बार-बार यहोवा का दिल दुखाया, पर यहोवा ने हर बार उन्हें माफ किया
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लूक 15:11-32—यहोवा किस तरह माफ करता है, यह समझाने के लिए यीशु ने एक दयालु पिता की मिसाल दी। उसने बताया कि पिता कैसे अपने बेटे को माफ करता है, जो गलत काम करने के बाद पश्चाताप करता है
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यहोवा किस आधार पर हमें माफ करता हैं?
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इब्र 9:22-28—पौलुस ने समझाया कि कैसे मसीह के खून के आधार पर ही हमें अपने पापों की माफी मिल सकती है
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प्रक 7:9, 10, 14, 15—यूहन्ना ने बताया कि परमेश्वर “एक बड़ी भीड़” के लोगों को माफ करता है, क्योंकि वे यीशु के बलिदान पर विश्वास करते हैं
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अगर हम चाहते हैं कि यहोवा हमें माफ करे, तो हमें भी क्या करना होगा?
मत 6:14, 15; मर 11:25; लूक 17:3, 4; याकू 2:13
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अय 42:7-10—अय्यूब को ठीक करने और आशीष देने से पहले, यहोवा ने उससे कहा कि वह अपने उन तीन साथियों के लिए प्रार्थना करे, जिन्होंने उसके खिलाफ बोला था
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मत 18:21-35—यीशु ने एक कहानी सुनाकर बताया कि अगर हम यहोवा से माफी पाना चाहते हैं, तो हमें भी दूसरों को माफ करना होगा
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अपना पाप कबूल करना और दिल से पश्चाताप करना क्यों ज़रूरी है?
प्रेष 3:19; 26:20; 1यूह 1:8-10
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भज 32:1-5; 51:1, 2, 16, 17—राजा दाविद बड़े-बड़े पाप करने की वजह से दोष की भावना से दब गया और उसने दिल से पश्चाताप किया
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याकू 5:14-16—याकूब ने समझाया कि जब हमसे कोई बड़ा पाप हो जाता है, तो हमें प्राचीनों को बताना चाहिए
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अगर हम चाहते हैं कि यहोवा हमें माफ करे, तो हमें क्या बदलाव करने होंगे?
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1रा 21:27-29; 2इत 18:18-22, 33, 34; 19:1, 2—जब यहोवा ने राजा अहाब को सज़ा सुनायी तो अहाब दुखी हुआ, पर उसने दिल से पश्चाताप नहीं किया। इसलिए यहोवा ने उसे माफ नहीं किया
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2इत 33:1-16—राजा मनश्शे ने कई दुष्ट काम किए, फिर भी यहोवा ने उसे माफ कर दिया क्योंकि उसने दिल से पश्चाताप किया। बाद में उसने अपने राज्य से मूर्तिपूजा मिटाने की कोशिश की और लोगों को बढ़ावा दिया कि वे यहोवा की उपासना करें
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यहोवा सच्चा पश्चाताप करनेवालों को किस हद तक माफ करता है?
भज 103:10-14; यश 1:18; 38:17; यिर्म 31:34; मी 7:19
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2शम 12:13; 24:1; 1रा 9:4, 5—राजा दाविद ने बड़े-बड़े पाप करने के बाद पश्चाताप किया। इसलिए यहोवा ने उसे माफ कर दिया, यहाँ तक कि बाद में उसे अपना एक वफादार सेवक भी कहा
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यीशु ने कैसे दिखाया कि वह भी यहोवा की तरह माफ करने के लिए तैयार है?
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मत 26:36, 40, 41—जब यीशु को अपने प्रेषितों के साथ की सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी, तो वे सो गए। फिर भी यीशु नाराज़ नहीं हुआ बल्कि उसने समझा कि वे थके हुए हैं
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मत 26:69-75; लूक 24:33, 34; प्रेष 2:37-41—पतरस ने तीन बार यीशु को जानने से इनकार कर दिया, पर फिर उसने पश्चाताप किया। इसलिए यीशु ने उसे माफ कर दिया और ज़िंदा होने के बाद खुद उससे मिला। उसने उसे मसीही मंडली में खास ज़िम्मेदारियाँ भी दीं
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हम कैसे जानते हैं कि यहोवा हर किसी को माफ नहीं करता?
मत 12:31; इब्र 10:26, 27; 1यूह 5:16, 17
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मत 23:29-33—यीशु ने शास्त्रियों और फरीसियों को खबरदार किया कि अगर वे नहीं बदलेंगे तो उन्हें गेहन्ना की सज़ा मिलेगी, यानी उन्हें हमेशा के लिए नाश कर दिया जाएगा
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यूह 17:12; मर 14:21—यीशु ने यहूदा इस्करियोती को “विनाश का बेटा” कहा। उसने यह भी कहा कि अगर यह गद्दार पैदा ही नहीं होता, तो अच्छा होता
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दूसरों को माफ करने के लिए क्या बात हमें उभारती है?