इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

यूहन्‍ना मार्ग तैयार करता है

यूहन्‍ना मार्ग तैयार करता है

अध्याय ११

यूहन्‍ना मार्ग तैयार करता है

उस समय से जब १२ बरस का बालक यीशु मंदिर में उपदेशकों को सवाल पूछ रहा था अब तक सत्रह बरस बीत चुके हैं। यह सा.यु. वर्ष २९ का वसंत ऋतु का समय है, और ऐसा जान पड़ता है कि हर एक यीशु का मौसेरा भाई यूहन्‍ना के बारे में बात कर रहा है, जो यरदन नदी के आसपास के सभी इलाकों में प्रचार कर रहा है।

वाक़ई, यूहन्‍ना दिखाव-बनाव और बोली में एक प्रभावशाली मनुष्य है। उसके वस्त्र ऊँट के रोम के हैं, और वह अपनी कमर पर चमड़े का कमरबन्द बाँधता है। उसका भोजन टिड्डियाँ ओर बनमधु है। और उसका संदेश? “पश्‍चाताप करो, क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है।”—NW.

यह संदेश लोगों को उत्तेजित करता है। अनेक लोग पछताने की आवश्‍यकता को महसूस करते हैं, अर्थात्‌, अपने मनोवृत्ति में परिवर्त्तन लाना और अपनी बिती ज़िन्दगी की जीवन-वृत्ति को अवांछनीय समझकर त्याग देना। सो यरदन के आसपास के सभी क्षेत्रों से, और यरूशलेम से भी, बड़ी संख्या में लोग यूहन्‍ना के पास आते हैं, और वह उन्हें यरदन नदी के पानी में डुबोकर बपतिस्मा देता है। क्यों?

परमेश्‍वर के नियम का वाचा के विरुद्ध उनके पापों के लिए हार्दिक पश्‍चाताप की स्वीकृति, या प्रतीक, में यूहन्‍ना लोगों को बपतिस्मा देता है। इस प्रकार, जब कुछ फरीसी और सदूकी यरदन की ओर आते हैं, यूहन्‍ना उनकी निन्दा करता है। “हे साँप के बच्चों,” वह कहता है। “पश्‍चाताप के योग्य फल उत्पन्‍न करो; और अपने-अपने मन में यह न सोचो, ‘हमारा पिता इब्राहीम है।’ क्योंकि मैं तुम से कहता हूँ, कि परमेश्‍वर इन पत्थरों से इब्राहीम के लिए सन्तान उत्पन्‍न कर सकता है। और अब कुल्हाड़ा पेड़ों की जड़ पर रखा हुआ है, इसलिए जो जो पेड़ अच्छा फल नहीं लाता, वह काटा और आग में झोंका जाता है।”—NW.

क्योंकि यूहन्‍ना को इतना ध्यान प्राप्त हो रहा है, यहूदी लोग याजक और लेवियों को उसके पास भेजते हैं। ये पूछते हैं: “तू कौन है?”

“मैं मसीह नहीं हूँ,” यूहन्‍ना मान लेता है।

“तो फिर, कौन है?” वे पूछते हैं। “क्या तू एलिय्याह है?

“मैं नहीं हूँ।” वह जवाब देता है।

“क्या तू वह भविष्यवक्‍ता है?”

“नहीं!”

सो वे आग्रहपूर्वक पूछते हैं: “तू कौन है? ताकि हम अपने भेजनेवालों को उत्तर दें। तू अपने विषय में क्या कहता है?”

यूहन्‍ना समझाता है: “मैं जैसा यशायाह भविष्यवक्‍ता ने कहा है, जंगल में एक पुकारनेवाले का शब्द हूँ, ‘तुम यहोवा का मार्ग सीधा करो।’”—NW.

वे जानना चाहते हैं, “यदि तू न मसीह है, और न एलिय्याह, और न वह भविष्यवक्‍ता है, तो फिर बपतिस्मा क्यों देता है?”

“मैं तो जल में बपतिस्मा देता हूँ,” वह जवाब देता है। “परन्तु तुम्हारे बीच में एक व्यक्‍ति खड़ा है, जिसे तुम नहीं जानते।”

मसीह को, जो राजा बनेगा, स्वीकारने के लिए यूहन्‍ना लोगों के हृदय स्थिति ठीक कराने के ज़रिये मार्ग तैयार कर रहा है। इसी के बारे में, यूहन्‍ना कहता है: “जो मेरे बाद आनेवाला है, वह मुझ से शक्‍तिशाली है, जिसकी जूती मैं खोलने के योग्य नहीं।” दरअसल, यूहन्‍ना यह भी कहता है: “जो मेरे बाद आनेवाला है, वह मुझ से बढ़कर है, क्योंकि वह मुझ से पहले था।”—NW.

इस प्रकार यूहन्‍ना का संदेश, “स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है,” इस बात का एक आम अधिसूचना है कि यहोवा का नियुक्‍त राजा, यीशु मसीह, की सेवकाई शुरू होनेवाली है। यूहन्‍ना १:६-८, १५-२८; मत्ती ३:१-१२; लूका ३:१-१८; प्रेरितों के काम १९:४.

▪ यूहन्‍ना किस प्रकार का मनुष्य है?

▪ क्यों यूहन्‍ना लोगों को बपतिस्मा देता है?

▪ क्यों यूहन्‍ना कह सका कि राज्य निकट आ गया है?