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भाग एक

“आकाश खुल गया”

“आकाश खुल गया”

यहेजकेल 1:1

भाग किस बारे में है: यहोवा के निवास की एक झलक

कोई भी इंसान सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर यहोवा को देखकर ज़िंदा नहीं रह सकता। (निर्ग. 33:20) लेकिन यहोवा ने हम इंसानों को स्वर्ग की एक झलक दी है, जहाँ वह निवास करता है। यहोवा ने यहेजकेल को कुछ ऐसे दर्शन दिखाए जिनमें हम उसके संगठन का वह हिस्सा देख पाते हैं जो स्वर्ग में है। इन दर्शनों पर गौर करने से हम न सिर्फ विस्मय से भर जाते हैं बल्कि इस बात के लिए हमारी कदरदानी भी बढ़ जाती है कि हमें एकमात्र सच्चे परमेश्‍वर की उपासना करने का कितना बढ़िया मौका मिला है।

इस भाग में

अध्याय 3

“परमेश्‍वर की तरफ से मुझे दर्शन मिले”

यहेजकेल पहला दर्शन देखकर हक्का-बक्का रह जाता है। वह दर्शन आज यहोवा के वफादार सेवकों के लिए बहुत मायने रखता है।

अध्याय 4

‘चार चेहरोंवाले जीवित प्राणी’ किस बात को दर्शाते हैं?

यहोवा ने यहेजकेल को कुछ ऐसे दृश्‍य दिखाए जिनसे हम कुछ अनदेखी बातों को समझ पाते हैं।