हौसला बढ़ाना, हिम्मत बँधाना
यह क्यों ज़रूरी है कि परमेश्वर के सेवक एक-दूसरे का हौसला बढ़ाते रहें?
यश 35:3, 4; कुल 3:16; 1थि 5:11; इब्र 3:13
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इससे जुड़े किस्से:
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2इत 32:2-8—जब दुश्मन यरूशलेम पर हमला करनेवाले थे, तो राजा हिजकियाह ने लोगों की हिम्मत बँधायी
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दान 10:2, 8-11, 18, 19—जब दानियेल बुज़ुर्ग और बहुत कमज़ोर हो गया था, तो एक स्वर्गदूत ने उसकी हिम्मत बँधायी
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यहोवा प्राचीनों से क्यों उम्मीद करता है कि वे दूसरों का हौसला बढ़ाएँ?
ये भी देखें: मत 11:28-30
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इससे जुड़े किस्से:
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व्य 3:28; 31:7, 8—यहोवा के कहने पर मूसा ने यहोशू की हिम्मत बँधायी, जो इसराएल का अगुवा बननेवाला था
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प्रेष 11:22-26; 14:22—एक समय पर जब मसीहियों पर ज़ुल्म किए जा रहे थे, तो पौलुस और बरनबास ने अंताकिया के मसीहियों का हौसला बढ़ाया
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दूसरों का हौसला बढ़ाने के लिए उनकी तारीफ करना क्यों ज़रूरी है?
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न्या 11:37-40—हर साल इसराएली लड़कियाँ यिप्तह की बेटी की तारीफ करने उसके पास जाती थीं, क्योंकि पवित्र डेरे में सेवा करने के लिए उसने बड़ा त्याग किया था
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प्रक 2:1-4—हालाँकि यीशु को इफिसुस के मसीहियों को सुधारना पड़ा, पर उनके अच्छे कामों के लिए उसने उनकी तारीफ भी की
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हम भाई-बहनों का हौसला कैसे बढ़ा सकते हैं?
नीत 15:23; इफ 4:29; फिल 1:13, 14; कुल 4:6; 1थि 5:14
ये भी देखें: 2कुर 7:13, 15, 16
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1शम 23:16-18—योनातान जानता था कि उसका दोस्त दाविद मायूस है। इसलिए उसने उसे ढूँढ़ा और उसका हौसला बढ़ाया
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यूह 16:33—यीशु ने अपनी मिसाल से अपने चेलों की हिम्मत बँधायी कि वे भी दुनिया पर जीत हासिल कर सकते हैं
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प्रेष 28:14-16—जब पौलुस अपने मुकदमे के लिए रोम जा रहा था, तो कुछ भाई सफर करके उससे मिलने और उसकी हिम्मत बँधाने आए। उन्हें देखते ही पौलुस को बहुत हिम्मत मिली
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हमें क्यों गलत बातें नहीं करनी चाहिए और दूसरों के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए?
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गि 11:10-15—जब लोगों ने मूसा की बात नहीं मानी और शिकायतें करने लगे, तो मूसा की हिम्मत टूट गयी
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गि 13:31, 32; 14:2-6—जब 10 जासूस गलत बातें करने लगे, तो लोग हिम्मत हार गए और बगावत करने लगे
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जब हम भाई-बहनों के साथ मिलकर उपासना करते हैं और वक्त बिताते हैं, तो हमारा हौसला कैसे बढ़ता है?
नीत 27:17; रोम 1:11, 12; इब्र 10:24, 25; 12:12
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2इत 20:1-19—जब दुश्मनों की एक बड़ी सेना यहूदा पर हमला करने आयी, तो राजा यहोशापात ने अपने लोगों को इकट्ठा किया और प्रार्थना की
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प्रेष 12:1-5, 12-17—जब प्रेषित याकूब को मार डाला गया और प्रेषित पतरस को जेल में डाल दिया गया, तो यरूशलेम मंडली के भाई-बहनों ने मिलकर प्रार्थना की
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अपनी आशा के बारे में सोचते रहने से हमें मुश्किलों में डटे रहने की हिम्मत कैसे मिलती है?
प्रेष 5:40, 41; रोम 8:35-39; 1कुर 4:11-13; 2कुर 4:16-18; 1पत 1:6, 7
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उत 39:19-23; 40:1-8—यूसुफ पर गलत इलज़ाम लगाया गया और जेल में डाला गया, फिर भी वह यहोवा का वफादार रहा और दूसरों की मदद करता रहा
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2रा 6:15-17—जब एक सेना ने एलीशा को घेर लिया, तब भी वह नहीं डरा और उसने अपने सेवक के लिए भी प्रार्थना की कि उसे हिम्मत मिले
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बाइबल से हौसला
यहोवा ने हमें क्या यकीन दिलाया है?
यहोवा के सब्र और दया के बारे में सोचकर हमें क्यों सुकून मिलता है?
जो लोग लाचार और बेबस महसूस करते हैं, यहोवा उनकी मदद कैसे करता है?
भज 46:1; यश 12:2; 40:29-31; फिल 4:13
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1शम 1:10, 11, 17, 18—हन्ना अंदर से टूट चुकी थी, पर जब उसने यहोवा से प्रार्थना की तो उसे सुकून मिला
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1रा 19:1-19—जब भविष्यवक्ता एलियाह बहुत निराश हो गया, तो यहोवा ने उसे खाना और पानी दिया। यहोवा ने उसे अच्छी बातों पर ध्यान लगाने में भी मदद दी और इस तरह उसका हौसला बढ़ाया
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बाइबल में भविष्य के बारे में जो आशा दी गयी है, उससे हमें क्या हौसला मिलता है?
2इत 15:7; भज 27:13, 14; इब्र 6:17-19; 12:2
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अय 14:1, 2, 7-9, 13-15—जब अय्यूब निराशा में डूब गया था, तो उसे मरे हुओं के ज़िंदा किए जाने की आशा से हौसला मिला
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दान 12:13—भविष्यवक्ता दानियेल करीब 100 साल का था, जब एक स्वर्गदूत ने उसे यह बताकर हौसला दिया कि भविष्य में उसे इनाम दिया जाएगा
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जब हम यहोवा से प्रार्थना करते हैं और उसके बारे में मनन करते हैं, तो हमें कैसे हिम्मत मिलती है?
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1शम 30:1-9—जब राजा दाविद मुश्किल में था, तो उसने यहोवा से प्रार्थना की और उसका हौसला बढ़ा
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लूक 22:39-43—सबसे मुश्किल घड़ी में यीशु ने गिड़गिड़ाकर यहोवा से बिनती की और यहोवा ने एक स्वर्गदूत भेजकर उसकी हिम्मत बँधायी
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अच्छी खबरें सुनने और बाँटने से कैसे सबका हौसला बढ़ता है?
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प्रेष 15:2-4—पौलुस और बरनबास जिन मंडलियों में गए, उन्होंने वहाँ अच्छी खबर सुनायी जिससे भाई-बहनों का बहुत हौसला बढ़ा
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3यूह 1-4—बुज़ुर्ग यूहन्ना को यह सुनकर बहुत हौसला मिला कि जिन लोगों को उसने सच्चाई सिखायी थी, वे अब भी वफादार हैं
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